बाड़मेर। बाबूलाल मेघवाल आत्महत्या प्रकरण का धरना शुरू
बाड़मेर। नगर परिषद के मृतक ठेकेदार बाबूलाल मेघवाल को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मामले में आरोपित सभापति लूणकरण बोथरा एवं संबंधित कार्मिकों को गिरफ्तार करने एवं मृत्यु पूर्व बाबूलाल द्वारा नगर परिषद की गई षिकायतों की जांच की मांग को लेकर गुरूवार से जिला कलेक्ट्रेट बाड़मेर के सामने विषाल प्रदर्षन एवं बेमियादी धरने की शुरूआत गुरूवार को की गई।
बाड़मेर के दलित समाज एवं राजस्थान मेघवाल परिषद शाखा बाड़मेर के जिलाध्यक्ष मूलाराम मेघवाल ने बताया कि बाड़मेर नगर परिषद में ठेकेदारी करने वाले बाबूलाल मेघवाल ने नगर परिषद के सभापति एवं कतिपय कार्मिकों के भ्रष्ट रवैये एवं अभ्रद व्यवहार से आहत एवं जानबूझकर परेषान करने एवं प्रताडि़त होकर दिनांक 20 मई 17 को आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। बाबूलाल ने जोगीयों की दड़ी अपने प्लोट में पड़ी धार्मिक ग्रन्थ गीता में मिले सुसाईड नोट में उसने अपनी आत्महत्या की मजबूरी के लिये सभापति लूणकरण बोथरा एवं अन्य कार्मिकों को बताते हुए उन्हें नामजद किया और मृत्यु पूर्व मांग की थी कि उसके मरने के बाद नगरपरिषद बाड़मेर में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं सुसाईड नोट मंे उल्लेखित प्रकरणों की उच्चस्तरीय जांच करवाई जावें।
इस मामले में पुलिस थाना सदर में पुलिस ने प्रकरण संख्या 117/2017 दर्ज किया गया, पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की तो हम मेगवाल समाज के मौजीज लोग दिनांक 29 मई 17 को जिला कलेक्टर बाड़मेर से मिले और उन्हें पुरे प्रकरण से अवगत करवाते हुए 7 दिन में दोषीजनों को गिरफ्तार कर आवष्यक कार्यवाही करने की मांग की गई थी, लेकिन इस प्रकरण में पुलिस ने आज दिन तक एवं दलित समाज द्वारा दिये गये पर्याप्त वक्त के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की और न आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं इससे हमारे समाज में भारी आक्रोष एवं नाराजगी है।
इस दौरान मूलाराम मेघवाल अध्यक्ष मेघवाल परिषद, केवलचंद बृजवाल, देवेन्द्र कुमार, श्रवण चंदेल, सोनाराम टांक, मांगाराम मंसूरिया, चाम्पाराम, सोनाराम मेघवाल, तगाराम खती, कुटलाराम उप प्रधान, आसूराम, गुलाबाराम टाउराम पूनड़, अर्जुन देवपाल, छगन एडवोकेट, बगताराम, चेनाराम, चुतराराम, किषनाराम,हरखाराम, चेतनराम पंवार, नवाराम, मोहन, खेतेष कोचरा, सांगराराम मंसूरिया, सांगाराम, हंजारीराम, ओमाराम पूनड़, गणपत, बाबूलाल, मांगाराम पंवार, मकाराम, पेमाराम, केवलाराम, हडूमानाराम, सोहन मंसूरिया, उतम पंवार, हरीष मंसूरिया, हरीराम, भंवरलाल पंवार, देराजराम, खीमाराम, धूड़ाराम, उम्मेदाराम, कमलाराम, भंवराराम, ठाकराराम मंसूरिया सहित उपस्थित रहे।
बाड़मेर। नगर परिषद के मृतक ठेकेदार बाबूलाल मेघवाल को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मामले में आरोपित सभापति लूणकरण बोथरा एवं संबंधित कार्मिकों को गिरफ्तार करने एवं मृत्यु पूर्व बाबूलाल द्वारा नगर परिषद की गई षिकायतों की जांच की मांग को लेकर गुरूवार से जिला कलेक्ट्रेट बाड़मेर के सामने विषाल प्रदर्षन एवं बेमियादी धरने की शुरूआत गुरूवार को की गई।
बाड़मेर के दलित समाज एवं राजस्थान मेघवाल परिषद शाखा बाड़मेर के जिलाध्यक्ष मूलाराम मेघवाल ने बताया कि बाड़मेर नगर परिषद में ठेकेदारी करने वाले बाबूलाल मेघवाल ने नगर परिषद के सभापति एवं कतिपय कार्मिकों के भ्रष्ट रवैये एवं अभ्रद व्यवहार से आहत एवं जानबूझकर परेषान करने एवं प्रताडि़त होकर दिनांक 20 मई 17 को आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। बाबूलाल ने जोगीयों की दड़ी अपने प्लोट में पड़ी धार्मिक ग्रन्थ गीता में मिले सुसाईड नोट में उसने अपनी आत्महत्या की मजबूरी के लिये सभापति लूणकरण बोथरा एवं अन्य कार्मिकों को बताते हुए उन्हें नामजद किया और मृत्यु पूर्व मांग की थी कि उसके मरने के बाद नगरपरिषद बाड़मेर में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं सुसाईड नोट मंे उल्लेखित प्रकरणों की उच्चस्तरीय जांच करवाई जावें।
इस मामले में पुलिस थाना सदर में पुलिस ने प्रकरण संख्या 117/2017 दर्ज किया गया, पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की तो हम मेगवाल समाज के मौजीज लोग दिनांक 29 मई 17 को जिला कलेक्टर बाड़मेर से मिले और उन्हें पुरे प्रकरण से अवगत करवाते हुए 7 दिन में दोषीजनों को गिरफ्तार कर आवष्यक कार्यवाही करने की मांग की गई थी, लेकिन इस प्रकरण में पुलिस ने आज दिन तक एवं दलित समाज द्वारा दिये गये पर्याप्त वक्त के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की और न आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं इससे हमारे समाज में भारी आक्रोष एवं नाराजगी है।
इस दौरान मूलाराम मेघवाल अध्यक्ष मेघवाल परिषद, केवलचंद बृजवाल, देवेन्द्र कुमार, श्रवण चंदेल, सोनाराम टांक, मांगाराम मंसूरिया, चाम्पाराम, सोनाराम मेघवाल, तगाराम खती, कुटलाराम उप प्रधान, आसूराम, गुलाबाराम टाउराम पूनड़, अर्जुन देवपाल, छगन एडवोकेट, बगताराम, चेनाराम, चुतराराम, किषनाराम,हरखाराम, चेतनराम पंवार, नवाराम, मोहन, खेतेष कोचरा, सांगराराम मंसूरिया, सांगाराम, हंजारीराम, ओमाराम पूनड़, गणपत, बाबूलाल, मांगाराम पंवार, मकाराम, पेमाराम, केवलाराम, हडूमानाराम, सोहन मंसूरिया, उतम पंवार, हरीष मंसूरिया, हरीराम, भंवरलाल पंवार, देराजराम, खीमाराम, धूड़ाराम, उम्मेदाराम, कमलाराम, भंवराराम, ठाकराराम मंसूरिया सहित उपस्थित रहे।
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