शुक्रवार, 9 जून 2017

जालोर मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान में सहयोग देने वाले भामाशाहों का किया सम्मान



जालोर मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान में सहयोग देने वाले भामाशाहों का किया सम्मान



जालोर 9 जून - मुख्य मंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के द्वितीय चरण में आर्थिक सहयोग देने वाले 25 भामाशाहों का जिला प्रमुख डाॅ. वन्नेसिंह गोहिल एवं जिला कलक्टर एल.एन. सोनी ने भामाशाह सम्मान समारोह में प्रशिस्त पत्रा प्रदान कर सम्मान किया।

जिला परिषद के सभागार में शुक्रवार को प्रातः आयोजित भामाशाह सम्मान समारोह में जिला प्रमुख डा. वन्नेसिंह गोहिल ने मुख्य मंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के द्वितीय चरण में आर्थिक सहयोग देने वाले भामाशाहों का स्वागत करते हुए कहा कि जालोर जिले में दानवीरों की कोई कमी नही है, बस उन्हें प्रेरित करने वाले होने चाहिए। उन्होनें कहा कि राज्य की यशस्वी मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे ने राज्य में जल की कमी तथा आने वाली पीढ़ी की चिन्ता करते हुए जल का संरक्षण करने के लिए इस महत्वाकांक्षी अभियान को प्रारभ्भ किया गया है तथा इसके सुखद परिणाम हम सब ने प्रथम चरण में देखे है तथा द्वितीय चरण इससे भी बेहत्तर होगा। उन्होनें भामाशाहों से आग्रह किया कि एमजेएसए के तहत संचालित कार्यो को गोद ले, जिससे उनका प्रत्यक्ष जुड़ाव तो होगा ही वही उन्हें आत्म संतुष्टी भी मिलेगी।

समारोह में जिला कलक्टर एल.एन.सोनी ने कहा कि राज्य सरकार ने ग्रामों व शहरों में पानी कमी को दृष्टिगत रखते हुए उन्हें जल के मामलों में पूर्णतया आत्मनिर्भर बनाने तथा खेतों का पानी खेत में रखने के महत्ती उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए जल स्वावलम्बन अभियान संचालित किया है। उन्होनें कहा कि रेगिस्तान या दुर्गम क्षेत्रा में रहने वाले लोग पानी के महत्व को अच्छी तरह से समझते है। प्रकृति ने हम सब को अनेक बहुमूल्य चीजे दी है लेकिन हम लोगों ने ही प्रकृति का दोहन कर दिया। पूर्व में कुओं से पानी को सींच कर लाया जाता था तो उसकी एक-एक बून्द का उपयोग करते थे, लेकिन अब व्यर्थ बह रहे पानी को रोकने के कार्य में भी संकोच होता है। मुख्यमंत्राी ने इसी मूल मंशा को ध्यान में रखते हुए व्यर्थ एवं बहते पानी को रोकने के लिए पुनीत व अभिनव कार्य की जिम्मेदारी हम सब को दी है इसलिए हम सब का दायित्व है कि इस अभियान से अपने आस-पास रहने वाले अधिकाधिक लोगों व भामाशाहों को भी जोडे।

उन्होनें उपस्थित भामाशाहों से कहा कि जल के महत्व को आप सभी ने समझते हुए अपनी गाडी कमाई का पैसा व संसाधन इस कार्य के लिए दिया है जिसकी कोई कीमत नही है तथापि आप सभी से आग्रह है कि वे भविष्य में अपने क्षेत्रा में चल रहे कार्यो को गोद ले जिससे उनका भावनात्मक लगाव होगा वही कार्य की गुणवत्ता भी आपकी देखरेख में होने से बेहत्तर होगी। उन्होनें पानी के दुरूपयोग को रोकने के कार्य में भी आगे आने का आहवान् किया।

समारोह में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम मीना ने जल स्वावलम्बन सप्ताह तथा एमजेएसए के तहत जिले में संचालित कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के द्वितीय चरण में 25 भामाशाहों द्वारा 14 लाख 24 हजार रूपयों की राशि प्राप्त हुई है जिसमें जालोर पंचायत समिति क्षेत्रा की नारणावास ग्राम पंचायत क्षेत्रा से जुडे 23 भामाशाह शामिल है। उन्होनें जिले के अन्य भामाशाहों से भी आग्रह किया कि वे आर्थिक सहयोग देते हुए इस महत्वाकांक्षी अभियान को ओर अधिक गति दें। इस अवसर पर भामाशाह गंगासिंह ने भी अपने विचवार व्यक्त किए।

समारोह में वाटर शेड के अधीक्षण अभियन्ता दिलीप वर्मा, जालोर विकास अधिकारी सुरेश कविया, नारणावास की सरपंच व भामाशाह सुश्री सुख कंवर, भामाशाह फूलसिंह, संजीव चैधरी, हडमतसिंह, राजेन्द्रसिंह एवं विक्रम सिंह सहित विभिन्न भामाशाह उपस्थित थें। समारोह में उपस्थित सभी भामाशाहों को प्रमाण पत्रा प्रदान कर सम्मानित किया गया। समारोह का संचालन समन्वयक वोराराम जीनगर ने किया ।

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आपणो सांसद-आपणे ग्राम कार्यक्रम के तहत सांसद सुनेंगे समस्याएँ




जालोर 9 जून- जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल आपणो सांसद- आपणें गांव कार्यक्रम के तहत 10 जून शनिवार को चितलवाना पंचायत समिति की हाडेचा, जानवी, केसूरी, संथूड़ी व खेजडियाली ग्राम पंचायतों के दौरे पर रहेंगे तथा स्थानीय जनता की समस्याओं की सुनवाई करेंगे।

जिला कलक्टर एल.एन.सोनी ने बताया कि सांसद देवजी पटेल 10 जून शनिवार को चितलवाना पंचायत समिति क्षेत्रा में प्रातः 9.30 बजे हाडेचा, प्रातः 11 बजे जानवी, दोपहर 12.30 बजे केसूरी, दोपहर 3 बजे संथूड़ी तथा सायं 4.30 बजे खेजडियाली ग्राम पंचायत में उपस्थित रहकर स्थानीय जनता से रूबरू होकर उनकी समस्याओं की सुनवाई करेंगे साथ ही ग्राम पंचायत के विकास के सम्बन्ध मंे चर्चा करेंगे।

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एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न


जालोर 9 जून - जिले में महिलाओं का कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न (निवारण, प्रतिषेध एवं प्रतितोष) अधिनियम-2013 के तहत गठित स्थानीय एवं आन्तरिक शिकायत समितियों के अध्यक्ष, सदस्यों तथा ब्लाॅक नोडल अधिकारियांे का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुक्रवार को कलेक्टेªट सभागार में सम्पन्न हुआ।

महिला अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक श्रीमती सती चैधरी ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला कलक्टर एल.एन.सोनी ने निर्देशित किया कि जिन कार्यालयों में आंतरिक समिति का गठन नहीं किया गया हैं वे तीन दिवस के भीतर समिति का गठन कर सूचना भिजवायें। प्रशिक्षण में पार्टनर फाॅर लाॅ इन डवलपमेंट (पी.एल.डी.) संस्था के प्रतिनिधि श्रीमती रचना व श्रीमती अभिति ने पाॅवरपाॅइन्ट व ओडियो-वीडियों के माध्यम से यौन उत्पीड़न क्या हैं, अधिनियम के प्रावधानों, कमेटियों का गठन एवं शिकायत करने का तरीका, जांच प्रक्रिया, रिपोर्टिंग, समिति व नियोक्ता की जिम्मेदारी आदि की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया।

प्रशिक्षण में विभिन्न विभागों के अधिकारियों, स्थानी शिकायत व आंतरिक शिकायत समितियांे के अध्यक्ष एवं सदस्यों को अधिनियम के बारे मंे जानकारी प्रदान की गई।

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जाति आधारित जनगणना के लिए मय रिकार्ड उपस्थिति के निर्देश
जालोर 9 जून - जिला सामाजिक-आर्थिक एवं जाति आधारित जनगणना अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट नरेश बुनकर ने जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के सभी चार्ज अधिकारियों को निर्देशित किया कि 11 जून रविवार को स्थानीय अटल सेवा केन्द्र में उपयोगिता प्रमाण पत्रा तैयार करवाये जायेगे इसलिए वे राजस्व अधिकारियोें की बैठक के लिए अपने साथ सम्बन्धित कार्मिक को मय सम्पूर्ण रिकार्ड के लाना सुनिश्चित करें ।

जिला सामाजिक-आर्थिक एवं जाति आधारित जनगणना, 2011 अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट नरेश बुनकर ने जिले के सभी चार्ज अधिकारियों यथा तहसीलदारों एवं नगर निकायों के आयुक्त व अधिशाषी अधिकारियों को निर्देशित किया कि सामाजिक-आर्थिक एवं जाति आधारित जनगणना के निमित्त बकाया दायित्वों का तत्काल निपटान कर उपयोगिता प्रमाण पत्रा एवं अवशेष रही राशि को पुनः भिजवाने के निर्देशों के बावजूद कुछ चार्ज अधिकारियों द्वारा उपयोगिता प्रमाण पत्रा सामान्य वित्तीय लेखा नियमों के तहत नही भिजवाये है इसलिए 11 जून रविवार को जिला मुख्यालय पर आयोजित होने वाली राजस्व अधिकारियों के बैठक में अपने साथ सम्बन्धित कार्मिक को मय सम्पूर्ण रिकार्ड के साथ लाना सुनिश्चित करें ताकि स्थानीय अटल सेवा केन्द्र में इस कार्य के लिए नियुक्त लेखाकार रामगोपाल विश्नोई के दिशा निर्देशों में मौके पर उक्त कार्य का निपटारा सुनिश्चित हो सकें।

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नरपुरा ग्राम के लिए आपत्तियाँ आमन्त्रिात

जालोर 9 जून - जिला कलक्टर (भू.अ.) ने जालोर तहसील क्षेत्रा के मूल राजस्व ग्राम नरपतडा का नाम परिवर्तन कर नरपुरा करने के सम्बन्ध में 30 जून तक आपत्तियां आमन्त्रिात की हैं।

जिला कलक्टर (भू.अ.) एल.एन.सोनी ने बताया कि जिले की जालोर तहसील के मूल राजस्व ग्राम नरपडा का नाम नरपुरा किये जाने के लिए प्रस्ताव प्राप्त हुआ हैं जिसके सम्बन्ध में यदि किसी व्यक्ति को राजस्व ग्राम के नाम परिवर्तन के संबंध मंे अन्य किसी भी प्रकार की कोई आपत्ति हो तो वह 30 जून, 2017 तक जिला कलक्टर कार्यालय में पत्रा के माध्यम से कार्यालय दिवसों में प्रस्तुत कर सकते हैं अन्यथा इसके पश्चात् प्राप्त होने वाली आपत्तियों पर कोई विचार नहीं किया जायेगा।

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