बाड़मेर 2 बच्चों को टांके में डालकर महिला ने की ख़ुदकुशी, पति भी कूदा टांके में, 3 की मौत
बायतू – गिड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत परेऊ के गाँव जसनाथपुरा एक ह्रदय को हिलाने वाली घटना सामने आई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुंदरदेवी पत्नी भोलाराम उम्र 25 जाति मेघवाल, भोलाराम पुत्र सोनाराम उम्र 27, प्रकाश पुत्र भोलाराम उम्र 2 साल की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार महिला ने अपने नन्हे बच्चों को पानी के टांके में डालने के बाद खुद अपने कमरे में फांसी खा कर अपनी ईहलीला समाप्त कर ली। मरने से पहले महिला ने अपने पीहर वालों को फोन पर बताया कि मैंने मेरे दोनों बच्चों को टांके में डाल दिया है और अब मैं फांसी खाकर मर रही हूँ, ये मेरी अंतिम बात है। इतना कहकर फोन काट दिया तब पीहर वालों ने भोलाराम के परिवार के भाईयो को अवगत कराया। तो उसके परिवार के लोग दौड़कर आए और टांके में से दोनों बच्चों को बाहर निकाला, तब तक दो साल के बच्चे की मौत हो चुकी थी।
भोलाराम परेऊ से अपने भाई के साथ ढाणी आया और इस घटना को देखकर सहन नहीं कर सका और वह वहां से मोटरसाइकिल लेकर घर से लापुंदड़ा की ओर निकल गया। गाँव के लोगों ने ढूंढा मगर नहीं मिला। कुछ दूर लेगो की ढाणी में बने टांके के ऊपर दो मोबाइल फोन व चप्पल पड़े देखकर मंदिर पर बैठे लोगों को शंका हुई तो पास में ही हनुमान मंदिर पर बैठे लोगों को बताया तो पता चला कि परेऊ का मेघवाल कहीं चला गया है। उन्होंने परेऊ फोन पर इतला दी तो परेऊ के ग्रामीण टांके पर गये टांका गहरा व पानी से भरा हुआ होने व ज्यादा मशक्कत करने पर भोलाराम का शव टांके से बाहर निकाल कर पुलिस की मौजूदगी में ढाणी लाए व पांच साल की बच्ची को उल्टा कर पानी निकाल कर परेऊ अस्पताल ले गए।
समय पर उपचार होने से बच्ची बच गई,
भोलाराम मेघवाल के परिवार में पति पत्नी व दो बच्चों का परिवार में से अब सिर्फ एक पांच साल की बच्ची बची है, जिसका रो-रो कर हाल बुरा है।
मौके पर पुलिस उपाधीक्षक बाड़मेर व पुलिस सहायक उप निरीक्षक मय जाब्ते ने घटना स्थल का ब्योरा लिया। घटना की जानकारी के बाद पति-पत्नी व बच्चे का शव बायतू की मोर्चरी में भिजवाया। कल सुबह परिवार व महिला की पीहर वालों की मौजूदगी में शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा
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