बुधवार, 20 सितंबर 2017

छात्रा से दुष्कर्म के नहीं मिले सबूत, मामले में नया मोड़

छात्रा से दुष्कर्म के नहीं मिले सबूत, मामले में नया मोड़

छात्रा से दुष्कर्म के नहीं मिले सबूत, मामले में नया मोड़
अहमदाबाद। शाहपुर शंकरभुवन के पास की म्युनिसिपल इंग्लिश स्कूल में क्लास 3 की स्टूडेंट ने स्कूल टीचर पर जिस तरह से दुष्कर्म का आरोप लगाया है, मेडिकल जांच में दुष्कर्म के कोई सबूत नहीं मिले हैं। इस तरह से इस मामले में एक नया मोड़ आया है। पकड़े जाने पर टीचर ने कहा था कि उसे फंसाया जा रहा है। टीचर को फंसाने के लिए की गई साजिश…

अभी तक हास्पिटल और एफएसएल द्वारा पुलिस को अधिकृत रिपोर्ट नहीं दी गई है, पर मासूम के दो से तीन टेस्ट किए जा चुके हैं। जिससे उसके साथ किसी भी प्रकार का गलत कार्य नहीं किया जाना पाया गया है। इस तरह से पूरी घटना ही संदेश के घेरे में है।

सच्चाई यह है

क्लास 3 की उक्त छात्रा को उसके माता-पिता ने दूसरे स्कूल में एडमिशन के लिए उसकी टीसी ले ली थी। फिर दस दिन बाद वे उसी स्कूल में एडमिशन के लिए गए थे, तब वहां के प्रभारी प्राचार्य सुनील डामोर ने रि-एडमिशन के लिए मना कर दिया। इस दौरान छात्रा की दादी और प्राचार्य के बीच काफी नोंक-झोंक हुई थी। इसी बात को लेकर प्राचार्य के खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखवाई गई। यह एक तरह से प्राचार्य के खिलाफ साजिश ही थी।

मेडिकल और एफएसएल की रिपोर्ट के बिना कुछ भी कहना संभव नहीं

इस संबंध में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जब तक मेडिल और एफएसएल रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक कुछ भी कहना संभव नहीं है। पर यह तय है कि एक-दो दिन में कुछ नया रहस्योद्घाटन हो सकता है। मामले को लेकर पालकों ने स्कूल में सीसीटीवी लगाने की मांग की है। इस आशय का आवेदन म्युनिसिपल कार्पोरेशन कमिश्नर को दिया गया है।

प्राचार्य सस्पेंड

छात्रा से छेड़छाड़ के मामले में स्कूल बोर्ड के शासनाधिकारी लगधीर देसाई ने बताया कि प्राचार्य सुनील डामोर को सस्पेंड कर दिया गया है। सोमवार को उसका स्थानांतरण दूसरी स्कूल में कर दिया गया था, पर मंगलवार को नए आदेश के तहत उसे सस्पेंड कर दिया गया है। उधर पुलिस ने बताया है कि प्राचार्य को नजरबंद रखा गया है। जब तक सबूत नहीं मिल जाते, उस पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा सकती। अभी उनको अरेस्ट भी नहीं किया गया है।

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