नागौर/डीडवाना।आनंदपाल एनकाउंटर मामलाः हुंकार रैली में जुटे हजारों लोग, मांगें नहीं मानने पर जयपुर कूच करने की दी चेतावनी
गैंगस्टर आनंदपालसिंह के एनकाउंटर की सीबीआई जांच सहित परिजनों की मांगों को लेकर बुधवार को सांवराद में आयोजित हुंकार रैली में राजपूत एवं रावणा राजपूत समाज के लोग बड़ी संख्या में एकत्र हुए। सभा में शाम साढ़े 5 बजे तक कोई भी निर्णय नहीं हो पाया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार के दो मंत्रियों के साथ समाज के प्रतिनिधि मंडल के साथ वार्ता होने की सूचना मिल रही है, हालांकि इस बात की अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। रैली के दौरान आनंदपाल सिंह एनकाउण्टर की सीबीआई जांच कराने सहित विभिन्न मांगों को नहीं मानने पर जयपुर कूच करने की चेतावनी दी गर्इ।आयोजकों का दावा है कि सभा में करीब 90 हजार से एक लाख लोग शामिल हुए, जबकि पुलिस का कहना है कि करीब 20 हजार लोग पहुंचे हैं। इसके पीछे पुलिस का यह भी तर्क है कि सांवराद में करीब 1200 से 1300 छोटी गाडि़यां (कारें) तथा 40 से 50 के बीच सिटी बसें पहुंची हैं, जिसके अनुसार लोगों की संख्या 20 से 22 हजार के बीच ही है। सांवराद में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में दोपहर करीब एक बजे तक लोगों का पहुंचना जारी था। हालांकि जिले में पिछले तीन दिन से धारा 144 लगी हुई है, इसके बावजूद पुलिस ने सांवराद जाने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं रोका।
दोपहर करीब एक बजे कुछ युवकों ने डीडवाना-लाडनूं हाइवे पर टायर जलाकर जाम लगा दिया। पुलिस ने जाम खुलवाने का प्रयास किया तो युवकों ने पुलिस पर पत्थर भी फेंके, जिस पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े तथा लाठियां दिखाकर भीड़ को तितर-बितर किया।
सांवराद में सभा स्थल पर राजपूत समाज के लोकेन्द्र सिंह कालवी, पूर्व मंत्री राजेन्द्रसिंह गुढ़ा एवं करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेवसिंह गोगामेड़ी सहित विभिन्न नेता नेतृत्व कर रहे हैं। प्रमुख शहरों में दुकानें करवाई बंद सांवराद में जाने वाले लोगों की भीड़ एवं मंगलवार देर रात कुचामन में रोडवेज की बसाों को जलाने की घटना को देखते हुए पुलिस ने एहतियात के तौर पर नागौर सहित जिले के प्रमुख शहरों में चौराहों पर बुधवार को दिन में दुकानें बंद करवाई। इसके साथ जिले में प्रवेश करने वाले प्रत्येक रास्तों पर पुलिस जाब्ता तैनात रहा। पुलिस ने जिले में 32 नाके बनाए।
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