विशाला में भागवत कथा का आयोजन
विशाला। नवयुवक मंडल विशाला की और से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन पंडित श्री कन्हैयालाल बृजवासी ने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है। जहाॅ अन्य गुणों में धर्म लाभ एवं मोक्ष प्राप्ति के लिए कड़े प्रयास करने पड़ते है। कलियुग में कथा सुनने मात्र से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है। और बताया कि आज कथा में श्री कृष्ण का जन्म व जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया। क्रार्यक्रम के सफल संचालन नवयुवक मंडल के अध्यक्ष मोहित जोषी, राजू सोनी, गुणवंती बेन जोषी ,कमला सोनी, खेताराम सुथार एवं कंवराजसिंह तथा घनष्याम जी समेत समस्त ग्रामवासी का योगदान है। श्रीकृष्ण के बाल रूप में मानविक औझा ने भूमिका अदा की। कथा में नंदबाबा, के रूप मे कैलाष औझा तथा यषोदा के रूप में भावना औझा तथा, वासुदेव का अभिनय कैलाष जोषी द्वारा किया गया है।
विशाला। नवयुवक मंडल विशाला की और से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन पंडित श्री कन्हैयालाल बृजवासी ने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है। जहाॅ अन्य गुणों में धर्म लाभ एवं मोक्ष प्राप्ति के लिए कड़े प्रयास करने पड़ते है। कलियुग में कथा सुनने मात्र से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है। और बताया कि आज कथा में श्री कृष्ण का जन्म व जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया। क्रार्यक्रम के सफल संचालन नवयुवक मंडल के अध्यक्ष मोहित जोषी, राजू सोनी, गुणवंती बेन जोषी ,कमला सोनी, खेताराम सुथार एवं कंवराजसिंह तथा घनष्याम जी समेत समस्त ग्रामवासी का योगदान है। श्रीकृष्ण के बाल रूप में मानविक औझा ने भूमिका अदा की। कथा में नंदबाबा, के रूप मे कैलाष औझा तथा यषोदा के रूप में भावना औझा तथा, वासुदेव का अभिनय कैलाष जोषी द्वारा किया गया है।
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