बाड़मेर।। खेताराम भील हत्याकांड प्रकरण।। इंसाफ के लिये अनशन जारी , भूख हड़ताल पर बैठे परिवार की हालत गंभीर
रिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर
बाड़मेर। जिला मुख्यालय पर खेताराम भील के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर पिछले 22 दिनों से धरना दिया जा रहा है। लेकिन आज तक खेताराम भील के हत्याकांड प्रकरण में प्रशासन ने अभी तक कोई सक्रिय कार्यवाही नहीं की गई जिसके चलते पीड़ित परिवार मृतक की पत्नी लहरी देवी, उनके चार मासुम बच्चे, व वृद्ध माता-पिता 21 जून से भुख हड़ताल पर बैठें गये। पिछले तीन दिनों से भुख हड़ताल पर बैठे पीड़ित परिवार के लोगो की हालत खराब होती जा रही है। अभी तक प्रशासन ने पीड़ितो का हाल जानने के लिए कोशिश नही की है। भूख हड़ताल से मृतक की वृद्ध माता पिता व पत्नी का कुछ भी हो सकता है। अगर समय रहते प्रशासन ने कोई उचित कार्यवाही नहीं की तो आने वाले समय में खामीयाजा भुगतना पड़ सकता है। एक दलित की हत्या प्रकरण में पुलिस के रवैये से पूरे दलित वर्ग में रोष व्याप्त है।
मां की तबियत बिगड़ी
अनशन के पहले दिन से मृतक खेताराम के माता पिता की तबीयत अचानक खराब हो गई उसके दांत आपस में जुडने पर बेहोश हो गई मृतक के माता के हाथ पैर जुकड़ गये, तबीयत ज्यादा खराब होने की बात बताई उसके बाद कलेक्टर के फोन करने के बाद हास्पीटल बाड़मेर की टीम धरणास्थल पर पहुंची और मृतक के माता पिता पत्नी व चार मासूम बच्चों का मेडिकल जाँच करवाया गया था । मृतक के परिवार के सदस्यों की तबीयत खराब हो रही है।
बता दें कि बाड़मेर जिले के बंधड़ा गाँव के खेताराम भील पुत्र प्रभुराम भील निवासी बंधड़ा की हत्या 3 मई 2017 को हो गई थी लेकिन उसके करीबन दो माह पश्चात भी ना तो कोई कार्यवाही हुई हैं ना ही गिरफ्तारी की गई उक्त हत्याकाण्ड को लेकर जिले के पूरे भील समाज ने भारी रोष व्याप्त है। खेताराम भील हत्याकांड के नामजद मुलजिमों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 2 जून से जिला मुख्यालय पर अनिश्चित कालीन धरना जारी है और साथ ही पीड़ित परिवार मृतक की पत्नी लहरी देवी व वृद्ध माता-पिता ने 21 जून से अनशन शुरू कर दिया है।
बाड़मेर। जिला मुख्यालय पर खेताराम भील के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर पिछले 22 दिनों से धरना दिया जा रहा है। लेकिन आज तक खेताराम भील के हत्याकांड प्रकरण में प्रशासन ने अभी तक कोई सक्रिय कार्यवाही नहीं की गई जिसके चलते पीड़ित परिवार मृतक की पत्नी लहरी देवी, उनके चार मासुम बच्चे, व वृद्ध माता-पिता 21 जून से भुख हड़ताल पर बैठें गये। पिछले तीन दिनों से भुख हड़ताल पर बैठे पीड़ित परिवार के लोगो की हालत खराब होती जा रही है। अभी तक प्रशासन ने पीड़ितो का हाल जानने के लिए कोशिश नही की है। भूख हड़ताल से मृतक की वृद्ध माता पिता व पत्नी का कुछ भी हो सकता है। अगर समय रहते प्रशासन ने कोई उचित कार्यवाही नहीं की तो आने वाले समय में खामीयाजा भुगतना पड़ सकता है। एक दलित की हत्या प्रकरण में पुलिस के रवैये से पूरे दलित वर्ग में रोष व्याप्त है।
मां की तबियत बिगड़ी
अनशन के पहले दिन से मृतक खेताराम के माता पिता की तबीयत अचानक खराब हो गई उसके दांत आपस में जुडने पर बेहोश हो गई मृतक के माता के हाथ पैर जुकड़ गये, तबीयत ज्यादा खराब होने की बात बताई उसके बाद कलेक्टर के फोन करने के बाद हास्पीटल बाड़मेर की टीम धरणास्थल पर पहुंची और मृतक के माता पिता पत्नी व चार मासूम बच्चों का मेडिकल जाँच करवाया गया था । मृतक के परिवार के सदस्यों की तबीयत खराब हो रही है।
बता दें कि बाड़मेर जिले के बंधड़ा गाँव के खेताराम भील पुत्र प्रभुराम भील निवासी बंधड़ा की हत्या 3 मई 2017 को हो गई थी लेकिन उसके करीबन दो माह पश्चात भी ना तो कोई कार्यवाही हुई हैं ना ही गिरफ्तारी की गई उक्त हत्याकाण्ड को लेकर जिले के पूरे भील समाज ने भारी रोष व्याप्त है। खेताराम भील हत्याकांड के नामजद मुलजिमों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 2 जून से जिला मुख्यालय पर अनिश्चित कालीन धरना जारी है और साथ ही पीड़ित परिवार मृतक की पत्नी लहरी देवी व वृद्ध माता-पिता ने 21 जून से अनशन शुरू कर दिया है।
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