बाड़मेर के हस्तशिल्प को उन्नत बनाने हेतु राज्य सरकार करेगी हर संभव मदद - अविन्द्र लड्ढा
(ग्रामीण विकास एवम चेतना संस्थान द्वारा निर्मित समूहों को किया संबोधित)
ग्रामीण महिला दस्तकारों को सक्रिय रूप से कलस्टर विकास कार्यक्रम की हर गतिविधि में भाग लेकर अपने कौशल और डिजायन में विकास करना होगा। संस्थान एवम राज्य सरकार दस्तकारों को मार्केट उपलब्ध कराने में पूरा सहयोग करेगें। यह बात उद्योग विभाग राजस्थान सरकार के संयुक्त निदेशक, अविन्द्र लढ़ा ने नोखड़ा, कगाऊ, सनावड़ा आदि गाॅवों में एम्ब्रोडरी कलस्टर प्रोग्राम के स्वयं सहायता समूहों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने बताया की ग्रामीण विकास एवम चेतना संस्थान, उद्योग विभाग - राजस्थान सरकार, रूडा और जिला उद्योग केन्द्र, द्वारा बाड़मेर एम्ब्रोडरी कलस्टर विकास हेतु कई तरह के कार्यक्रमों का संचालन बाड़मेर के हस्तशिल्प को उन्नत बनाने के लिये किया जायेगा।
कार्यक्रमों के दौरान साथ उपस्थित जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक, घनश्याम गुप्ता ने बताया की आज के समय के अनुसार महिला एवम पुरूष दोनों को परिवार के विकास हेतु कार्य करना चाहिए। यहां की महिलाऐं एम्ब्रोडरी कार्य के माध्यम से आय अर्जित कर सकती है। इन महिलाओं को दक्ष बनाकर मार्केट उपलब्ध कराने हेतु जिला उद्योग केन्द्र एवम ग्रामीण संस्थान द्वारा कौशल विकास, डिजायन विकास, मार्केटिग विकास आदि कार्यक्रमों का संचालन किया जायेगा।
संस्थान के सचिव, विक्रमसिंह ने दस्तकार समूहों को संबोधित करते हुये बताया कि हुनर के कारण यहां के दस्तकारों की राजस्थान की मुख्यमंत्री ने भी कई बार सराहना की है। इस कलस्टर विकास कार्यक्रम में संस्थान द्वारा दस्तकारों समूहों को सीधे मार्केट से जोड़ा जायेगा ताकि वे अपना स्वंय का व्यवसाय कर आगे बढ़ सके। कलस्टर अवधि पूर्ण होने के बाद भी संस्थान इन समूहों को निरन्तर सहयोग प्रदान करेगा। इस दौरान कार्यक्रम के प्रोग्राम समन्वयक नरपतराज, डिजायनर छैलबिहारी शर्मा, मार्केटिंग सहायक निरूपा कुमारी, क्राफ्टमैन मोहनीदेवी ने कलस्टर विकास के तहत हो रहे कार्यक्रमों का विवरण प्रस्तुत किया। संस्थान कार्यकत्र्ता गौरव चैधरी, केवलाराम, गणेश कुमार आदि ने अपना सक्रिय योगदान दिया।
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