आड़वाड़ा में दलितों की पिटाई प्रकरण को लेकर जटिया समाज ने की घोर निंदा, आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग
'
बाड़मेर
जालोर के आड़वाडा गांव में दलित समाज एवं महंत के साथ मारपीट एवं अभद्र व्यवहार किये जाने पर जटिया समाज ने घोर निंदा की। जटिया समाज के उमाशंकर फुलवारियां ने बताया कि वैसे तो देश में हमेशा से दलित समाज छुआछूत और उत्पीड़न का शिकार रहा है, लेकिन डिजीटल इंडिया के दौर में भी मंदिर में घुसने पर पाबंदी लगाई जा रही है। जहां जालोर जिले में सियाणा के समीप आडवाड़ा गांव के नवनिर्मित मंदिर पर तीन दिन पहले मंगलवार शाम को दलित समाज के लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया गया। उन लोगों की गलती इतनी थी कि, वह नवनिर्मित मंदिर के दर्शन करने गए थे। फुलवारिया ने बताया कि दलित समुदाय के मंहतों पर प्राण घातक हमले को लेकर देशभर के दलित समुदायों सहित अन्य समुदायों में भारी रोष व्याप्त है।
अतः इस प्रकार अमानव्य गैर अपराध करने वाले अपराधियांे को उनके किये गये अपराध को समाज कभी माफ नहीं करेगा। एवं कानून से समाज का अनुरोध है कि ऐसे अमान्व्य कार्य करने वाले गैर दलित समुदाय के लोगों पर उचित कार्रवाही कर उन्हंे सजा दिलावें। अन्यथा दलित समुदाय न्याय व इसंाफ के लिए जन आंदोलन करेगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
'
बाड़मेर
जालोर के आड़वाडा गांव में दलित समाज एवं महंत के साथ मारपीट एवं अभद्र व्यवहार किये जाने पर जटिया समाज ने घोर निंदा की। जटिया समाज के उमाशंकर फुलवारियां ने बताया कि वैसे तो देश में हमेशा से दलित समाज छुआछूत और उत्पीड़न का शिकार रहा है, लेकिन डिजीटल इंडिया के दौर में भी मंदिर में घुसने पर पाबंदी लगाई जा रही है। जहां जालोर जिले में सियाणा के समीप आडवाड़ा गांव के नवनिर्मित मंदिर पर तीन दिन पहले मंगलवार शाम को दलित समाज के लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया गया। उन लोगों की गलती इतनी थी कि, वह नवनिर्मित मंदिर के दर्शन करने गए थे। फुलवारिया ने बताया कि दलित समुदाय के मंहतों पर प्राण घातक हमले को लेकर देशभर के दलित समुदायों सहित अन्य समुदायों में भारी रोष व्याप्त है।
अतः इस प्रकार अमानव्य गैर अपराध करने वाले अपराधियांे को उनके किये गये अपराध को समाज कभी माफ नहीं करेगा। एवं कानून से समाज का अनुरोध है कि ऐसे अमान्व्य कार्य करने वाले गैर दलित समुदाय के लोगों पर उचित कार्रवाही कर उन्हंे सजा दिलावें। अन्यथा दलित समुदाय न्याय व इसंाफ के लिए जन आंदोलन करेगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें