शनिवार, 6 मई 2017

धुन्धाड़ा/जोधपुर रोचक व अद्भुत: जोधपुर के आर्मी कैप्टन ने परम्परा कायम रखने को बैलगाड़ी पर निकाली बारात!



धुन्धाड़ा/जोधपुर रोचक व अद्भुत: जोधपुर के आर्मी कैप्टन ने परम्परा कायम रखने को बैलगाड़ी पर निकाली बारात!


आधुनिकता व विकास की अंधी दौड़ में जहां हर कोई लग्जरी लाइफ के पीछे भाग रहा है, ऐसे ही दौर में भारतीय सेना के कैप्टन ने परम्परा को कायम रखने के लिए अनूठा कदम उठाया। कस्बे के गोदावतों के वास निवासी दूल्हा कैप्टन बृजेश पटेल पुत्र हुकमाराम पटेल की बारात शनिवार को मारवाड़ की परम्परानुसार बैलगाड़ी पर रवाना हुई। फूलों से सजी-धजी बैलगाड़ी में बैठकर जब दूल्हा व बारात रवाना हुई तो बारात को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी।




इतना ही नहीं दूल्हा कैप्टन पटेल ने पड़ौस के गांव रोहिचा खुर्ज से बैलगाड़ी मंगवाकर पुरखों की परम्परा का निर्वाह किया। बंगलूरू में भारतीय सेना में कैप्टन के रूप में कार्यरत कैप्टन पटेल ने बताया कि जो परम्परा हमारे देश की पहचान हैं हम उनको भूलते जा रहे हैं। बैलगाड़ी में बारात रवाना कर परम्परा को कायम रखने का छोटा सा प्रयास किया गया है। बारात घर से गांव के फलसे तक बैलगाड़ी में गई और वहां से बस व कार में रवाना हुई।

दुल्हा के चाचा पूर्व सरपंच सुजाराम चौधरी ने बताया कि आज के समय में बैल गाडियां करीब-करीब लुप्त हो चुकी हैं। बहुत ढूंढने पर ही कोई बैलगाड़ी दिखती है। ऐसे में कैप्टन पटेल ने जब बैलगाड़ी में बारात ले जाने की बात कही तो बड़ी मुश्किल से पास के गांव रोहिचा खुर्ज में एक बैलगाड़ी मिल पाई।







बहन की शादी भी परम्परानुसार

केप्टन बृजेश की छोटी बहन भी हाल ही में अमरीका से मेडिकल की पढ़ाई पूरी कर आई है। उसका विवाह भी मारवाड़ी परम्परा के अनुसार 9 मई को धुन्धाड़ा में होगा।

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