जोधपुर।राजस्थान के बहुचर्चित भंवरी देवी प्रकरण में 'सस्पेंस' बरकरार! कोर्ट पेशी के बाद इंद्रा विश्नोई बोली- 'हां, भंवरी ज़िंदा है'
राज्य के बहुचर्चित एएनएम भंवरी देवी प्रकरण में मुख्य कड़ी मानी जाने वाली इन्द्रा बिश्नोई को शनिवार को कड़ी सुरक्षा में न्यायिक अभिरक्षा में भिजवा दिया गया। कोर्ट से बाहर आने पर एक मीडियाकर्मी के सवाल पर इन्द्रा ने कहा, ' हां भंवरी अभी जिन्दा है ' । यह सुनकर कोर्ट के बाहर मौजूद सीबीआई अधिकारी व लोगों ने ठहाका लगाया।
गौरतलब है कि साढे पांच साल तक फरार इन्द्रा को एटीएस ने गत दो जून को देवास से हिरासत में लिया था। मजिस्ट्रेट ने उसे तीन जून को सात दिन के रिमांड पर भेजा था। रिमांड अवधि समाप्त होने पर इन्द्रा को सीबीआई ने सुबह एमएम 2 कोर्ट में पेश किया जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए गए।
कोर्ट से बाहर आने पर मीडियकर्मी ने उससे पूछा कि क्या भंवरी ज़िंदा है? तो इन्द्रा ने जवाब दिया कि हां भंवरी ज़िंदा है।
इसके बाद इन्द्रा को कड़ी सुरक्षा में जोधपुर सेन्ट्रल जेल लाया गया और न्यायिक अभिरक्षा के तहत जेल अधिकारियों को सुपुर्द किया गया।
इंद्रा को लगा झटका
इन्द्रा विश्नोई को राजस्थान हाईकोर्ट से झटका लगा है। शनिवार को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायालय ने उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजेन के आदेश दिए, जिसके बाद उन्हें जोधपुर की सेंट्रल जेल के महिला बैरक में रखा जाएगा।
कोर्ट ने भेजा जेल
भंवरी देवी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में पकड़ी गई इंद्रा विश्नोई को हाईप्रोफाइल ड्रामे के बाद कोर्ट ने जेल भेज दिया। इससे पूर्व सीबीआई ने इंद्रा को रिमांड पर लेने की अर्जी लगाई थी। शुक्रवार को इंद्रा से सोहन लाल व सहीराम के सामने क्रॉस पूछताछ के बाद ज्यादा जानकारी नहीं मिलने पर सीबीआई ने उसे कोर्ट में पेश किया।
बताया जा रहा है कि सीबीआई ने अपनी तरफ से ही कोर्ट में प्रार्थना-पत्र दिया कि इंद्रा को जेल भेज दिया जाए। उनको इस बारे में और पूछताछ नहीं करनी। इस पर कोर्ट ने इंद्रा को जेल भेजने के आदेश दिए।
कोर्ट में इंद्रा का ड्रामा
जब इंद्रा को कोर्ट लाया गया तो पहले वह शांत रही। बाद में जब सुनवाई शुरू हुई तो उसने कहा कि मुझ पर किसी ने काला जादू किया है। मैं ज्यादा कुछ नहीं बोल सकती। उसके बाद कोर्ट ने सुनवाई पूरी होने पर इंद्रा को जेल भेजने के लिए कहा। कोर्ट के बाहर इंद्रा ने कहा कि भंवरी मरी नहीं है, वह जिंदा है। एेसा कहने के बाद पुलिस इंद्रा को जेल के लिए लेकर रवाना हो गई।
पूछताछ में नहीं मिली ज्यादा जानकारी
इससे पूर्व सीबीआई के अधिवक्ता व इंद्रा के अधिवक्ता के बीच रिमांड के मसले पर तीखी नोंक-झोंक हुई थी। मगर आज पेशी के बाद सब शांत नजर आए। सीबीआई के मुताबिक इंद्रा की गिरफ्तारी के बाद उसे सात दिन के रिमांड पर लिया गया था। इस बीच उससे पूछताछ में पहले सोहन लाल व सहीराम की भूमिका की जांच की गई।
इन तीनों की क्रॉस पूछताछ के बाद कुछ बातें सामने आई हैं। लिहाजा प्रकरण में अन्य आरोपी पूर्व कांग्रेस विधायक मलखान व उसके भाई परसराम को भी सीबीआई कुछ बिंदुओ पर पूछताछ के लिए आमने-सामने बिठा कर पूछताछ कर सकती है।
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