मंगलवार, 31 जनवरी 2017

बाड़मेर -गिरते भूजल पर चिंता, एनीकट निर्माण के बाद कई गाँवो में मिलेगा लाभ



आदर्श जलग्राम में एनीकट निर्माण की मांग
बाड़मेर
-गिरते भूजल पर चिंता, एनीकट निर्माण के बाद कई गाँवो में मिलेगा लाभ

बाड़मेर

कभी संभाग भर में धान और सब्जी का प्रमुख विक्रेता रहा सिवाना आज गिरते भूजल के चलते सवेदनशील भूजल ब्लॉक में से एक है ऐसे में यहाँ के बाशिंदों ने एनीकट के जरिये भूजल संरक्षण की मांग की है। नेहरू नवयुवक मंडल कुण्डल के अध्यक्ष भंवर सिंह ने सैकड़ो ग्रामीणों के साथ सिवाना प्रधान गरिमा राजपुरोहित से मुलाकात कर कुण्डल गाँव में एनीकट निर्माण की मांग की है। पंचायत समिति प्रधान के मार्फत जिला कलेक्टर को भेजे गए ज्ञापन में ग्रामीणों ने लिखा है कि कुण्डल के उत्तर दिशा में हल्देश्वर पहाड़ है और वहाँ से बहुत बड़ा बरसाती नाला निकलता है। नाले का यह पानी सेला होता हुआ रायथल तक पहुचता है जिस दौरान यह कई गाँवो में सैकड़ो खेतो की जमीन में कटाव करता है। आगे जाकर यह पानी लुणी नदी में मिल जाता है जिससे यह पानी किसी काम नही आता।जबकि यहाँ के भाखरड़ा इलाके का भूजल काफी गिर गया है। ऐसे में जिला प्रशासन किसी योजना से वित्त स्वीकृत कर पिपला नाला पर एनीकट का निर्माण करवा दे तो 12 के करीब ग्राम पंचायतो को सीधा लाभ पहुँचेगा। ज्ञापन में बताया गया है की कुण्डल ग्राम को आदर्श जलग्राम घोषित कर रखा है और यहाँ जल संरक्षण के लिए होने वाला काम जिले भर में मिसाल बनेगा ऐसे में किसानों के वर्तमान हालातो और गिरते भूजल को देखते हुए इलाके में एनीकट निर्माण की मांग की गई है। एनीकट निर्माण की मांग के लिए नेहरू नवयुवक मंडल कुण्डल के सचिव के साथ साथ कुण्डल के कई गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

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