शुक्रवार, 25 अगस्त 2017

बाड़मेर चालीस फर्जी कृषि कनेक्शन ट्रांसफार्मर दिए, बिजली चोरी करवाई, दो करोड़ का गबन, सस्पेंड



 बाड़मेर चालीस फर्जी कृषि कनेक्शन ट्रांसफार्मर दिए, बिजली चोरी करवाई, दो करोड़ का गबन, सस्पेंड
चालीस फर्जी कृषि कनेक्शन ट्रांसफार्मर दिए, बिजली चोरी करवाई, दो करोड़ का गबन, सस्पेंड

सीएम की सिफारिश पर दुबारा शिव लगाया

यूं समझें सहायक अभियंता के घपले का सच

शिव डिस्कॉम के सहायक अभियंता ने किया घाेटाला, दूसरी बार सस्पेंड

120 उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में हेराफेरी, 25 कृषि कुओं को बंद बताकर बिजली चोरी करवाई

  बाड़मेर

शिवडिस्कॉम के सहायक अभियंता ऑफिस में दो करोड़ रुपए के गबन वित्तीय अनियमितताओं का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सहायक अभियंता ने दो साल में 120 बिजली उपभोक्ताओं के मीटरों की अधिक रीडिंग सत्यापित कर 40 लाख रुपए की क्रेडिट राशि का घपला किया।

वहीं बिना एस्टीमेट, तकमीना मंजूरी के 40 कृषि कनेक्शन जारी कर दिए। इतना ही नहीं आरपी एंटरप्राइजेज को बिना कार्यादेश के 40 ट्रांसफार्मर देने के साथ चालू कृषि कुओं को बंद बताकर बिजली बिल जारी नहीं किए। इसका खुलासा डिस्कॉम एसई की जांच रिपोर्ट में हुआ है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सहायक अभियंता कैलाश चौधरी को सस्पेंड कर मुख्यालय जोनल चीफ इंजीनियर ऑफिस जोधपुर कर दिया है। सहायक अभियंता के खिलाफ डिस्कॉम विजिलेंस टीम की जांच में बिजली चोरी करवाने समेत कई अनियमितताओं का खुलासा हुआ है।

शिव डिस्कॉम के सहायक अभियंता कैलाश चौधरी ने सिंचित क्षेत्र के किसानों को कृषि कनेक्शन जारी करने में जमकर धांधली करने के साथ डिस्कॉम को लाखों रुपए का नुकसान पहुंचाया। एसई की जांच रिपोर्ट में शिव क्षेत्र में संचालित हो रहे 50 कृषि कुओं में से 25 कुओं को पीडीसी की श्रेणी में डाल दिया। बिजली सप्लाई बंद बताते हुए चहेते किसानों को आर्थिक फायदा पहुंचाया।

वरीयता सूची में कांट छांट कर 25 किसानों को नियम विरुद्ध कनेक्शन जारी कर दिए। जबकि नियमानुसार इन्हें एक साल बाद कनेक्शन मिलने थे। खास बात यह है कि 40 कृषि कनेक्शन बिना एस्टीमेट तकमीना स्वीकृति के दे दिए। चौंकाने वाली बात यह है कि 120 उपभोक्ताओं के बिजली मीटरों की फर्जी तरीके से रीडिंग बढ़ाकर सत्यापन किया। इसके बाद क्रेडिट नोट निकाल अतिरिक्त राशि का गबन कर लिया। इसकी उपभोक्ताओं को भनक तक नहीं लगने दी। 50 किलोमीटर की बिजली लाइन के आदेश में हेराफेरी कर 90 किमी बिछा दी गई। जांच रिपोर्ट में दो करोड़ रुपए से अधिक का गबन की पुष्टि की गई है।

पहले भी सस्पेंड हो चुका है सहायक अभियंता

सहायकअभियंता कैलाश चौधरी पूर्व में भी सामग्री के गबन मामले में सस्पेंड हो चुका है। वर्ष 2012-13 में बिशाला क्षेत्र में कार्यरत रहे सहायक अभियंता चौधरी ने राजवेस्ट को नियम विरुद्ध 100 बिजली पोल जारी किए थे। इस मामले की जांच में सहायक अभियंता की लापरवाही सामने आने पर सस्पेंड किया गया।

आरपी एंटरप्राइजेज को बिना आदेश के 40 ट्रांसफार्म दिए शिवडिस्कॉम ने बिना कार्यादेश के ही आर.पी. एंटरप्राइजेज को 40 ट्रांसफार्मर दे दिए। इस फर्म के नाम से टेंडर तक जारी नहीं है। सहायक अभियंता ने रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों की कुर्बानी देते हुए आनन-फानन में ट्रांसफार्मर जारी कर डिस्कॉम को नुकसान पहुंचाया। इसके अलावा कई किसानों को अधिक क्षमता के ट्रांसफार्मर नियम विरुद्ध जारी किए गए हैं।

मर्जी से 24 घंटे की लाइन से जोड़ दिया कनेक्शन

गिराबके अगासड़ी निवासी फोटे खां ने कृषि कनेक्शन ले रखा है। पहले कनेक्शन कृषि फीडर से जुड़ा था। सहायक अभियंता ने लेनदेन के बाद इस कनेक्शन को पीएचईडी की बिजली लाइन से जोड़ दिया। इस लाइन से 24 घंटे बिजली सप्लाई होती है। जबकि नियमानुसार कृषि फीडर उपलब्ध होने पर 24 घंटे सप्लाई लाइन से कनेक्शन नहीं जोड़ सकते हैं। इस तरह कई किसानों को फायदा दिया।

कनेक्शन री-ओपन के बिना 3 ट्रांसफार्मर जारी किए : शिवके सामीतड़ा निवासी अणसी देवी के नाम कृषि कनेक्शन है, लेकिन लंबे समय से बंद था। दुबारा कनेक्शन देने के लिए फाइल री-ओपन करने का प्रावधान है। सहायक अभियंता ने री-ओपन किए बिना ट्रांसफार्मर इश्यू कर दिया। इसका रिकार्ड में इंद्राज नहीं किया। ट्रांसफार्मर जलने पर दूसरी बार फिर नया ट्रांसफार्मर दे दिया। इसके बाद तीसरे बार भी ऐसा ही काम किया। विजिलेंस में शिकायत हुई तो ट्रांसफार्मर ऑफिस मंगवा लिया।

गबन के मामले में सस्पेंड किया

^शिवडिस्कॉम के सायक अभियंता कैलाश चौधरी को कृषि कनेक्शन जारी करने बिजली चोरी मामले में दोषी मानते हुए सस्पेंड किया गया है। मुख्यालय जोनल चीफ इंजीनियर ऑफिस जोधपुर किया गया है। मामले की जांच चल रही है। -आर.डी.बारहठ, सचिव (प्रशासन) डिस्कॉम

सहायक अभियंता कैलाश चौधरी का वर्ष 2015 में जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर तबादला शिव से बालोतरा किया गया। अक्टूबर 2015 में सीएम वसुंधराराजे की बाड़मेर यात्रा के दौरान भाजपा के बड़े जनप्रतिनिधि के नेतृत्व में भाजपा नेताओं ने सहायक अभियंता का तबादला निरस्त करने का आग्रह किया। इस पर सीएम राजे की सिफारिश पर सहायक अभियंता चौधरी को दुबारा शिव में पदस्थापित किया गया।

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