लढाणा।महाराष्ट्र: आश्रम में होता था आदिवासी लड़कियों का यौन शोषण, बच्ची के प्रेग्नेंसी से हुआ खुलासा
महाराष्ट्र के बुलढाणा में एक आदिवासी आश्रम में लड़कियों के यौन शोषण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले की जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी गई है। बताया जा रहा है कि 12-14 उम्र की 12 में से तीन लड़कियां गर्भवती हैं। गिरफ्तार 11 लोगों में से सात आरोपी स्कूल के ही शिक्षक हैं, जबकि चार आरोपी स्कूल स्टॉफ से जुड़े हैं।
13 साल की लड़की हुई प्रेग्नेंट
दरअसल मामले का खुलासा तब हुआ जब, आश्रम स्कूल में रह रही एक 13 साल की लड़की दिवाली की छुट्टी पर अपने घर गई थी। पेट दर्द होने पर जब उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया, तो डॉक्टरों ने परिजनों को लड़की के प्रेग्नेंट होने की जानकारी दी। पीडि़त लड़की ने बताया कि आश्रम में रह रही कई लड़कियों के साथ दुष्कर्म किया गया है।
स्कूल प्रशासन से की थी शिकायत
गौरतलब है कि गिरफ्तार किए गए लोगों में संस्था के अध्यक्ष, प्रधानाध्यापक और कुछ कर्मचारी शामिल हैं। वहीं बच्चियों के साथ यौन शोषण का मुख्य आरोपी कर्मचारी इत्तू सिंह पवार अभी फरार है। पुलिस आरोपी की तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही है। छात्राओं ने पुलिस को बताया कि उन्होंने पहले भी कई बार स्कूल प्रबंधन और महिला शिक्षकों से यौन शोषण की शिकायत की थी। मगर छात्राओं की इस गंभीर शिकायत को स्कूल प्रबंधन ने दरकिनार कर दिया था।
पंकजा मुंडे और फड़णवीस से मांगा इस्तीफा
उधर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि बोर्डिंग स्कूल की लड़कियों के साथ रेप की घटना शर्मनाक है। कुछ के प्रेग्नेंट होने की भी खबर है। महिला और बाल कल्याण मंत्री पंकजा मुंडे और मुख्यमंत्री फड़णवीस को नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ममता शर्मा ने कहा कि सरकार को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
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