अजमेर, स्कूलों में गठित होंगे रोड सेफ्टी क्लब, सड़कों पर नहीं उतार सकेंगे बच्चे - पुलिस अधीक्षक
बाल वाहिनी योजना के क्रियान्वयन के लिए बैठक आयोजित
अब टालमटोल नहीं कर सकेंगे स्कूल और टैम्पो- वैन चालक
अजमेर, 29 जून। जिला पुलिस अधीक्षक श्री राजेन्द्र सिंह ने कहा कि स्कूली बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्कूलों को यातायात सुरक्षा एवं जागरूकता बढ़ाने के लिए अपने यहां रोड सेफ्टी क्लब गठित करने के साथ ही यातायात संयोजकों की नियुक्ति करनी पड़ेगी। किसी भी स्कूल के बाहर बच्चों को ना तो उतारा जाएगा और ना ही बैठाया जाएगा। प्रत्येक टैम्पों में दायें हाथ की तरफ सुरक्षा जाली तो लगेगी ही, साथ ही वैन, टैम्पों व बस चालकों का पुलिस वैरिफिकेशन भी आवश्यक किया जाएगा।
शहर में स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर बाल वाहिनी योजना के क्रियान्वयन के लिए गठित स्थायी समिति की बैठक आज पुलिस लाइन में जिला पुलिस अधीक्षक श्री राजेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। पुलिस अधीक्षक ने बैठक में उपस्थित सभी स्कूलों, टैम्पो, बस, वैन यूनियनों सहित सभी संबंधित पक्षों को स्पष्ट कर दिया कि लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बाल वाहिनी योजना के लिए तैयार निर्देशों की पालना सख्ती से करवायी जाएगी। यातायात पुलिस यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी पक्ष बच्चों की सुरक्षा में कोताही नहीं करे।
सबसे सुरक्षित विद्यालय को मिलेगा पुरस्कार
पुलिस अधीक्षक श्री सिंह ने कहा कि प्रत्येक स्कूल को अपने यहां रोड सेफ्टी क्लब गठित करना एवं यातायात संयोजक की नियुक्ति अनिवार्य है। प्रत्येक स्कूल में आगामी 5 से 15 जुलाई तक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। स्कूलों में एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा भी आयोजित की जाएगी। जिसमें विभिन्न पहलुओं के आधार पर सबसे सुरक्षित विद्यालय का चयन कर सम्मानित किया जाएगा।
सड़क पर नहीं उतार सकेंगे बच्चों को
उन्होंने निर्देश दिए कि बालवाहिनी की गाइड लाइन के अनुसार स्कूलों में बच्चों को लेकर आने वाले टैम्पो, वैन एवं बस चालक उन्हें सड़क पर नहीं उतारेंगे। इन सभी वाहनों के चालकों का नाम पता एवं अन्य डेटा प्राप्त कर उनका पुलिस वैरीफिकेशन कराया जाएगा। अगर कोई चालक पूर्व में शराब पीकर वाहन चलाने का दोषी पाया गया है तो उसे तुरन्त प्रभाव से हटाया जाएगा। सभी टैम्पो में सुरक्षा जालियां लगवायी जाएंगी। वाहन चालक खाकी वर्दी पहनकर ही वाहन चला सकेंगे।
जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सभी स्कूलों को अपने यहां विभिन्न इंतजाम करने होंगे। स्कूल छात्रा-छात्राओं को समझाईश करें कि वे बिना वैध लाईसेंस वाहन नहीं चलाएं। इसके लिए नियमानुसार फ्लैक्स बोर्ड भी स्कूल में यथास्थान स्थायी रूप से प्रदर्शित करें। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर श्री अरविंद सेंगवा, क्षेत्राीय परिवहन अधिकारी श्री विनोद कुमार, पुलिस उप अधीक्षक प्रीती चैधरी, अतिरिक्त परिवहन आयुक्त श्री ओम प्रकाश मारू सहित विभिन्न स्कूलों के प्रतिनिधि, टैम्पो, वैन व सिटी बस यूनियनों के पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।
पुलिस ने पेश की मिसाल
अब बिना हैलमेट पुलिस लाइन में ना कोई अन्दर आएगा और ना बाहर जाएगा
बिना हैलमेट व बिना लाइसेंस वाहन चलाने वाले स्कूली बच्चों पर भी होगी सख्ती
उनके अभिभावकों को भी माना जाएगा दोषी
अजमेर, 29 जून। जिला पुलिस अधीक्षक श्री राजेन्द्र सिंह ने सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली युवा मौतों पर चिन्ता जाहिर करते हुए अब बिना हैलमेट व बिना लाइसेंस वाहन चलाने वालों पर सख्ती के निर्देश दिए है। यह निर्देश विशेष रूप से तेज रफ्तार बाईक व स्कूटर चलाने वाले स्कूली बच्चों पर भी लागू होंगे। नियम तोड़ने वाले स्कूली बच्चों के अभिभावकों को भी दोषी माना जाएगा। यातायात पुलिस इसके लिए सभी प्रमुख स्कूलों के बाहर नजर रखेगी। उन्होंने कहा कि सुधार की शुरूआत हमने अपने घर से की है। अब पुलिस लाइन में किसी भी दो पहिया वाहन चालक को ना तो बिना हैलमेट अन्दर आने दिया जाएगा और ना कोई बाहर जा सकेगा।
जिला पुलिस अधीक्षक श्री राजेन्द्र सिंह ने पुलिस लाइन में सम्पन्न बालवाहिनी योजना की बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हर साल जिले में सड़क दुर्घटना में सैंकड़ों लोगोें की मौत होती है। मरने वालों में ज्यादातर युवा हैं। हैलमेट नहीं होने के कारण यह दुर्घटनाएं और भी घातक हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि कई अभिभावक अपने बच्चों को भी बाईक या स्कूटर चलाने के लिए दे देते है। ऐसे स्कूली बच्चों पर अब यातायात पुलिस नजर रखेगी। चैकिंग के दौरान बिना हैलमेट अथवा लाईसेंस वाहन चलाते पाए जाने पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जिला पुलिस ने इस अभियान की शुरूआत अपने घर से ही कर दी है। अब पुलिस लाइन में भी प्रवेश एवं बाहर जाने के लिए दो पहिया वाहन चालक को हैलमेट पहनना अनिवार्य होगा।
बीस सूत्राी कार्यक्रम की बैठक 3 जुलाई को
अजमेर, 29 जून। जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल की अध्यक्षता में बीस सूत्राी कार्यक्रम द्वितीय स्तर समिति की बैठक 3 जुलाई को प्रातः 10.30 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित होगी। यह जानकारी मुख्य आयोजना अधिकारी श्रीमती बीना वर्मा ने दी।
अरांई में सर्वाधिक 80 मीमी वर्षा दर्ज
अजमेर, 29 जून। जिले में गुरूवार प्रातः समाप्त हुए गत 24 घण्टों में सर्वाधिक वर्षा अरांई में 80 मीमी वर्षा दर्ज की गई। यहां अब तक 148 मीमी वर्षा हो चुकी है।
जल संसाधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरूवार प्रातः तक बिजयनगर में 55, केकड़ी में 42, बांदरसिंदरी में 28, नसीराबाद में 20, अजमेर में 15, मसूदा में 11, भिनाय में 10, सरवाड़ में 10, ब्यावर में 18, श्रीनगर में 5, गोविंदगढ़ में 10, पुष्कर में 4 एवं पीसांगन में 8 मीमी वर्षा दर्ज की गई।
कार्यापलक मजिस्ट्रेट नियुक्त
अजमेर, 29 जून। अखिल भारतीय व्यापार उद्योग मण्डल द्वारा शुक्रवार 30 जून को प्रस्तावित अजमेर बंद के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्यापालक मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति की गई है।
जिला मजिस्ट्रेट श्री गौरव गोयल ने बताया कि उत्तर वृत के लिए जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री संजय कुमार माथुर तथा तहसीलदार श्री अरविंद शर्मा, दक्षिण वृत के लिए उपखण्ड मजिस्ट्रेट सुश्री भावना शर्मा तथा एडीए के तहसीलदार श्री वीमलेन्द्र राणावत एवं दरगाह क्षेत्रा के लिए जिला रसद अधिकारी श्रीमती दीप्ति शर्मा और नायब तहसीलदार श्री महेश दत्त शर्मा को कार्यापालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। इस दौरान अजमेर शहर में कानून व्यवस्था के प्रभारी अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट शहर तथा जिले में कानून व्यवस्था के समग्र प्रभारी अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट प्रशासन को बनाया गया है।
महिला जनसुनवाई 30 को जिला परिषद मंे
अजमेर, 29 जून। राजस्थान राज्य महिला आयोग द्वारा आगामी 30 जून को प्रातः 11 से शाम 5 बजे तक जिला परिषद के सभागार मंे महिला जनसुनवाई का आयोजन किया जाएगा। इस जनसुनवाई में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष एवं सदस्यों सहित जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक उपस्थित रहेंगे। महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक श्रीमती अनुपमा टेलर ने बताया कि जनसुनवाई में आयोग में लम्बित प्रकरणों पर कार्यवाही की जाएगी। जनसुनवाई के लिए महिला अधिकारिता विभाग के कार्यक्रम अधिकारी श्री नितेश यादव को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जनसुनवाई के दौरान अजमेर जिले की महिलाओं की समस्याओं को आयोग द्वारा मौके पर सुना जाकर समाधान किया जाएगा।
सामूहिक विवाह के लिए सक्षम अधिकारी नियुक्त
अजमेर, 29 जून। राजस्थान सामूहिक विवाह एवं अनुदान अधिनियम के अन्तर्गत अनुदान के लिए सक्षम अधिकारी नियुक्त किए गए है।
जिला मजिस्ट्रेट श्री गौरव गोयल ने बताया कि महिला अधिकारिता विभाग द्वारा सामूहिक विवाह पर अनुदान प्रदाना किए जाते है। समाज की अधिकृत संस्था द्वारा सामूहिक विवाह करने से पूर्व अनुमति के लिए सक्षम अधिकारी नियुक्त किए गए है। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट शहर को अजमेर शहर के लिए तथा समस्त उपखण्ड मजिस्ट्रेट को संबंधित उपखण्ड क्षेत्रा के लिए सक्ष्म अधिकारी नियुक्त किया गया है। सामूहिक विवाह आयोजन की अनुमति से पूर्व सक्षम अधिकारी द्वारा कानूनी एवं अन्य पहलूओं पर जांच की जांच की जाएगी। सामूहिक विवाह की आवश्यकता के अनुसार विवाह स्थल, सुविधाएं, अग्निशमन सेवाएं, चिकित्सा सुविधा तथा शान्ति व्यवस्था के बारे में विचार विमर्श किया जाएगा। किसी संस्था को अनुमति नहीं देने के संबंध में महिला अधिकारिता निदेशालय को भी सूचित किया जाएगा। सक्षम अधिकारी अनुमति के आधार पर होने वाले विवाह आयोजन में उपस्थित रहकर रिपोर्ट तैयार करेंगे। विवाह पंजीयन अधिकारी भी मौके पर उपस्थित रहेंगे।सक्षम अधिकारी के द्वारा अनुमति के बीना सामूहिक विवाह करने पर नियमानुसार जुर्माना लगाया जाएगा। सामूहिक विवाह सम्पन्न करवाने वाली संस्था के द्वारा मांगे जाने पर अनुदान भी उपलब्ध भी करवाया जाएगा। सामूहिक विवाह के संबंध में शंकाओं का निस्तारण सक्षम अधिकारी स्तर का होने पर जिला कलक्टर द्वारा किया जाएगा। उच्च स्तर से संबंधित होने पर इसे निदेशालय को प्रेषित किया जा सकेगा।
कम्प्यूटराईज्ड अकाउटिग प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन
अजमेर, 29 जून। बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान में गुरूवार को 30 दिवसीय कम्प्यूटराईज्ड अकाउंटिंग प्रशिक्षण का समापन समारोह आयोजित किया गया।
बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान की निदेशक श्रीमती सीमा खन्ना ने बताया कि यह प्रशिक्षण 30 मई से आरम्भ हुआ था। इस 30 दिवसीय कम्प्यूटराईज्ड अकाउटिग प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन बैक आॅफ बड़ौदा के उप आंचलिक प्रबंधक श्री वी.पी. उपाध्याय के आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में भिनाय खण्ड टांटोटी से एक, पीसागंन खण्ड पुष्कर से 4 व अजमेर से 15 प्रशिक्षणार्थियों ने सफलतापूर्वक प्रशिक्षण लिया।
उन्होंने बताया कि श्री वी.पी. उपाध्याय ने अपने उद्बोधन में सभी प्रशिक्षणार्थियों को जीवन में सफल बनने के लिए कम्प्यूटर का ज्ञान की आवश्यकता बतायी। बड़ौदा आर-सेटी से अर्जित ज्ञान के साथ उद्यमिता का ज्ञान होने पर हम अपना स्वरोजगार खोलकर अच्छी आय अर्जित कर पायेगें। अपना स्वयं का उद्यम शुरू करने में बैक ऋण की आवश्यकता होती है, तो बैंक आपको सहायता प्रदान करेगें। प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्रा प्रदान किये। इसके पष्चात् मुख्य अतिथि द्वारा आरसेटी में वृक्षारोपण किया गया। इस दौरान समस्त स्टाॅफ एवं दक्ष प्रशिक्षिका सुमन गोस्वामी उपस्थित रहे।
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