ब्यावर।ब्यावर में मौत के 15 मिनट बाद जिंदा हुई महिला, फिर लौट आई सांसें
यह किसी चमत्कार से कम नहीं है। जिस महिला को चिकित्सकों ने मृत घोषित किया हो वह अमृतकौर चिकित्सालय के सीसीयू वार्ड में एक महिला मरने के 15 मिनट बाद फिर जीवित हो उठी। एक बार तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया, लेकिन चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ के प्रयास से महिला की फिर से सांसें चलने लगी।
मसूदा के देवगढ़ निवासी कमला उर्फ रुकमा (40) सुबह मनरेगा में काम कर रही थी। मनरेगा में देवगढ़ स्थित खेतों के निकट मेड़बंदी का कार्य चल रहा था। मेड़बंदी के दौरान कमला उर्फ रुकमा ने सीने में दर्द की बात ग्रामीणों से कही। कमला गांव में अकेले ही रहती है। उसके परिजन दिल्ली कमाने के लिए गए हुए है। अचानक बोलते हुए कमला खेतों में ही गिर पड़ी। कमला को खरवा चिकित्सालय पहुंचाया गया।
जहां दर्द का इंजेक्शन लगाकर उसे तुरन्त ब्यावर के अमृतकौर चिकित्सालय रेफर कर दिया। मरीज की स्थिति देख तुरन्त सीनियर फिजिशियन डॉ. प्रमोद सक्सेना को कॉल भेजी गई। लेकिन तब तक कमला ने दम तोड़ दिया।
कमला की मौत से वहां सन्नाटा छा गया। आस-पास के ग्रामीण वार्ड में एकत्र हो गए। डॉ.सक्सेना, सीसीयू प्रभारी राकेश पाराशर व नर्सिंग सुखपाल प्रजापति ने कमला के हृदय को हाथ से दबाना शुरू किया, जबकि डॉ. सक्सेना ने कमला के कृत्रिम हार्ट उपकरण लगाया। करीबन 15 मिनट तक सभी ने प्रयास किया।
इसी दौरान ऑक्सीजन पम्प व हार्ट बीट मशीन से वापस काउंटिंग शुरू हो गई। मशीन में नम्बर आते देख कमला के इंजेक्शन लगाए गए। इससे उसे सांस वापस आने लगी। हालांकि अभी भी कमला के गंभीर अटैक के लक्षण जांच में आए हैं। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया है। लेकिन चिकित्सकों का मानना है कि अब वह खतरे से बाहर आ जाएगी।
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