श्रीगंगानगर भू्रण लिंग जांच रैकेट का भंडाफोड़, तीन महिला दलाल सहित चार गिरफ्त में
- नकली मशीन, नकली डॉक्टर, आंख पर पटï्टी बांधकर धोखाधड़ी के खेल में कोख उजाडऩे का गौरखधंधा
-दाई, कथित चिकित्सक, गृहणी और हॉस्पीटल प्रवक्ता शामिल, जिले में पांचवी, राज्य की 65वीं कार्रवाई
श्रीगंगानगर। भू्रण लिंग जांच करने वाले कुकर्मियों पर स्वास्थ्य विभाग की पीसीपीएनडीटी टीम का प्रहार जारी है। टीम ने कई दिनों के अथक प्रयासों और दो दिन लगातार भागदौड़ के बाद जिले में चल रहे लिंग जांच रैकेट का भंडाफोड़ किया है। एनएचएम के मिशन निदेशक नवीन जैन के निर्देशों पर की गई इस कार्रवाई में तीन महिलाओं सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आगामी जांच जारी है। बहरहाल, चारों आरोपियों से पूछताछ जारी है और शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। टीम ने नेतेवाला निवासी 50 वर्षीय दाई विमला देवी पत्नी लालचंद मेघवाल, अशोक नगर बी निवासी 45 वर्षीय मध्यस्थ शांतिदेवी पत्नी हंसराज सिंधी, अरायण निवासी 22 वर्षीय कथित चिकित्सक रेखा पुत्री ओम प्रकाश मेघवाल एवं एक डीबीएन ए 34 एमओडी निवासी 25 वर्षीय दलाल राकेश पुत्र शंकरलाल को गिरफ्तार किया गया है। कथित चिकित्सक रेखा वर्तमान में अशोक नगर बी, जनता कॉलोनी में रहती है, जो नर्स है। जबकि राकेश स्थानीय कई हॉस्पीटल में बतौर पीआरओ कार्यरत हैं। पूछताछ में पता चला है कि कई और हॉस्पीटलों के पीआरओ भी इस तरह के मामले में लिप्त हैं।
एमडी नवीन जैन ने बताया कि मुखबिर से इत्तला मिली थी कि श्रीगंगानगर में एक बड़ा रैकेट चल रहा है जो लिंग जांच व अर्बोशन करवाता है। पुष्टि के बाद टीम गठित कर दलाल राकेश से संपर्क साधा गया। जिस पर राकेश ने भू्रण लिंग जांच के लिए चालीस हजार रुपए की मांग करते हुए सौदा तय किया और बोगस ग्राहक को बुधवार को सुबह दस बजे सुखाडिय़ा सर्किल बुलाया। यहां से राकेश ने बोगस ग्राहक को शुभम हॉस्पीटल के पास पार्क में बुलाया। इसके बाद फिर से सुखाडिय़ा सर्किल भेजते हुए खुद रैकी करते हुए उनका पीछा करता रहा। राकेश ने सुखाडिय़ा सर्किल पर वाहन भेज बोगस ग्राहक व गर्भवती को नेतेवाला दाई बिमला देवी के घर ले गया। जहां दाई ने कहा कि आप देर से आए हो, मैंने अभी तीन महिलाओं को जांच के लिए बुलाया है। दाई व राकेश ने ग्राहक को गुरूवार सुबह दस बजे मीरा चौक मिलने के लिए कहा। यहां दाई ने आते ही गर्भवती महिला व ग्राहक को पैदल ही अशोक नगर की पतली गलियों में ले गई और मध्यस्थ महिला के घर ले गई। जहां से मध्यस्थ शांतिदेवी एकेली गर्भवती को बंद गलियों में से घुमाते हुए किराए पर रह रही कथित चिकित्सक रेखा के पास ले गई। अशोक नगर बी, जनता कॉलोनी स्थित मकान नंबर 320 में गर्भवती महिला की कथित जांच के बाद टीम ने कार्रवाई करते हुए तीनों महिलाओं व राकेश को गिरफ्तार कर लिया।
यूं करते है फर्जीवाड़ा
एमडी नवीन जैन ने बताया कि पकड़ी गई कथित महिला चिकित्सक लिंग जांच के मामले में फर्जीवाड़ा कर लोगों को गर्भ में लडक़ी बता अर्बोशन करवाती थी। गुरूवार को हुई कार्रवाई के दौरान गर्भवती महिला को रास्ता सही के बावजूद बंद व तंग गलियों ने घुमाते हुए रेखा की बजाए मध्यस्थ के के घर ले जाया गया। उसके घर भी रेखा ने गर्भवती के पहले आंखों पर पटï्टी बांधकर कर कमरे में ले गई। वहां जुगाड़ से तैयार की गई नकली मशीन से जांच की। वहां भी आंख पर कपड़ा डाल कर जांच की । इस दौरान कुछ भी नहीं बोली और इशारे के तौर पर मटका फोड़ा। जिसका मतलब गर्भ में लडक़ी है। इसके बाद दूसरे रस्तों से गर्भवती को सीधा मीरां चौक की तरफ जाने के लिए कह दिया गया। इसी दौरान दूसरी महिला ने अर्बोशन के अलग से रुपयों की मांग की और कहा कि कल सुबह खाली पेट आ जाना। इस दौरान टीम ने इशारा पाते ही आरोपितों को दबोच लिया।
ये रहे टीम में शामिल
एडिशनल एसपी रघुवीरसिंह के निर्देशन में गठित राज्यस्तरीय इस टीम का नेतृत्व सीआई हरीनारायण शर्मा ने किया। टीम में पुलिस निरीक्षक विक्रम शेवावत, पीसीपीएनडीटी बीकानेर प्रभारी महेंद्रसिंह चारण, पीसीपीएनडीटी बाड़मेर प्रभारी विक्रम चम्पावत, पीसीपीएनडीटी सीकर प्रभारी नंदलाल पूनिया, पीसीपीएनडीटी गंगानगर रणदीपसिंह, सीओआईईसी विनोद बिश्रोई, पुलिस कर्मी लालचंद, शंकरलाल, इंद्र यादव, राजीव आदि मौजूद रहे।
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