बाड़मेर.बाड़मेर शहर की हर डगर पर महावीर झांकी पर पुष्पवर्षा
भगवान महावीर जयंती रविवार को जिलेभर में उल्लास के साथ मनाई गई। जैन धर्मावलंबियों की ओर से शहर में शोभायात्रा निकाल कर शहर को महावीरमय कर दिया। भगवान महावीर के जन्मोत्सव को लेकर थार नगरी जयकारों से गूंजी उठी। शहर में जगह-जगह शहरवासियों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक ओसवाल श्री संघ के तत्वाधान में अहिंसा अवतार भगवान महावीर स्वामी के 2616 वें जन्म कल्याणक दिवस पर रविवार सुबह 8 बजे जैन न्याति नोहरे से शोभायात्रा रवाना हुई। शोभायात्रा जुलूस के रूप में शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई आराधना भवन पहुंची। जहां पर धर्मसभा में तब्दील हुई। शोभायात्रा में झांकियां, ढोल वादन, महावीर रथ, बैण्ड व भजन मंडलिया आकर्षण का केन्द्र रही। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष एवं बच्चे शामिल थे। गाजे-बाजे के साथ श्रद्धालुओं ने जयघोष के नारे लगाए।
कार्यक्रम के दौरान जैन न्याति नोहरे में आचार्य पीयूषसागर सूरीश्वर एवं साध्वी तीर्थगुणा की निश्रा में मंगलाचरण हुआ। पारणे के लाभार्थी मोतीलाल लूणिया परिवार, परमात्मा के रथ के लाभार्थी परिवार तेजमल संखलेचा परिवार तथा परमात्मा के जन्म का शंखनाद करने वाले लाभार्थी परिवार ओमप्रकाश बोथरा का श्री संघ की ओर से अभिनन्दन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, अध्यक्षता सभापति लूणकरण बोथरा, विशिष्ट अतिथि अमृतलाल जैन की ओर से पंच परमेष्ठी के प्रतीक स्वरूप जैन में ध्वजारोहण किया।
हरी झण्डी दिखा शोभायात्रा को किया रवाना
संघ प्रमुख की आेर से हरी झण्डी दिखाकर शोभायात्रा प्रारंभ की गई। शोभायात्रा जैन न्याति नोहरे से प्रारंभ होकर करमूजी की गली, महाबार रोड़, विद्यापीठ, ढ़ाणी बाजार, जवाहर चौैक, पुरानी सब्जी मण्डी, स्टेशन रोड़, अहिंसा सर्किल, सुभाष चौक होते हुए तेरापंथ भवन से आराधना भवन पहुंची। जहां पर धर्मसभा का आयोजन हुआ। मुनि सम्यक सागर ने भगवान महावीर के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए उनके जीवन पर चलने का संदेश दिया।
40 झांकियां, 51 तोरणद्वार से सुसज्जित
भगवान महावीर के जन्मोत्सव पर शहर में शोभायात्रा के दौरान उत्साह नजर आया। शहर के विभिन्न मार्गों से 51 तोरण द्वार लगाकर स्वागत किया गया। शोभायात्रा के दौरान 40 झांकियों को सजाया गया। भगवान महावीर के जन्मोत्सव पर गीतों, भजनों ने शहर को मंत्रमुग्ध कर दिया। युवाओं की टोली ने नृत्य कर मनमोहा।
साधर्मिक वात्सल्य का आयोजन
प्रभु महावीर के जन्मोत्सव घेवरचन्द-शान्तिदेवी तथा भाविका के वर्षीतप के अनुमोदनर्था विद्यापीठ मन्दिर के पास जैन श्री संघ के तत्वाधान में साधर्मिक स्वामीवात्सल्य का आयेाजन हुआ। लाभार्थी परिवार का अभिनंदन किया। श्री संघ के अध्यक्ष सम्पतराज बोथरा ने कहा कि तपस्वियों की अनुमोदना तारीफे काबिल है। मंच संचालन पवन संखलेचा ने किया।
2616 दीपकों की महाआरती संपन्न
भगवान महावीर के 2616 वें जन्मोत्सव दिवस के निमित्त जैन श्री संघ के तत्वाधान में गोधुलिक वेला में जैन न्याति नोहरे में 2616 दीपकों से प्रभु महावीर की महाआरती सजाई गई। लाभार्थी परिवार छगनलाल मेवाराम रूगामलजी घीया परिवार का श्री संघ की ओर से अभिनंदन किया गया।
शोभायात्रा में रहे मौजूद
केसरीमल पड़ाईया, बाबुलाल वडेरा, केवलचन्द भंसाली, राणामल संखलेचा, ओमप्रकाश, पवन संखलेचा, शंकरलाल धारीवाल, भूरचन्द धारीवाल, रतनलाल धारीवाल, रतनलाल बोहरा, मोहन बोहरा, रामलाल, बंशीधर पड़ाईया, हंसराज कोटडिया, देवीचन्द बोथरा, श्रवण मालू, महेन्द्र मालू, दिनेश गोठी, पारसमल नाहटा, मोहनलाल घीया, लीलचन्द छाजेड़, पारसमल छाजेड़, घेवरचन्द बोथरा, सुरेश वडेरा, लाधुराम छाजेड़, पारसमल भंसाली, बाबुलाल बोहरा, गौतमचन्द डुंगरवाल, बुधरचन्द भंसाली, सम्पत श्रीश्रीमाल, भंवरलाल सेठिया, सम्पतराज लूणिया, वीरचन्द वडेरा, पारसमल संखलेचा, लूणकरण सिंघवी, मुकेश अमन, भूरचन्द बोहरा, गौतम बोथरा, बाबुलाल श्रीश्रीमाल, हनुमान बोहरा, रतनलाल दांती, गेनमल गोगड़, मदन बोथरा, कैलाश धारीवाल, खेतमल तातेड़, संजय बोहरा, कैलाश कोटडिय़ा, जेठमल वडेरा, सुनील छाजेड़ सहित समाज के लोग मौजूद रहे।
भगवान महावीर जयंती रविवार को जिलेभर में उल्लास के साथ मनाई गई। जैन धर्मावलंबियों की ओर से शहर में शोभायात्रा निकाल कर शहर को महावीरमय कर दिया। भगवान महावीर के जन्मोत्सव को लेकर थार नगरी जयकारों से गूंजी उठी। शहर में जगह-जगह शहरवासियों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक ओसवाल श्री संघ के तत्वाधान में अहिंसा अवतार भगवान महावीर स्वामी के 2616 वें जन्म कल्याणक दिवस पर रविवार सुबह 8 बजे जैन न्याति नोहरे से शोभायात्रा रवाना हुई। शोभायात्रा जुलूस के रूप में शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई आराधना भवन पहुंची। जहां पर धर्मसभा में तब्दील हुई। शोभायात्रा में झांकियां, ढोल वादन, महावीर रथ, बैण्ड व भजन मंडलिया आकर्षण का केन्द्र रही। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष एवं बच्चे शामिल थे। गाजे-बाजे के साथ श्रद्धालुओं ने जयघोष के नारे लगाए।
कार्यक्रम के दौरान जैन न्याति नोहरे में आचार्य पीयूषसागर सूरीश्वर एवं साध्वी तीर्थगुणा की निश्रा में मंगलाचरण हुआ। पारणे के लाभार्थी मोतीलाल लूणिया परिवार, परमात्मा के रथ के लाभार्थी परिवार तेजमल संखलेचा परिवार तथा परमात्मा के जन्म का शंखनाद करने वाले लाभार्थी परिवार ओमप्रकाश बोथरा का श्री संघ की ओर से अभिनन्दन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, अध्यक्षता सभापति लूणकरण बोथरा, विशिष्ट अतिथि अमृतलाल जैन की ओर से पंच परमेष्ठी के प्रतीक स्वरूप जैन में ध्वजारोहण किया।
हरी झण्डी दिखा शोभायात्रा को किया रवाना
संघ प्रमुख की आेर से हरी झण्डी दिखाकर शोभायात्रा प्रारंभ की गई। शोभायात्रा जैन न्याति नोहरे से प्रारंभ होकर करमूजी की गली, महाबार रोड़, विद्यापीठ, ढ़ाणी बाजार, जवाहर चौैक, पुरानी सब्जी मण्डी, स्टेशन रोड़, अहिंसा सर्किल, सुभाष चौक होते हुए तेरापंथ भवन से आराधना भवन पहुंची। जहां पर धर्मसभा का आयोजन हुआ। मुनि सम्यक सागर ने भगवान महावीर के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए उनके जीवन पर चलने का संदेश दिया।
40 झांकियां, 51 तोरणद्वार से सुसज्जित
भगवान महावीर के जन्मोत्सव पर शहर में शोभायात्रा के दौरान उत्साह नजर आया। शहर के विभिन्न मार्गों से 51 तोरण द्वार लगाकर स्वागत किया गया। शोभायात्रा के दौरान 40 झांकियों को सजाया गया। भगवान महावीर के जन्मोत्सव पर गीतों, भजनों ने शहर को मंत्रमुग्ध कर दिया। युवाओं की टोली ने नृत्य कर मनमोहा।
साधर्मिक वात्सल्य का आयोजन
प्रभु महावीर के जन्मोत्सव घेवरचन्द-शान्तिदेवी तथा भाविका के वर्षीतप के अनुमोदनर्था विद्यापीठ मन्दिर के पास जैन श्री संघ के तत्वाधान में साधर्मिक स्वामीवात्सल्य का आयेाजन हुआ। लाभार्थी परिवार का अभिनंदन किया। श्री संघ के अध्यक्ष सम्पतराज बोथरा ने कहा कि तपस्वियों की अनुमोदना तारीफे काबिल है। मंच संचालन पवन संखलेचा ने किया।
2616 दीपकों की महाआरती संपन्न
भगवान महावीर के 2616 वें जन्मोत्सव दिवस के निमित्त जैन श्री संघ के तत्वाधान में गोधुलिक वेला में जैन न्याति नोहरे में 2616 दीपकों से प्रभु महावीर की महाआरती सजाई गई। लाभार्थी परिवार छगनलाल मेवाराम रूगामलजी घीया परिवार का श्री संघ की ओर से अभिनंदन किया गया।
शोभायात्रा में रहे मौजूद
केसरीमल पड़ाईया, बाबुलाल वडेरा, केवलचन्द भंसाली, राणामल संखलेचा, ओमप्रकाश, पवन संखलेचा, शंकरलाल धारीवाल, भूरचन्द धारीवाल, रतनलाल धारीवाल, रतनलाल बोहरा, मोहन बोहरा, रामलाल, बंशीधर पड़ाईया, हंसराज कोटडिया, देवीचन्द बोथरा, श्रवण मालू, महेन्द्र मालू, दिनेश गोठी, पारसमल नाहटा, मोहनलाल घीया, लीलचन्द छाजेड़, पारसमल छाजेड़, घेवरचन्द बोथरा, सुरेश वडेरा, लाधुराम छाजेड़, पारसमल भंसाली, बाबुलाल बोहरा, गौतमचन्द डुंगरवाल, बुधरचन्द भंसाली, सम्पत श्रीश्रीमाल, भंवरलाल सेठिया, सम्पतराज लूणिया, वीरचन्द वडेरा, पारसमल संखलेचा, लूणकरण सिंघवी, मुकेश अमन, भूरचन्द बोहरा, गौतम बोथरा, बाबुलाल श्रीश्रीमाल, हनुमान बोहरा, रतनलाल दांती, गेनमल गोगड़, मदन बोथरा, कैलाश धारीवाल, खेतमल तातेड़, संजय बोहरा, कैलाश कोटडिय़ा, जेठमल वडेरा, सुनील छाजेड़ सहित समाज के लोग मौजूद रहे।
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