मिस्ड कॉल से शुरू हुई दोस्ती, प्यार के बाद शादीशुदा GF का हुआ ये हाल
लखनऊ.मोबाइल फोन पर आई एक मिस्ड कॉल ने दंपत्ति की जिंदगी में भूचाल ला दिया। मिस्ड कॉल से आए नंबर से महिला ने अंजान युवक से बातचीत शुरू कर दी और धीरे-धीरे दोनों में प्यार हो गया। शादीशुदा प्रेमिका से शादी करने के लिए प्रेमी ने पूरी योजना बना ली। जब महिला उसके साथ जाने के लिए तैयार नहीं हुई तो गुस्साए प्रेमी ने उसके पति को ही मार डाला। आगे पढ़िए क्या है पूरा मामला और कैसे किया मर्डर...
-5 दिसंबर 2016 की रात लखनऊ स्थित शिवनगर खदरा में किराए के मकान में रहने वाले जितेंद्र यादव की चाकू से गला रेतकर और ईंट से कूच कर हत्या कर दी गई थी।
-हत्या की जानकारी पुलिस को 6 दिसंबर शाम को जितेंद्र के साथ काम करने वाले जमील ने दिया था। उसको पता उस समय चला था जब वह उसके घर चाभी लेने गया था।
-एक महीने बाद गुरुवार को इस मामले में हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने जब अरेस्ट किया तो हकीकत सामने आई।
इसलिए महिला से शादी करना चाहता था प्रेमी
-इंस्पेक्टर उदयवीर ने बताया कि मृतक जितेंद्र की पत्नी पिता की अकेली संतान है।
-करीब 2 साल पहले रॉन्ग नंबर से उसके मोबाइल पर कॉल आया था। इसके बाद हत्या के आरोपी सद्दाम और जितेंद्र की पत्नी के बीच बातचीत होने लगी।
-इसके बाद दोनों के बीच प्रेम हो गया और फिर मिलना-जुलना शुरू हो गया।
-बताया जाता है कि मृतक की पत्नी के मायके में उसके नाम से जमीन है, जिसके लालच में सद्दाम उससे कोर्ट मैरिज करने का प्लान बनाया था, लेकिन ऐन मौके पर वह शादी करने से मना कर दी।
-शादी से मना करने के बाद बौखलाए प्रेमी सद्दाम ने साथी के साथ मिलकर जितेंद्र यादव की हत्या करने की योजना बना डाली और मौका पाकर वारदात को अंजाम दे दिया।
सर्विलांस टीम कर रही थी ट्रैक
-इंस्पेक्टर ने बताया कि घटना से 3 दिन पहले जितेंद्र के ममेरे भाई की शादी थी, जहां सारिता और जितेंद्र अपने 2 साल की बच्ची के साथ गए थे।
-बताया जाता है कि वही से सरिता अपने मायके चली गई थी, जबकि जितेंद्र अपने मकान में वास लौट आया।
-उसके मायके में कोई बीमार चल रहा था, जिसे वह देखने चली गई थी। जब 3 दिन बाद वहां से लौटी तो जितेंद्र की हत्या हो चुकी थी।
-घटना के बाद से ही वह पुलिस के रडार पर थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी सद्दाम से उसका 2 साल से प्रेम-प्रसंग था और घटना के बाद से ही सर्विलांस टीम लगी थी।
-पुलिस का कहना है कि पूछताछ में सविता ने सद्दाम से संबंध होने की बात बताई है।
-उधर, वारदात के बाद घटनास्थल से शराब की बोतलें और गिलास भी मिले थे। ऐसे में जाहिर हो रहा था कि घटना को अंजाम किसी करीबी की मदद से दिया गया है।
-वहीं, पुलिस ने बताया कि सद्दाम तो जितेंद्र को जनता था, लेकिन जितेंद्र को सद्दाम और सविता के बारे में कुछ नहीं पता था।
-जबकि ममेरे भाई की शादी से सविता का मायके चले जाना और 3 दिन बाद ही हत्या हो जाना, सविता का हत्याकांड में शामिल होने की ओर इशारा कर रहा है।
हत्या को अंजाम देने के बाद चाकू जमीन में दबा दिया था
-इंस्पेक्टर हसनगंज उदयवीर सिंह ने बताया कि घटना के बाद आरोपी बार-बार पुलिस को भ्रमित कर रहा था।
-इसके बाद सीओ महानगर विशाल विक्रम सिंह के कुशल निर्देशन में सर्विलांस की मदद से हत्यारोपी सद्दाम हुसैन पुत्र महसन अली निवासी प्रतापगढ़ को निराला नगर जेजे बेकरी के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
-आरोपी ने अपना जुल्म क़बूल करते हुए निशानदेही पर बंधा ढाल हसनगंज से आला कत्ल चाकू भी बरामद करवाया, जिसको उसने दबा दिया था।
-वहीं, घटना में शामिल सद्दाम के एक अन्य साथी की पुलिस तलाश कर रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें