जैसलमेर ब्राह्मण गिरफतार होने को तैयार पूर्व विधायक कल्ला के नेतृत्व में पहुंचे थाने
पुलिस प्रशासन से कहा, निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर करें कार्रवाई
जैसलमेर । गुरूवार को करीब 200 ब्राह्मणों ने पूर्व विधायक गोवर्धनदास कल्ला के नेतृत्व में समाज के मौजिज लोगों के साथ पुलिस थाने पहुंच कर अपनी गिरफतारी देनी चाही और समाज के युवकों को पुलिस द्वारा नाहक परेशान न करने की गुहार लगाई गई । ब्राह्मण समाज के सम्मानीय 90 वर्षीय बुजुर्ग व पूर्व विधायक जीडी कल्ला ने समाज की ओर से पक्ष रखते हुए कहा कि होली अवसर पर हुए हमले के बाद सौहार्दपूर्ण वातावरण के लिए निष्पक्ष कार्रवाई जरूरी है और एक वर्ग द्वारा ब्राह्मण समुदाय के कुछ लोगों की गिरफतारी की मांग पर पुलिस कार्रवाई में सहयोग किया और नामजदों के साथ स्वयं की भी गिरफतारी देने को तैयार हो गए । उन्होंने पुलिस प्रशासन से गुहार लगाई कि इस मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करें ।
ज्ञात रहे गत 10 मार्च की रात कुछ असामाजिक तत्वों ने ब्राह्मणों की परंपरागत गेर हमला कर दिया जिसमें कुछ लोग गंभीर रूप से चोटिल हुए जिनमें से एक को रैफर किया गया जिसके हाथ का आॅपरेशन हुआ है । इस मामले में पुलिस में मामला दर्ज के बाद राजपूतों के तीन लड़कों को पुलिस द्वारा गिरफतार किया गया ।
राजपूत वर्ग की ओर से हुए क्रॉस केस में कुछ ब्राह्णमणों के नाम पुलिस में मुकदमा दर्ज हुआ है । इन पर आरोप लगाए गए हैं कि इन्होंने राजपूत छात्रावास में घुसकर छात्रों से मारपीट और तोडफोड की । इसकी कार्रवाई में किसी की गिरफतारी नहीं होने से राजपूत समाज में रोष व्याप्त है और उन्होंने पुलिस प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए होस्टल में हुई मारपीट के जिम्मेदारों को पकड़ने का दबाब बनाया ।
पुलिस प्रशासन से कहा, निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर करें कार्रवाई
जैसलमेर । गुरूवार को करीब 200 ब्राह्मणों ने पूर्व विधायक गोवर्धनदास कल्ला के नेतृत्व में समाज के मौजिज लोगों के साथ पुलिस थाने पहुंच कर अपनी गिरफतारी देनी चाही और समाज के युवकों को पुलिस द्वारा नाहक परेशान न करने की गुहार लगाई गई । ब्राह्मण समाज के सम्मानीय 90 वर्षीय बुजुर्ग व पूर्व विधायक जीडी कल्ला ने समाज की ओर से पक्ष रखते हुए कहा कि होली अवसर पर हुए हमले के बाद सौहार्दपूर्ण वातावरण के लिए निष्पक्ष कार्रवाई जरूरी है और एक वर्ग द्वारा ब्राह्मण समुदाय के कुछ लोगों की गिरफतारी की मांग पर पुलिस कार्रवाई में सहयोग किया और नामजदों के साथ स्वयं की भी गिरफतारी देने को तैयार हो गए । उन्होंने पुलिस प्रशासन से गुहार लगाई कि इस मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करें ।
ज्ञात रहे गत 10 मार्च की रात कुछ असामाजिक तत्वों ने ब्राह्मणों की परंपरागत गेर हमला कर दिया जिसमें कुछ लोग गंभीर रूप से चोटिल हुए जिनमें से एक को रैफर किया गया जिसके हाथ का आॅपरेशन हुआ है । इस मामले में पुलिस में मामला दर्ज के बाद राजपूतों के तीन लड़कों को पुलिस द्वारा गिरफतार किया गया ।
राजपूत वर्ग की ओर से हुए क्रॉस केस में कुछ ब्राह्णमणों के नाम पुलिस में मुकदमा दर्ज हुआ है । इन पर आरोप लगाए गए हैं कि इन्होंने राजपूत छात्रावास में घुसकर छात्रों से मारपीट और तोडफोड की । इसकी कार्रवाई में किसी की गिरफतारी नहीं होने से राजपूत समाज में रोष व्याप्त है और उन्होंने पुलिस प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए होस्टल में हुई मारपीट के जिम्मेदारों को पकड़ने का दबाब बनाया ।
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