प्रशासन झंडारोहण के पूर्वाभ्यास में व्यस्त था, तब बाड़मेर में आमजन की सेवा के लिए लगाया गया चिकित्सक ट्रांजिट हॉस्टल के एक क्वार्टर में रंगरेलियां मना रहा था।
25 जनवरी की दुपहरी को कॉलानी के रहवासियों ने इसको रंगे हाथों पकड़ा, लेकिन मची अफरा तफरी में युवती मौका देख नौ दो ग्यारह हो गई।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रिक्शे में दुप्पटे के पीछे चेहरा छुपाए आई युवती सरकारी क्वार्टर में ताला खोल कर घूस गई, थोड़ी ही देर बाद डॉ साहब भी वहां पहुच गए।
जब यह बात पड़ोसियों को पता चली तो उन्होंने क्वार्टर के दोनों ओर के दरवाजे बंद कर दिए।
जब वासना का भूत उतरने के बाद जब युगल को आभास हुआ कि बाहर से दरवाजा बंद कर दिया गया है तो दरवाजों को पीटने लगे।
आधे घंटे तक अंदर से दरवाजा पीटने के बाद जब दरवाजा खोला तो चेहरा छुपा कर युवती भागने लगी। महिलाओं ने युवती को पकड़ लिया तो युवती ने बताया कि मैं इनकी साली हूँ और वो उसके जीजा जी लगते है।
तब डॉ साहब भी बाहर निकल कर रहवासियों को सफाई देने लगा कि वो उसकी साली है। जब महिलाओं ने पत्नी से बात करवाने की मांग की तब वो बगलें झाँकने लगा। मौका देख कर युवती वहां से पहले ही भाग चुकी थी, तभी डॉ भी फोन कर बुलाए साथी के साथ गाड़ी में निकल लिया।
सूत्रों ने बताया कि इस सरकारी कॉलानी में रसूखदार कर्मचारियों को क्वार्टर आवंटित कर रखे है। जो इनको किसी और को ज्यादा किराए पर देकर शहर में बने अपने मकानों में रहते है। इसलिये यहां अवांछित लोगोंका आना जाना रहता है।
कई वर्षों से जिला परिषद् में कार्यरत लिपिक ने तो आवंतिक क्वार्टर के साथ एक और क्वार्टर पर अतिक्रमण कर इस कॉलोनी को तबेला बना कर रखा है। #सबलसिंह भाटी
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