शुक्रवार, 30 दिसंबर 2016

जैसलमेर.गहलोत की दो टूक, कहा- मेरा स्तर मंत्रियों से बहस करने का नहीं, सीएम दें जवाब



जैसलमेर.गहलोत की दो टूक, कहा- मेरा स्तर मंत्रियों से बहस करने का नहीं, सीएम दें जवाब


पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को जैसलमेर में हमलावर मूड में नजर आए। उन्होंने गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया को कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता की तरफ से बहस की चुनौती दिए जाने के जवाब में कटारिया की ओर से गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामनारायण डूडी अथवा वरिष्ठ कांग्रेस नेता बीडी कल्ला के साथ बहस करने के लिए स्वयं को तैयार बताने के संबंध में दो टूक कहा कि, मेरा स्तर सरकार के किसी मंत्री के साथ बहस करने का नहीं है।

मैंने पिछले तीन वर्षों के दौरान मुख्यमंत्री से अनेक सवाल किए हैं, जिनमें से एक का भी जवाब उन्होंने नहीं दिया। गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री को मेरे सवालों का जवाब देना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने साथ ही जोड़ा कि, राज्य सरकार के मुख्यमंत्री या मंत्री सवालों के जवाब देने का दमखम नहीं रखते क्योंकि उनके पास कहने को कुछ नहीं है। मुख्यमंत्री ने तीन वर्ष के शासन काल के दौरान एक बार भी आमजन से मिलने की जहमत नहीं उठाई है। वे चार दिनों के लिए जिन जिलों में जाती हैं, वहां भी लोगों से नहीं मिलतीं।




राज करने की इच्छाशक्ति खो चुकी हैं मुख्यमंत्री

गहलोत ने कहा कि विधानसभा में 163 सीटों के प्रचंड बहुमत के बावजूद मुख्यमंत्री राज्य के विकास और आमजन की भलाई के लिए कुछ नहीं कर पा रही हैं, जिससे ऐसा लगता है कि वे शासन करने की इच्छाशक्ति खो चुकी हैं। सरकार की सोच को लकवा मार गया है और विजन जाने कहां गुम हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार पर जैसलमेर सहित समूचे पश्चिमी राजस्थान के साथ अन्याय करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनका गृह जिला होने के कारण जोधपुर को यह सरकार तबाह करने पर तुली हुई हैं।




नोटबंदी से बढ़ गया भ्रष्टाचार

पूर्व मुख्यमंत्री ने इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तीखे हमले किए और उनकी ओर से लागू की गई नोटबंदी के निर्णय को देश के लिए बेहद हानिकारक बताया। गहलोत ने कहा कि इस फैसले से बेरोजगारी बढ़ी है तथा विकास का पहिया थम गया है।




साथ ही भ्रष्टाचार में दस गुना की बढ़ोतरी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि जब तक राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले चंदे पर निगरानी की व्यवस्था नहीं की जाती, भ्रष्टाचार की रोकथाम की लड़ाई महज ढोंग ही रहेगी। मैंने प्रधानमंत्री से कालेधन के बारे में जो सवाल किए थे, उनके जवाब अब तक नहीं आए हैं।⁠⁠⁠⁠

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