शुक्रवार, 4 नवंबर 2016

अलवर।चरित्र के संदेह में हैवान बना पति, बकरे की तरह काट डाले पत्नी के अंग, ऐसे खुलासा



अलवर।चरित्र के संदेह में हैवान बना पति, बकरे की तरह काट डाले पत्नी के अंग, ऐसे खुलासा
चरित्र के संदेह में हैवान बना पति, बकरे की तरह काट डाले पत्नी के अंग, ऐसे खुलासा

दीपावली के दिन से लगातार अलवर शहर में जगह-जगह मानव अंग मिलने का आखिरकार पुलिस ने शुक्रवार अलसुबह राजफाश कर दिया। इस वारदात को अंजाम देने वाले शहर के सक्कापाड़ी मोहल्ला निवासी योगेश ऊर्फ चूचू को पुलिस ने हिसार से उसकी बहन के घर से गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसने खुद की पत्नी की मिट्टी के तेल से जला कर हत्या करने के बाद चाकू से उसके हाथ-पैर काटे, गर्दन अलग की और धड़ का मांस व अन्य अंग अलग किए।




इन अंगों को अलग-अलग पॉलीथिन में डालकर खुद की मोपेड से शहर के विभिन्न नौ जगहों पर फेंक दिए, जो पुलिस को पांच दिन में मिले। इतना ही नहीं, उसने पत्नी के अंगों को ठीक उसी तरह से काटा जिस तरह से बकरे को काटा जाता है। चूचू ने आसपास के बाजार में बकरे काटते हुए देखे थे। उसी तरह पत्नी के शरीर से खाल उतारने के बाद अंगों को काटना स्वीकार किया है। अब पुलिस ने योगेश को उसकी बहन के घर हिसार से गिरफ्तार किया है। इसका खुलासा खुद पुलिस अधीक्षक राहुल प्रकाश ने किया है। पुलिस अधीक्षक ने इस गुत्थी को सुलझाने में लगी टीम को दो-दो हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा भी की। फिलहाल मृतक महिला के पीहर पक्ष पटना में परिजनों को सूचना दी है। उसके बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा।




30 अक्टूबर को हुआ था झगड़ा

आरोपित योगेश ने पुलिस को बताया कि 30 अक्टूबर को पत्नी आरती (25) से झगड़ा हुआ था। पत्नी सुन्दर थी, जिसके चरित्र पर उसे शक था। इस कारण पत्नी से पीछा छुड़ाने की सोची। उसी दिन रात्रि को करीब पौने आठ बजे मिट्टी का तेल डाल पत्नी को आग लगा दी, जिससे कुछ देर बाद उसकी मृत्यु हो गई। इसके बारे में बहन काला को जानकारी दी, लेकिन उसने अनसुना कर दिया। फिर वह वापस घर आया। खुद की करीब चार साल की बेटी को चाय व बिस्किट खिला कर सुला दिया। इसके बाद महिला के अंग काट दिए।

पहले दिन आरती का दायां पैर फेंका

आरोपित योगेश ने बताया कि उसने सब्जी काटने वाले चाकू को पैना कर पत्नी के दोनों हाथों के जोड़ों से खाल काटी। फिर हाथ मरोड़कर अलग कर दिए। इसी तरह पैर काटे, फिर गर्दन काटी। गर्दन को पन्नी में डाला। पहले आरती का दायां पैर पन्नी में डाल कर कबूतर पार्क के निकट फेंका। उसके बाद दूसरा पैर पन्नी में डाल कर स्कीम एक में डाल दिया। फिर दोनों हाथों को चावण्डपाडी में डालकर आया। गर्दन को कम्पनी बाग के निकट नाली में डाला।




फिर छाती व पेट की चमड़ी को चाकू से उतार कर एक पन्नी में डाले। पेट व छाती के अन्दर के गुर्दे व आंत दूसरी पन्नी में डाले। इनको फ्रिज में रखा। इसके बाद अन्नकूट वाली रात को सुबह करीब पांच बजे तीन अंगों को पन्ननियों को राम मार्केट अलवर वाली गली में डाल कर आ गया। इसके बाद धड़ को चावल के कट्टे में डालकर रंगभरियों की गली में एक दुकान के पास फेंक आया।




वैश्यावृति से भी जुड़ा रहा आरोपित

पुलिस ने बताया कि योगेश वैश्यावृत्ति के धंधे से भी पहले जुड़ा रहा है। फिलहाल रंग पेंट का कार्य करता था। जब योगेश से अलग से बात की तो उसने बताया कि चार साल की बेटी को बचाए रखने के लिए यह कर दिया।




ये होंगे पुरस्कृत

पुलिस अधीक्षक राहुल प्रकाश ने कहा कि पूरी टीम को दो-दो हजार रुपए से पुरस्कृत किया जाएगा। इसमें बनवारी लाल, सुखराम, सुरेन्द्र, अमर सिंह, धनसी, घनश्याम व मूलचन्द सहित कई सदस्य शामिल हैं।




कड़ी से कड़ी जोड़ किया खुलासा

पुलिस ने जहां-जहां मानव अंग मिले, वहां टीम बनाकर घर-घर का सर्वे कराया। सर्वे में सक्कापाड़ी निवासी योगेश घर पर मिला। उससे पत्नी के बारे में पूछा। बताया कि पत्नी पौछा लगाने के काम पर गई है। दोबारा आए तो योगेश घर नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने उस पर नजर रख इस मामले का खुलासा कर दिया।




सभी का सहयोग सराहनीय

इस पूरे घटनाक्रम में सबका सहयोग सराहनीय रहा। आमजन ने भी धैर्य रखा। पुलिस महानिरीक्षक स्तर से मॉनिटरिंग से काफी मदद मिली। इसका परिणाम भी जल्दी मिल गया। इस मामले में अभी और पूछताछ होना बाकी है। घर से एफएसएल जांच होगी। डीएनए टेस्ट से भी पहचान की जा सकती है।

राहुल प्रकाश, पुलिस अधीक्षक, अलवर

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