कोटा. आरपीएफ सिपाही बना दरिंदा, महिला यात्री की इज्जत पर डाला हाथ
कोटा. जीआरपी थाना क्षेत्र में आरपीएफ के सिपाही ने गुरुवार रात महिला यात्री को अपने क्वाटर पर ले जाकर दुष्कर्म का प्रयास किया। महिला की रिपोर्ट पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर शुक्रवार को सिपाही को गिरफ्तार कर लिया।
जीआरपी थानाधिकारी गंगासहाय शर्मा ने बताया कि बनारस निवासी 30 वर्षीय महिला ने शुक्रवार को एमबीएस अस्पताल में पर्चा बयान दिया। इसमें बताया कि वह नागदा में अपने भाई के पास गई थी।
वहां से वह वापस बनारस जाने के लिए गुरुवार को मुम्बई जयपुर सुपरफास्ट ट्रेन से करीब सुबह 9 बजे अपने दो बच्चों के साथ कोटा रेलवे स्टेशन पहुंची। वह रेलवे स्टेशन पर बैठ गई। इसी दौरान उसका सम्पर्क आरपीएफ सिपाही खेमचंद वर्मा से हुआ।
उसने महिला के फोन नम्बर ले लिए। दोनों के बीच दिन में कई बार फोन पर बात हुई। रात को भी महिला स्टेशन पर बैठी थी तो उसने कहा कि अब कोई ट्रेन नहीं है। वह रात भर यहां परेशान होगी। वह उसे क्वाटर पर ले गया।
वहां कोल्ड ड्रिंक्स में नशीला पदार्थ पिलाकर उससे दुष्कर्म का प्रयास किया। महिला चिल्लाई और वहां से भागकर रेलवे स्टेशन के बाहर आ गई। वहां से उसे बदहवास स्थिति में लोगों ने एम्बूलेंस से एमबीएस अस्पताल पहुंचाया। जहां उसका उपचार किया गया।
शर्मा ने बताया कि महिला की रिपोर्ट पर दुष्कर्म के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर शुक्रवार को सिपाही खेमचंद को गिरफ्तार कर लिया। सूचना पर महिला का भाई कोटा पहुंच गया है।
घबराई हुई थी महिला
अस्पताल में भर्ती महिला घबराई हुई थी। वह यही कहती रही कि वर्दी वाला मुझे अपने साथ ले गया था और कोल्ड डिंक्स में नशीला पदार्थ पिला दिया। इसके बाद उसे कुछ पता नहीं।
मदद की थी, आरोप निराधार
इधर आरपीएफ के अधिकारियों का कहना है कि सिपाही पर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं। महिला ने सुबह बनारस की ट्रेन के बारे में पूछा था। दोपहर 2.30 बजे की ट्रेन होने के बावजूद वह नहीं गई। रात को महिला ने ही सिपाही को फोन कर बुलाया था।
सिपाही उसकी परेशानी को देखते हुए क्वाटर में ले गया। लेकिन वह बैरक में शराब पीने लगा, जिससे महिला घबरा गई। बैरक में इतने सिपाहियों के बीच न तो छेड़छाड़ हो सकती और न ही दुष्कर्म का प्रयास। फिर भी मुकदमा दर्ज हुआ है, जांच की जा रही है।
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