व्हाट्सएप पर व्यस्त बीवी जब तक कुछ समझती, पति की हो चुकी थी हत्या
एक पत्नी व्हाट्सएप चैट में ऐसा खोई कि उसे पता ही नहीं चला कि हत्यारे कब उसके बगल में आकर बैठ गए. चैटिंग में डूबी पत्नी ने जब तक स्क्रीन से निगाहें हटाई, तब तक उसके पति को गोली मारी जा चुकी थी.
दरअसल यह पूरा वाकया यूपी इलाहाबाद सिविल लाइन्स थाना इलाके का है. यहां एक जून की रात धीरज सिंह नाम के एक ठेकेदार को उस वक्त गोली मार दी गई, जब वह पत्नी के साथ रेस्टोरेंट से खाना पैक कराने आया था. पति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पत्नी को गोली छू कर निकल गई थी.
ऐसे हुआ मर्डर केस का खुलासा
इस हाईप्रोफाइल मर्डर केस का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि धीरज सिंह का उस दिन प्रपोज डे था. वह पत्नी के साथ सिविल लाइन्स स्थित रेस्टोरेंट से खाना पैक कराने अपनी कार से गया था.कार का एसी ऑन था और पत्नी निधी उसी में बैठी थी. धीरज खाना पैक कराने चला गया. उसी दौरान अनुज अग्रवाल नामक शातिर अपराधी ने अपने साथी पवन हजारी के साथ उस कार को लूटने का प्लान बनाया.
शराब के नशे में धुत अनुज अग्रवाल कार का दरवाजा खोल कर ड्राइविंग सीट पर बैठ जाता है. नशा अधिक होने के कारण वह यह भी नहीं देख पाया कि ड्राइविंग सीट के बगल में कोई महिला बैठी है. उधर निधी व्हाट्सएप चैटिंग में ऐसा खोई थी कि उसे भी नहीं पता चला कि कोई व्यक्ति उसकी कार में आकर बैठ गया है.
सीधे धीरज के सीने में लगी गोली
उसी दौरान अनुज अग्रवाल ने जब कार का गियर लगाकर गाड़ी आगे बढ़ाई तभी कार के भीतर निधी के चीखने की आवाज आई और फिर एक के बाद एक दो गोलियां चलीं. दरअसल जिस वक्त अनुज कार के भीतर बैठ रहा था उसी वक्त धीरज सिंह की निगाह उस पर पड़ी तो वह भागता हुआ कार के पास आ रहा था.
उसी समय कार के बाहर खड़े पवन हजारी ने धीरज को पकड़ लिया. निधी और धीरज दोनों चिल्लाए. अनुज को उस वक्त कुछ नहीं समझ में आया और उसने एक फायर निधी पर किया जो उसे छूती हुई निकल गई और दूसरी गोली उसने धीरज को मारी जो उसके सीने में लगी और वह वहीं गिर पड़ा.
आसपास के लोग जब तक कुछ समझ पाते दोनों पैदल ही वहां से भाग गए. अनुज और पवन मिलन नाम के होटल में रुके थे. लिहाजा वह लोग उसी तरफ भागे. बाद में उन लोगों ने आगे जाकर रिक्शा किया और होटल में जाकर सो गए.
सीसीटीवी कैमरों से अहम सुराग
पुलिस ने इस मामले में धैर्य से काम लेते हुए पहले घटनास्थल के चारों तरफ तकरीबन एक से डेढ़ किलोमीटर की रेंज में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला. फिर दोनों संदिग्धों का वह तब तक मिलान करते रहे जहां तक उन्हे सीसीटीवी फुटेज मिलते रहे.
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस मिलन होटल तक पहुंची, जहां उन दोनों की डिटेल पुलिस को मिल गई. पुलिस ने उसी डिटेल के आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि अनुज और पवन दोनों शातिर अपराधी हैं और दोनों पर अलग-अलग जिलों में दस से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं.
अनुज एक बार कानपुर से भी पूर्व मंत्री अनंत सिंह अंटू की कार लेकर फरार हुआ था और फतेहपुर में पेट्रोल भराने के दौरान फायरिंग की थी.
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