बाड़मेर। सवा लाख नवकार महामंत्र साधना हुई सम्पन्न
बाड़मेर। स्थानीय जैनाचार्य श्री गुणसागरसूरि साधना भवन में कल सुबह 8ः30 बजे सवा लाख नवकार महामंत्र की साधना सम्पन्न हुई सैकड़ों की संख्या में जैन धर्मावलम्बी शामिल हुए।
परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री कलाप्रभसागर सूरिष्वर के परम षिष्य मारवाड़ रत्न मुनिराज श्री कमलप्रभसागर ने साधना भवन में धर्मप्रेमी बंधुओं को प्रतिबोधित करते हुए कहा कि ध्यान साधना का यह अध्यात्मिक कार्यक्रम पूज्य गुरूदेव की निश्रा में सम्पन्न हुआ नवकार मंत्र पाटीका पर श्री पूनमचंद जी चिंतामणदास जी बोहरा परिवार एवं श्री आसुलाल कल्याणदास श्रीश्रीमाल परिवार ने संयुक्त रूप से नवकार ताम्रयंत्र पर वासक्षेप से पूजा की। सैंकड़ों की संख्या में ध्यान साधना में पधारे साधकों ने प्रति नवकार मंत्र पर एक-एक अक्षत अर्पण कर अपनी श्रद्धा भक्ति प्रदर्षित की ।
प्रवीण मालू ने कहा कि सवां लाख नवकार मंत्र की साधना के लक्ष्य को पारकरके ढाई लाख मंत्र जाप बाड़मेर नगरवासियों की उत्साहभरी उपस्थिति के कारण ही संभव हो पाया। मंत्र साधना मंे पधारे प्रत्येक साधक का तिलक एवं प्रभावना देकर स्वागत किया गया। संगीत का साथ दिया गौरव मालू और साथी कलाकारों ने ।
भक्ति प्रेमी पूज्य मुनि श्री कमलप्रभसागरजी म.सा.एवं विनयरत्न सागर जी म.सा. के सानिध्य में मंत्र रक्षा के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ यह कार्यक्रम लगभग तीन घंटे चला। इसका समापन वयोवृद्ध तपस्वी मुनि श्री नंदीवर्धनसागर जी म.सा. मुनि श्री ह्मींमकार सागरजी म.सा. एवं मुनि श्री सदानंदसागर जी म.सा. के मुखारविन्द से नवकार महामंत्र का श्रवण करके किया गया। इस कार्यक्रम के मध्य में बालिका मंडल द्वारा भक्तिमय नृत्य किया गया।
नरेन्द्र जैन ने बताया कि इस मनोरम कार्यक्रम को सफल एवं सुसंचालित करने में युवा साथीयों के साथ-साथ महिला मंडल एंव बालिका मंडल की सराहनीय सेवा प्राप्त हुई।
इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष हनुमानदास बोहरा, चातुर्मास संयोजक वेदमल बोहरा रतनलाल श्रीश्रीमाल, दुर्गादास पड़ाईया रतनलाल बोहरा, प्रवीण जैन एवं नरेन्द्र श्रीश्रीमाल आदि कई श्रावक मौजूद रहे।
बाड़मेर। स्थानीय जैनाचार्य श्री गुणसागरसूरि साधना भवन में कल सुबह 8ः30 बजे सवा लाख नवकार महामंत्र की साधना सम्पन्न हुई सैकड़ों की संख्या में जैन धर्मावलम्बी शामिल हुए।
परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री कलाप्रभसागर सूरिष्वर के परम षिष्य मारवाड़ रत्न मुनिराज श्री कमलप्रभसागर ने साधना भवन में धर्मप्रेमी बंधुओं को प्रतिबोधित करते हुए कहा कि ध्यान साधना का यह अध्यात्मिक कार्यक्रम पूज्य गुरूदेव की निश्रा में सम्पन्न हुआ नवकार मंत्र पाटीका पर श्री पूनमचंद जी चिंतामणदास जी बोहरा परिवार एवं श्री आसुलाल कल्याणदास श्रीश्रीमाल परिवार ने संयुक्त रूप से नवकार ताम्रयंत्र पर वासक्षेप से पूजा की। सैंकड़ों की संख्या में ध्यान साधना में पधारे साधकों ने प्रति नवकार मंत्र पर एक-एक अक्षत अर्पण कर अपनी श्रद्धा भक्ति प्रदर्षित की ।
प्रवीण मालू ने कहा कि सवां लाख नवकार मंत्र की साधना के लक्ष्य को पारकरके ढाई लाख मंत्र जाप बाड़मेर नगरवासियों की उत्साहभरी उपस्थिति के कारण ही संभव हो पाया। मंत्र साधना मंे पधारे प्रत्येक साधक का तिलक एवं प्रभावना देकर स्वागत किया गया। संगीत का साथ दिया गौरव मालू और साथी कलाकारों ने ।
भक्ति प्रेमी पूज्य मुनि श्री कमलप्रभसागरजी म.सा.एवं विनयरत्न सागर जी म.सा. के सानिध्य में मंत्र रक्षा के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ यह कार्यक्रम लगभग तीन घंटे चला। इसका समापन वयोवृद्ध तपस्वी मुनि श्री नंदीवर्धनसागर जी म.सा. मुनि श्री ह्मींमकार सागरजी म.सा. एवं मुनि श्री सदानंदसागर जी म.सा. के मुखारविन्द से नवकार महामंत्र का श्रवण करके किया गया। इस कार्यक्रम के मध्य में बालिका मंडल द्वारा भक्तिमय नृत्य किया गया।
नरेन्द्र जैन ने बताया कि इस मनोरम कार्यक्रम को सफल एवं सुसंचालित करने में युवा साथीयों के साथ-साथ महिला मंडल एंव बालिका मंडल की सराहनीय सेवा प्राप्त हुई।
इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष हनुमानदास बोहरा, चातुर्मास संयोजक वेदमल बोहरा रतनलाल श्रीश्रीमाल, दुर्गादास पड़ाईया रतनलाल बोहरा, प्रवीण जैन एवं नरेन्द्र श्रीश्रीमाल आदि कई श्रावक मौजूद रहे।
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