श्रीगंगानगर. : दुल्हन बनकर ठगती थी लोगो को, फर्जी शादी कर खेलते हैं वो ज्जबातों से और कर जाते है लोगो को बर्बाद
पुरानी आबादी थाने के उपनिरीक्षक नाहर सिंह ने बताया कि बाडढा भिवानी हरियाणा निवासी शिवपाल पुलिस अधीक्षक को शिकायत देकर 4 जनवरी को मामला दर्ज कराया। जिसमें आरोप लगाया था कि उसके जानकार पूजा, अमित, सुरेन्द्र, कुलदीप कौर ने उसके लड़के की शादी के लिए लड़की दिखाई थी। लड़की उनको पसंद आ गई।
16 नवंबर 2016 को पुरानी आबादी में शादी कराने के लिए उन्होंने उससे सत्तर हजार रुपए में सौदा किया और पचास हजार रुपए शादी के खर्च के नाम पर ले लिए। मंजू से रतिभान की शादी करवा दी गई। वे शादी करके दुल्हन को घर ले गए। जहां वह तीन दिन रही और 19 नवंबर को पूजा व पिंकी दुल्हन को लेने के लिए गांव पहुंच गए। उन्होंने बताया कि किसी रिश्तेदार की शादी में जाने के लिए मंजू को ले जाना है। वे मंजू को अपने साथ ले आए।
26 नवंबर को जब वह अपनी दुल्हन को लेने के लिए पुरानी आबादी स्थित मकान पर पहुंचा तो वहां कोई नहीं मिला। फोन किया तो उसको धमकी मिली कि वह इस बारे में ज्यादा बात नहीं करे और उसे दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी दी। इस पर उसे पता चला कि आरोपितों ने उसकी फर्जी शादी कर जेवर व नकदी हड़प ली है। इस मामले की जांच के दौरान संदिग्धों से पूछताछ के बाद गिरोह का खुलासा हुआ। पुलिस फर्जी शादी कराने व राशि हड़पने के आरोप में शुक्रवार को पदमपुर निवासी पूजा, भटिंडा निवासी अमित उफज़् अमरजीत सिंह, पदमपुर निवासी मंजू, साधूवाली निवासी मंजूर खान व पिंकी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है।
अब तक करवा चुके 8-10 फर्जी विवाह पुलिस पूछताछ के दौरान सामने आया है कि यह गिरोह अब तक करीब आठ-दस फर्जी विवाह करवा चुका है। गिरोह ने खरला, अबोहर, जलालाबाद, बीकानेर, भिवानी आदि स्थानों के लड़कों के फर्जी विवाह कराए हैं। गिरोह करीब पांच साल से सक्रिय है। इस गिरोह के अन्य कारनामों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। गिरोह में गिरफ्तार हुए व्यक्तियों के अलावा अन्य भी कई लोग शामिल है, जिनकी तलाश की जा रही है। बदलते रहते हैं मकान - गिरोह के सभी सदस्य एक ही किराए के मकान में रहते हैं और शादी कराने के बाद मकान बदल लेते हैं।
इस समय गिरोह के सदस्य एक परिवार की तरह सुखाडिय़ा सर्कि ल के समीप एक किराए के मकान में रह रहे थे। फोन से करते हैं संपर्क - पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्य अधिक उम्र के दूल्हों की तलाश करते हैं, जिनकी शादी नहीं हो पा रही है। ऐसे लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और फोन से संपर्क करते है। इसके बाद उनको अपने घर बुलाकर लड़की दिखाई जाती है। लड़की पसंद आने पर गरीबी का हवाला देकर खर्चे की राशि तय की जाती है। इनका कहना है - फर्जी शादी करवाकर नकदी व जेवर हड़पने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। यह गिरोह लोगों को शादी करवाकर राशि व जेवर हड़पता है। पुलिस इस मामले में गहनता से पूछताछ कर रही है।
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