बाड़मेर, बाढ़ प्रभावित इलाकांे मंे मौसमी बीमारियांे की
रोकथाम को मोबाइल टीमंे रवाना
-जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते के निर्देशन मंे घर-घर सर्वे प्रारंभ हुआ।
बाड़मेर, 16 अगस्त। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रांे मंे मौसमी बीमारियांे की रोकथाम के लिए धोरीमन्ना एवं गुड़ामालानी क्षेत्र मंे घर-घर सर्वे के लिए 16 मोबाइल टीमांे का गठन किया गया है। इसमंे चिकित्सा, पशुपालन, आयुर्वेद, राजस्व एवं पंचायतीराज विभाग के कार्मिकांे को शामिल किया गया है। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने गुरूवार को धोरीमन्ना क्षेत्र मंे मोबाइल दलांे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते गुरूवार को धोरीमन्ना तहसील क्षेत्र की आलेटी, पुरावा, डबोई, अरणियाली, प्रतापनगर, भाखरड़ा ग्राम पंचायत क्षेत्र का दौरा कर राहत कार्याें का जायजा लिया। उन्हांेने राहत शिविरांे के अवलोकन के साथ आयुर्वेद विभाग के कार्मिकांे को मौसमी बीमारियांे की रोकथाम के लिए काढ़ा भी पिलाने के निर्देश दिए। उन्हांेने इस दौरान धोरीमन्ना के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रांे मंे राहत कार्याें के लिए पांच टीमांे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान धोरीमन्ना उपखंड अधिकारी विजयसिंह नाहटा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी,विकास अधिकारी नरेन्द्र सोउ, चिकित्सा विभाग के पी.सी.दीप्पन, आयुर्वेद विभाग के डा.नरेन्द्र कुमार शर्मा समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उनके साथ रहे। बाढ़ प्रभावित इलाकांे मंे मोबाइल टीमें ट्रेक्टरांे के जरिए रवाना हुई। इन टीमांे मंे विभिन्न क्षेत्रांे मंे पहुंचकर घर-घर सर्वे का कार्य प्रारंभ किया। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि धोरीमन्ना तहसील क्षेत्र मंे दस एवं गुड़ामालानी मंे छह मोबाइल टीमांे का गठन किया गया है। इन मोबाइल टीमांे को घर-घर सर्वे कर ग्रामीणांे की समस्याआंे का मौके पर ही समाधान करने के निर्देश दिए गए है। निर्देशांे के मुताबिक भ्रमण के दौरान चिकित्सा दल बाढ़ प्रभावित गांवांे मंे चिकित्सा के साथ आवश्यकतानुसार क्लोरोक्वीन एवं मेडिकल सहायता भी उपलब्ध कराएंगे। पशुपालन विभाग के मोबाइल चिकित्सा दल प्रभावित क्षेत्रांे का डोर-टू-डोर सर्वे कर प्रभावित लोगांे को राहत प्रदान करने के साथ ग्राम पंचायतांे एवं स्थानीय निकायांे से संपर्क कर मृत पशुआंे के निस्तारण मंे तकनीकी सहयोग प्रदान करेंगे। आयुर्वेद विभाग के दल प्रभावित क्षेत्र मंे डोर-टू-डोर सर्वे के साथ प्रभावित लोगांे को आयुर्वेद चिकित्सा की जानकारी देने के साथ काढ़ा पिलाएंगे। जिला कलक्टर ने बताया कि राजस्व एवं पंचायतीराज विभाग के कार्मिकांे को निर्देशित किया गया है कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रांे मंे चिकित्सा दलांे से समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यक सहयोग करें।
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