बाड़मेर गुड़िया दुष्कर्म प्रकरण महिला थाना में मुक़दमा हुआ दर्ज ,मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म से इंकार
पिता ने कहा देश की सुरक्षा के साथ बेटी की रक्षा की जिम्मेदारी उठाऊंगा
बाड़मेर जिला मुख्यालय से करीब चार किलोमीटर दूर जैसलमेर रोड़ पर स्थित केंद्रीय विद्यालय जालीपा में कल दोपहर छह वर्षीय मासूम बालिका के साथ स्कूल के किसी व्यक्ति द्वारा दुराचार करने का अंदेशा जताया जा रहा था, जिसकी आज शुक्रवार को पुष्टि हुई| जिसके बाद पीड़ित मासूम के पिता ने सामूहिक दुष्कर्म का मामला महिला थाना में दर्ज हुआ।
मासूम के पिता ने कहा कि मैं तीन दशकों से अर्ध सैनिक बल के साथ देश की रक्षा में जुटा हूँ। अब मेरी बेटी के साथ घिनोनी हरकत हुई। देश की रक्षा के साथ बेटी की रक्षा की जिम्मेदारी निभाउंगा।
बताया जा रहा हैं कि
पुलिस को बताए घटनाक्रम में बालिका ने बताया कि विद्यालय का परिचित स्टाफ बहला फुसला के रूम में ले गया तथा स्कूल की टेबल पर उसके साथ दुष्कर्म किया।
जब पुलिस को घटना की जानकारी छह बजे शाम को मिल गई थी, तो मेडिकल कराने में देरी क्यों की ?
साथ ही सूचना के साथ ही पुलिस को अपनी कार्यवाही आरम्भ करनी थी. जब निजी चिकित्सालय की दो महिला चिकित्सको ने साफ कहा कि दुष्कर्म हुआ हैं, फिर पुलिस टालमटोल क्यों कर रहती रही बड़ा सवाल हैं।
घटना के बाद परिजन कहते हैं कि यह मामला एक बालिका का नहीं, हज़ारो अभिभावकों के विश्वास और पढ़ने वाली लाखो बेटियों से जुड़ा हैं। पुलिस विभाग इस मामले को अतिसंवेदनशील मान कर कार्यवाही करें, ताकि आम जन में पुलिस पर पुनः भरोसा हो।
पिता ने कहा देश की सुरक्षा के साथ बेटी की रक्षा की जिम्मेदारी उठाऊंगा
बाड़मेर जिला मुख्यालय से करीब चार किलोमीटर दूर जैसलमेर रोड़ पर स्थित केंद्रीय विद्यालय जालीपा में कल दोपहर छह वर्षीय मासूम बालिका के साथ स्कूल के किसी व्यक्ति द्वारा दुराचार करने का अंदेशा जताया जा रहा था, जिसकी आज शुक्रवार को पुष्टि हुई| जिसके बाद पीड़ित मासूम के पिता ने सामूहिक दुष्कर्म का मामला महिला थाना में दर्ज हुआ।
मासूम के पिता ने कहा कि मैं तीन दशकों से अर्ध सैनिक बल के साथ देश की रक्षा में जुटा हूँ। अब मेरी बेटी के साथ घिनोनी हरकत हुई। देश की रक्षा के साथ बेटी की रक्षा की जिम्मेदारी निभाउंगा।
बताया जा रहा हैं कि
पुलिस को बताए घटनाक्रम में बालिका ने बताया कि विद्यालय का परिचित स्टाफ बहला फुसला के रूम में ले गया तथा स्कूल की टेबल पर उसके साथ दुष्कर्म किया।
जब पुलिस को घटना की जानकारी छह बजे शाम को मिल गई थी, तो मेडिकल कराने में देरी क्यों की ?
साथ ही सूचना के साथ ही पुलिस को अपनी कार्यवाही आरम्भ करनी थी. जब निजी चिकित्सालय की दो महिला चिकित्सको ने साफ कहा कि दुष्कर्म हुआ हैं, फिर पुलिस टालमटोल क्यों कर रहती रही बड़ा सवाल हैं।
घटना के बाद परिजन कहते हैं कि यह मामला एक बालिका का नहीं, हज़ारो अभिभावकों के विश्वास और पढ़ने वाली लाखो बेटियों से जुड़ा हैं। पुलिस विभाग इस मामले को अतिसंवेदनशील मान कर कार्यवाही करें, ताकि आम जन में पुलिस पर पुनः भरोसा हो।
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