रतनगढ़ (चूरू)खुलासा : सहेली ना बन जाए सौतन, इसलिए चूरू की युवती ने की सीकर की कोचिंग छात्रा की हत्या
प्रेम प्रसंग के शक ने एक सहेली ने सहेली की हत्या का आरोपी बना दिया। पुलिस ने तहसील के गांव चारणवासी बस स्टॉप के पास कुण्ड में अज्ञात नाबालिग लड़की की लाश के मामले की गुत्थी सुलझाते हुए युवती की सहेली को निरुद्ध किया है। हत्या की आरोपी विद्यालय के रिकॉर्ड के अनुसार अभी नाबालिग है।
सुजानगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेन्द्र फौजदार ने बताया कि छह नवंबर को पुलिस को गांव चारणवासी बस स्टॉप के पास बने कुण्ड में एक अज्ञात लड़की की लाश पड़ी होने की सूचना मिली। थानाधिकारी अरविंद भारद्वाज मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे। शव को मुर्दाघर में रखवाया। आठ नवंबर को मृतका की पहचान सीकर जिले के नेछवा थानान्तर्गत के ग्राम जूलियासर की बबीता जाट उम्र साढ़े सत्रह साल के रूप में हुई।
मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर प्रकरण की जांच की गई। आस-पास के लोगों और निजी बस वालों से पूछताछ करने पर मामला में अहम सुराग मिले। पुलिस को जानकारी मिली कि बबीता चार नवंबर को तोलियासर निवासी अपनी सहेली के पास आई थी।
पहले सोने की अंगूठी को कुण्ड में डाली
एएसपी ने बताया कि तोलियासर निवासी नाबालिग को बबीता पर उसके पति से प्रेम प्रसंग का संदेह हुआ। बबीता 25 अक्टूबर को अपने गांव जूलियासर आई हुई थी। उसकी नाबालिग सहेली ने चार नवंबर को अपने पास तोलियासर बुलाया और छह नवंबर को पति से मिलाने की बात कहकर उसे चारणवासी गांव ले आई। गांव के बस स्टॉप के पास बने कुण्ड पर बैठ गई।
इस दौरान तोलियासर गांव की नाबालिग ने अपनी अंगूठी कुण्ड मेंं डाल दी। उसने बबीता को कुण्ड से अंगूठी निकालने की बात कही। रस्सियों के सहारे उसे कुण्ड में उतार दिया। जब वह वापस आने लगी तो उसे धक्का दे दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। मृतका के भाई हरफूल की रिपोर्ट पर मंगलवार को हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है।
सालासर में बनी थी पक्की सहेली
बबीता व उसकी नाबलिग सहेली 12वीं में सालासर में एक साथ पढ़ी थी। तभी से दोनों पक्की सहेली बनी थी। बबीता अभी सीकर के एक कोचिंग सेंटर में तैयारी कर रही थी। दोनों एक दूसरे को अच्छी तरह जानती थी।इसी कारण आरोपित का पति भी बबीता को जानता था।
बाल विवाह हुआ था तब कहां था प्रशासन!
पुलिस ने बताया, तोलियासर निवासी हत्या की आरोपित शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड में नाबालिग है। जबकि दस माह पहले उसकी चारणवासी निवासी एक जने से शादी भी हो चुकी। युवती का पति वर्तमान में फौज में जम्मू कश्मीर में तैनात है। बबीता भी पुलिस सेवा में जाने की तैयारी कर रही थी। अब सवाल उठ रहा है कि प्रशासन, पटवारी, ग्रामसेवक, पुलिस, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित अनेक सरकारी कर्मचारी होते हुए उसका बाल विवाह कैसे हो गया। अब प्रशासन बाल विवाह की जांच करेगा। बारातियों, पंडितों व फोटोग्राफर को भी जांच के दायरे में लिया जा सकता है।
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