बाड़मेर बायतु क्षेत्र का पनावड़ा गांव पानी के लिए तरस रहा
बाड़मेर। जिले के बायतु उपखण्ड मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर बसा पनावड़ा गांव पानी के लिए तरस रहा हैं। बरसों पहले उण्डू से निकलने वाली पाइप लाइन के जरिए प्यास बुझाने वाला पनावड़ा आज मीठे पानी के नाम पर प्यास का शिकार हो रहा है। स्थानीय विधायक कैलाश चौधरी ने चुनाव से पहले मीठा पानी देने की वादा किया था वह वादा महज वादा रह गया। कहने को तो यहां पर मीठे पानी की पाइप लाइन बिछा दी गई है लेकिन इस पाइप लाइन में उंडू से वर्षों से आ रहा पानी सप्लाई हो रहा है वह भी पनावड़ा से आगे अकदड़ा गांव तक जा रहा है लेकिन पनावड़ा ग्राम पंचायत में उस पानी की कोई भी सप्लाई नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि नहरी पानी का सपना दिखाकर पाइप लाइन बिछाने वाले विधायक ने पाइपलाइन का तो काम पूरा कर दिया लेकिन इस पाइपलाइन के लगने के बाद पुरानी पाइपलाइन जो बरसों से हिंदू के पानी से इस गांव की प्यास बुझा रही थी वह बंद हो गई उस पाइपलाइन को अब आप अगर ढूंढने जाओगे तो टूटे-फूटे टुकडे नजर आएंगे नई पाइप लाइन में पानी तो आ रहा है लेकिन इस गांव में नहीं इस गांव से आगे 6 किलोमीटर दूर बसा अकदड़ा का नाम से गांव में सप्लाई हो रही है। ग्रामीणों ने कहा कि हमारे साथ मीठे पानी के नाम पर खारा पानी भी बंद कर दिया। गांव के कई लोगों ने इसकी शिकायत जलदाय विभाग के उच्च अधिकारियों से की लेकिन एक ही जवाब मिला हम प्रोजेक्ट मैनेजर से बात करके समस्या का हल निकालेंगे लेकिन आज दिन तक कोई समस्या का हल नहीं निकल पाया। स्थानीय विधायक कैलाश चौधरी से भी हमने कहीं बाहर फोन करने की कोशिश की लेकिन हमारे फोन को विधायक महोदय ने उठाया ही नहीं हमने WhatsApp के जरिए मैसेज भी किया लेकिन उसका कोई जवाब नहीं मिला। स्थानीय विधायक सोशल मीडिया पर तो बहुत से गांव कि तस्वीरें भेजते हैं कि हमने मिठा पानी पिला दिया आज हमारा वादा पूरा कर दिया लेकिन उपखंड मुख्यालय से कुछ ही दूरी बसा यह गांव आज भी पानी के लिए प्यासा है।
बाड़मेर। जिले के बायतु उपखण्ड मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर बसा पनावड़ा गांव पानी के लिए तरस रहा हैं। बरसों पहले उण्डू से निकलने वाली पाइप लाइन के जरिए प्यास बुझाने वाला पनावड़ा आज मीठे पानी के नाम पर प्यास का शिकार हो रहा है। स्थानीय विधायक कैलाश चौधरी ने चुनाव से पहले मीठा पानी देने की वादा किया था वह वादा महज वादा रह गया। कहने को तो यहां पर मीठे पानी की पाइप लाइन बिछा दी गई है लेकिन इस पाइप लाइन में उंडू से वर्षों से आ रहा पानी सप्लाई हो रहा है वह भी पनावड़ा से आगे अकदड़ा गांव तक जा रहा है लेकिन पनावड़ा ग्राम पंचायत में उस पानी की कोई भी सप्लाई नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि नहरी पानी का सपना दिखाकर पाइप लाइन बिछाने वाले विधायक ने पाइपलाइन का तो काम पूरा कर दिया लेकिन इस पाइपलाइन के लगने के बाद पुरानी पाइपलाइन जो बरसों से हिंदू के पानी से इस गांव की प्यास बुझा रही थी वह बंद हो गई उस पाइपलाइन को अब आप अगर ढूंढने जाओगे तो टूटे-फूटे टुकडे नजर आएंगे नई पाइप लाइन में पानी तो आ रहा है लेकिन इस गांव में नहीं इस गांव से आगे 6 किलोमीटर दूर बसा अकदड़ा का नाम से गांव में सप्लाई हो रही है। ग्रामीणों ने कहा कि हमारे साथ मीठे पानी के नाम पर खारा पानी भी बंद कर दिया। गांव के कई लोगों ने इसकी शिकायत जलदाय विभाग के उच्च अधिकारियों से की लेकिन एक ही जवाब मिला हम प्रोजेक्ट मैनेजर से बात करके समस्या का हल निकालेंगे लेकिन आज दिन तक कोई समस्या का हल नहीं निकल पाया। स्थानीय विधायक कैलाश चौधरी से भी हमने कहीं बाहर फोन करने की कोशिश की लेकिन हमारे फोन को विधायक महोदय ने उठाया ही नहीं हमने WhatsApp के जरिए मैसेज भी किया लेकिन उसका कोई जवाब नहीं मिला। स्थानीय विधायक सोशल मीडिया पर तो बहुत से गांव कि तस्वीरें भेजते हैं कि हमने मिठा पानी पिला दिया आज हमारा वादा पूरा कर दिया लेकिन उपखंड मुख्यालय से कुछ ही दूरी बसा यह गांव आज भी पानी के लिए प्यासा है।
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