*बाड़मेर अश्व प्रेमी भी है तनसिंह चौहान*
*समाजसेवी तनसिंह चौहान में घोड़ो को लेकर काफी है प्रेम अपने प्रिय घोड़े युनिकोन घोड़े पर खर्च करते है हर महीने पचास हजार रूपये*
बाड़मेर ।मेहनत के बूते मुकाम पाने वाले तनसिंह चौहान की गिनती उन लोगो में होती है जो अपने दर पर आए हर पीड़ित शोषित और वंचित की हर संभव मदद करते है न केवल बाड़मेर बल्कि समूचे भारत में चौहान को बड़े भामाशाह के रूप में जाना जाता है चौहान में न केवल इंसानो के प्रति दया भावना है बल्कि वो जानवरों से भी ख़ासा प्रेम करते है खासकर घोड़ो को लेकर चौहान में ख़ासा क्रेज है तनसिंह का सबसे प्रिय घोडा जिन्हें उन्होंने युनिकोन नाम दिया है इस घोड़े से चौहान को काफी प्रेम है सिंधी नश्ल के इस घोड़े पर हर महीने 50000 रुपये का खर्च किया जाता है इस घोड़े के देखभाल के लिए एक अनुभवी व्यक्ति को रखा हुआ है और घोड़े की खान पान पर विशेष ध्यान दिया जाता है इतना ही नही जब भी समय मिलता है चौहान खुद युनिकोन के पास जाते है इंसानो की तरह घोड़े को काफी दुलारते है युनिकोन भी चौहान की एक आवाज सुनकर दौड़ा चला आता है मानो चौहान की हर बात अच्छे से समझता है
*युनिकोन ने भी रखा चौहान का मान तिलवाड़ा पशु मेले की घुड़दौड़ में प्राप्त किया दूसरा स्थान*
चौहान जितना प्यार युनिकोन से करते है युनिकोन भी चौहान का मान बढ़ाने में कोई कसर नही रख रहा कल तिलवाड़ा पशु मेले में आयोजित हुई घुड़दौड़ में उन्नत नस्ल के सैकड़ो घोड़ो ने भाग लिया था लेकिन युनिकोन ने अपने मालिक चौहान का मान बढ़ाते हुए इस घुड़दौड़ में दूसरा स्थान प्राप्त किया जबकि पहले स्थान पर चितलवाना के राव साहब मोहन सिंह का घोडा बुलेट रहा
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