शुक्रवार, 25 अगस्त 2017

छुट्टी लेकर आया फौजी पति तो प्रेग्नेंट मिली पत्नी, फिर ऐसे खत्म हुई कहानी

छुट्टी लेकर आया फौजी पति तो प्रेग्नेंट मिली पत्नी, फिर ऐसे खत्म हुई कहानी


जांजगीर। बीते 17 अगस्त की रात पत्नी को मारकर सुसाइड करने वाले फौजी के मामले में एक नया मोड़ आया है। शॉर्ट पीएम में खुलासा हुआ है कि मृतका को 3 माह का गर्भ था। घटना के दिन ही मृतका की तबीयत खराब होने पर उसका चेकअप कराया गया था। डॉक्टर ने बताया था कि उसे तीन माह का गर्भ है। इसके बाद से उसका पति काफी परेशान था। फौजी सप्ताह भर पहले ही छुट्टी लेकर आया था और तीन दिन पहले पत्नी को मायके से विदा करा लेकर आया था। शराब पीकर बाइक पर घूम रहा था वो...

छुट्टी लेकर आया फौजी पति तो प्रेग्नेंट मिली पत्नी, फिर ऐसे खत्म हुई कहानी




- ग्रामीणों ने बताया कि 17 अगस्त की शाम को आकाश शराब के नशे में धुत्त होकर बाइक पर घूम रहा था।

- इसी दिन उसकी पत्नी की प्रेग्नेंसी रिपोर्ट आई थी। पुलिस की मानें तो आकाश को पत्नी के चरित्र पर संदेह था और वो इस खबर से सदमे में था।

- दोनों में देर रात इस बात को लेकर काफी बहस भी हुई थी। उसके बाद आकाश ने टेलीफोन के वायर से पत्नी निकिता का गला घोंटा और खुद ट्रेन से कटकर जान दे दी।



मई में हुई थी शादी

- पामगढ़ थाना इलाके का रहने वाला 21 वर्षीय आकाश सिंह थल सेना में गनर था।

- ग्राम कसौंदी जिला जांजगीर की रहने वाली निकिता सिंह की शादी गांव कोड़ाभाट, थाना पामगढ़, जांजगीर के रहने वाले आकाश सिंह से 7 मई 2017 को हुई थी।

- घटना से तीन दिन पहले ही मृतका अपने मायके से ससुराल आई थी। फौजी भी छुट्टी लेकर आया था।



सोशल मीडिया से हुई शिनाख्त

- सुबह 4 बजे स्टेशन मास्टर को रेलवे ट्रैक पर लाश होने की सूचना मिली।

- उन्होंने घटना की सूचना जीआरपी चांपा को दी। तब तक मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई थी।

- इसके बाद वॉट्सऐप पर मृतक के शव का फोटो वायरल होने पर शिनाख्त हुई।

- जवान के शव को जीआरपी चांपा द्वारा रेलवे ट्रैक से उठाकर प्लेटफार्म नं. 2 पर लाया गया।

- शव का पंचनामा करने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अकलतरा भेजा गया।




सुसाइड नोट में यह लिखा

- ''मैं आकाश अपने पूरे होशो हवास में यह कह रहा हूं कि अपनी पत्नी निकिता की मर्जी से हम दोनों खुदकुशी करने जा रहे हैं। पहले मैंने निकिता का गला दबाया फिर मैं स्वयं रेलवे स्टेशन जाकर खुदकुशी करूंगा। इसमें मेरे परिवार का कोई दोष नहीं है। मैंने और निकिता ने खुद ये कदम उठाया है। ये हमारी मजबूरी थी कि मैं फौज में था और मैं सिर्फ 2-3 माह के लिए ही घर आता था।'

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