चूरू हीटर से झुलसी बच्ची प्रकरण में बोलीं मनन, एपीओ काफी नहीं कराऊंगी निलंबित
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने कहा कि नन्ही जान के प्रति लापरवाही बरतने वालों पर एपीओ कार्रवाई काफी नहीं है, वे जांच में दोषी मिलने वालों को निलंबित करवाएंगी। चतुर्वेदी शुक्रवार को राजकीय भरतीया अस्पताल के मातृ एवं शिशु अस्पताल में झुलसी बच्ची के हाल जानने आई और उसके परिजनों से मुलाकात की। चतुर्वेदी ने पीएमओ डा.जयनारायण खत्री को प्रकरण की जांच रिपोर्ट देने और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। मनन ने कहा कि 48 घंटे पहले बच्चे को डिस्चार्ज करना अस्पताल प्रशासन की लापरवाही दर्शाता है। उन्होंने एसडीएम से प्रकरण की लिखित रिपोर्ट देने को कहा।
बच्ची की प्लास्टिक सर्जरी करवाने की ली जिम्मेदारी
चतुर्वेदी ने कहा कि वे इस झुलसी बच्ची की प्लास्टिक सर्जरी करवाने की जिम्मेदारी लेती हैं। उन्होंने सर्किट हाउस में जिला कलक्टर ललित कुमार गुप्ता, पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट से भी मुलाकात की। एसपी को मामले में चालान पेश करने, प्रकरण के मामले में एसडीएम, पुलिस अधिकारी, एक प्रशासनिक अधिकारी की जांच कमेटी बनाने के निर्देश दिए हैं। देवेन्द्र जोशी,भारतीय प्रजापति हीरोज आर्गेनाईजेशन के सुरेन्द्र प्रजापत ने भी प्रकरण में निष्पक्ष जांच और परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। कांग्रेस के डा.जमील चौहान, विकास बुडानिया, विकास मील, हेमंत सिहाग ने जांच अधिकारी बदलने और पीडि़त को न्याय दिलाने की मांग की। इस मौके पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक नरेश बारोठिया, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष संतोष मासूम, संतोष पडि़हार भी मौजूद थीं।
मेरे पास आई डिप्लोमेटिक चिट्ठी
चतुर्वेदी ने कहा कि इस बच्ची के प्रकरण में उनके पास पीएमओ की ओर से चिटठी आई है। इससे यह लगता है कि प्रारंभिक जांच डिप्लोमेटिक है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में चल रहा बधाई के नाम पर रिश्वत का सिस्टम बंद करवाएंगी। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले सरकारी अस्पताल में जन्मी बच्ची के आगे ज्यादा देर तक हीटर रखने से वह झुसल गई थी।
अस्पतालों में बंद करवाऊंगी बधाई के नाम रिश्वत का खेल
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने कहा चूरू जिले के सरकारी अस्पतालों में चल रहा बधाई के नाम पर रिश्वत का सिस्टम बंद करवाएंगी। वे शुक्रवार को राजकीय भरतीया अस्पताल के मातृ एवं शिशु अस्पताल में झुलसी बच्ची के हाल जानने आई। उन्होंने कहा इस प्रकरण में उनके पास पीएमओ की ओर से चिटठी आई है। इससे यह लगता है कि प्रारंभिक जांच डिप्लोमेटिक है। देवेन्द्र जोशी, भारतीय प्रजापति हीरोज आर्गेनाईजेशन के सुरेन्द्र प्रजापत ने प्रकरण में निष्पक्ष जांच और परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। कांग्रेस के डा.जमील चौहान, विकास बुडानिया, विकास मील, हेमंत सिहाग ने जांच अधिकारी बदलने और न्याय दिलाने की मांग की।
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