72वीं वाहिनी का गौरवषाली इतिहासःगौतम
-सीमा सुरक्षा बल की 72वीं वाहिनी के स्थापना दिवस पर हुए कई आयोजन
बाड़मेर, 09 अप्रैल। सीमा सुरक्षा बल की 72वीं वाहिनी का गौरवशाली इतिहास रहा है। इस वाहिनी ने देश मंे विभिन्न स्थानांे पर तैनातगी के दौरान कई कीर्तिमान स्थापित किए है। जम्मू कश्मीर के अलावा नक्सल प्रभावित इलाकांे मंे भी वाहिनी ने बेहतरीन सेवाएं दी है। सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर सेक्टर के उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम ने 72 वीं वाहिनी के 52वें स्थापना दिवस के अवसर पर यह बात कही।
इस दौरान उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम ने इस वाहिनी की ओर से देश के विभिन्न हिस्सांे मंे दी गई सेवाआंे का जिक्र करते हुए कहा कि इसके अधिकारियांे की कमान एवं जवानांे की डयूटी के प्रति समर्पण का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जम्मू कश्मीर एवं नक्सल प्रभावित इलाकांे मंे बिना किसी नुकसान के अपनी सेवाएं दी। जबकि आमतौर पर इन इलाकांे मंे डयूटी देना काफी मुश्किल होता है। उन्हांेने सीमा सुरक्षा बल के गौरवशाली इतिहास एवं योगदान के बारे मंे जानकारी देते हुए कहा कि सीमा सुरक्षा बल हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। स्थापना दिवस समारोह मंे जिला कलक्टर सुधीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई, सेक्टर मुख्यालय समादेष्टा शाम कपूर, 72 वाहिनी के समादेष्टा आशुतोष शर्मा, द्वितीय कमान अधिकारी बी.के.गिरी, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी दिलीप जैन, कैलाश कोटडि़या समेत सीमा सुरक्षा बल के विभिन्न अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक, जवान उपस्थित रहे। समारोह के दौरान सीमा सुरक्षा बल के जवानांे, परिजनांे एवं विभिन्न स्थानांे पर आए कलाकारांे ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियांे के जरिए समां बांध दिया। इस दौरान उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देने वाले बच्चांे को सम्मानित किया। कार्यक्रम मंे नन्हे-मुन्ने बच्चांे ने रेम्प के जरिए फैशन शो की भी प्रस्तुति दी।
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