रविवार, 27 नवंबर 2016

नई दिल्ली मन की बात: कालाधन रखने वालों को PM मोदी की चेतावनी- गरीबों का न करें इस्तेमाल, होगी सख्त कार्रवाई



नई दिल्ली मन की बात: कालाधन रखने वालों को PM मोदी की चेतावनी- गरीबों का न करें इस्तेमाल, होगी सख्त कार्रवाई
मन की बात: कालाधन रखने वालों को PM मोदी की चेतावनी- गरीबों का न करें इस्तेमाल, होगी सख्त कार्रवाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में देश को संबोधित किया। 8 नवंबर को नोटबंदी के ऐलान के बाद पीएम का यह पहला कार्यक्रम था। संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग अभी काले धन को सफेद करने में लगे हैं। उन्होंने काला धन रखने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि सुधरना नहीं सुधरना आपकी मर्जी है, लेकिन गरीबों का इस्तेमाल न करें। गरीबों के खाते में पैसे डालने वालों पर कार्रवाई होगी।










मन की बात कार्यक्रम के 26वें संस्करण में मोदी ने सैनिकों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देशवासियों ने जिस अनूठे अंदाज में दिवाली जवानों को समर्पित की, इसका असर जवानों के चेहरे पर अभिव्यक्त होता था। उन्होंने कहा कि कोई भी उत्सव हो, जवानों को हम किसी न किसी रूप में जरूर याद करें। जब सारा राष्ट्र सेना के साथ खड़ा होता है तो सेना की ताकत 125 करोड़ गुना बढ़ जाती है।










पीएम ने जम्मू-कश्मीर के बच्चों के बारे में कहा, 95 प्रतिशत छात्रों ने बोर्ड की परीक्षा में हिस्सा लिया। यह इस बात की ओर इशारा करता है कि हमारे बच्चे शिक्षा के माध्यम से उज्ज्वल भविष्य के लिए कृतसंकल्प हैं।










उन्होंने नोटबंदी के फैसले पर पीएम ने कहा कि ये एक सामान्य फैसला नहीं था, कठिनाई भर फैसला है। इससे हमारा देश सोने की तरह हर प्रकार से तप कर, निखर कर आगे निकलेगा। 70 साल से हम जिन बीमारियों को झेल रहे हैं, उनसे मुक्ति का अभियान सरल नहीं। उन्होंने जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं इस महायज्ञ में परिश्रम व पुरुषार्थ करने वाले साथियों का हृदय से धन्यवाद करता हूं।










आपकी कठिनाइयों को मैं समझता हूं, भ्रमित करने के प्रयास चल रहे हैं, फिर भी देशहित की इस बात को आपने स्वीकार किया है। कुछ लोग अपने पैसे बचाने के लिए गरीबों को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं।










उन्होंने बुआई के बारे में कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में काफी मात्रा में बुआई बढ़ी है, कठिनाइयों के बीच भी किसान ने रास्ते खोजे हैं। मुश्किलों के बाद भी बुआई में बढ़ोतरी हुई है, इसके लिए मैं किसानों को बधाई देता हूं। मैं अपने छोटे व्यापारी भाइयों-बहनों से कहना चाहता हूं कि मौका है, आप भी डिजिटल दुनिया में प्रवेश कर लीजिए। हमारा गांव, हमारा किसान ये हमारे देश की अर्थव्यवस्था की एक मजबूत धुरी हैं।










उन्होंने कैशलेस सोसाइटी के बारे में कहा, ये ठीक है कि शत-प्रतिशत कैशलैस सोसाइटी संभव नहीं होती, लेकिन क्यों न लेस कैश सोसाइटी की शुरुआत करें। मैं मजदूर भाइयों-बहनों को इस योजना में भागीदार बनने के लिए विशेष आग्रह करता हूं। मुझे आपकी मदद चाहिए और विश्वास है कि देश के करोड़ों नौजवान यह काम करेंगे, आज से ही संकल्प लीजिए कि आप कैशलैस इकोनॉमी का हिस्सा बनेंगे।

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