बुधवार, 5 अप्रैल 2017

*आगरा में भू्रण लिंग जांच करते महिला चिकित्सक, नर्स सहित दो दलाल गिरफ्तार* *गर्भवती को धौलपुर से आगरा लेकर गया था दलाल*



*आगरा में भू्रण लिंग जांच करते महिला चिकित्सक, नर्स सहित दो दलाल गिरफ्तार*



*गर्भवती को धौलपुर से आगरा लेकर गया था दलाल*







जयपुर, 5 अप्रेल। राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ ने पीसीपीएनडीटी के प्रावधानों के तहत् 64वीं डिकॉय कार्यवाही उत्तरप्रदेश के आगरा शहर में करते हुए कर एक महिला चिकित्सक, नर्स एवं दो दलालों को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। प्रदेश में यूपी सीमा से जुड़े धौलपुर से गर्भवती महिला को भू्रण लिंग जांच के लिए दलाल आगरा लेकर गया। कार्यवाही में उपयोग में ली गयी पंजीकृत सोनोग्राफी मशीन एवं नम्बरी 30 हजार की राशि बरामद कर ली गयी है।




अध्यक्ष राज्यसमुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं स्वास्थ्य सचिव श्री नवीन जैन ने बताया कि राज्य दल ने उत्तर प्रदेश में 5वीं एवं अन्तर्राज्यीय 13वीं कार्यवाही करते हुए आगरा निवासी 55 वर्षीया स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. विद्या गुप्ता, 30 वर्षीय नर्स मनोरमा, 44 वर्षीय दलाल रामकिशोर यादव एवं धौलपुर निवासी 40 वर्षीय दलाल प्रभुदयाल को गिरफ्तार कर उपयोग में ली गयी पंजीकृत पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन जब्त कर ली गयी है।




श्री जैन ने बताया कि पीसीपीएनडीटी दल ने लगातार तीसरे प्रयास में इन आरोपियों को रंगेहाथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने बताया कि चंबलपुरी इलाके का दलाल प्रभूदयाल के बारे में मुखबिर भू्रण लिंग जांच करवाने की जानकारी मिल रही थी। मुखबिर की सूचना की पुष्टि करने के बाद बुधवार को प्रातः राज्य दल की निगरानी में डिकॉय महिला व सहयोगी सदस्य के साथ भू्रण लिंग जांच के लिए दलाल आगरा लेकर गया। दलाल ने इस कार्य के लिए 30 हजार रुपए में सौदा तय किया। वह डिकॉय गर्भवती को आगरा में फिरोजाबाद रोड पर स्थित विद्या नर्सिंग होम लेकर गया। वहां अन्य दलाल रामकिशोर मिला एवं उसने मनोरमा नर्स को सौंप दिया जो कि गर्भवती महिला को डॉ. विद्या गुप्ता के पास लेकर गई। डाॅ.गुप्ता ने पंजीकृत सोनोग्राफी सेंटर में भू्रण लिंग जांच की। टीम की सदस्य डिकाॅय गर्भवती से इशारा मिलते ही राज्य दल ने नियमानुसार कार्यवाही करते हुए मौके पर मौजूद आरोपियों को सोनोग्राफी सहित गिरफ्तार कर लिया एवं डिकाॅय राशि के हूबहू 30 हजार रुपए भी बरामद कर लिये।




स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि डिकॉय महिला से नर्स ने लिंग जांच के 30 हजार रुपए लेने के अलावा गर्भपात के लिए भी 30 हजार रुपये की मांग की। उन्हांेने बताया कि आरोपी बड़ी सावधानी के साथ गैर-कानूनी भू्रण लिंग जांच का कार्य करते थे एवं पिछली दो बार के प्रयासों में रंगे हाथ पकड़ने में सफलता नहीं मिली थी। लेकिन तीसरे प्रयास में आखिरकार महिला चिकित्सक को उनके गिरोह के साथ गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि इन चारों आरोपियों को गुरुवार को भरतपुर के पीसीपीएनडीटी न्यायालय में पेश किया जाएगा।




अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीसीपीएनडीटी श्री रघुवीरसिंह के नेतृत्व संपादित इस डिकाॅय कार्यवाही के लिए गठित टीम सीआई सीताराम बैरवा, डालचंद, देवेंद्र, राजेंद्र, पीसीपीएनडीटी 6 जिला समन्वयक शामिल रहे।

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