बाड़मेर कच्ची बस्ती पहुँचा विधिक सेवा समिति, लोगो से रूबरू हुए न्यायाधीश
आमतौर पर अपने आस पास समस्याएं और रोजमर्रा की दिक्कतें देखने वाले नेहरू नगर के बाशिंदों के बीच गुरुवार को वह लोग थे जिनके हाथ में जिले न्याय व्यवस्था है। मौका था विधिक सहायता शिविर का।
ताल्लुक विधिक सेवा समिति बाड़मेर की तरफ से स्थानीय नेहरू नगर में विधिक सेवा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमे गरीबी उन्मूलन पर चर्चा की गई। शिविर को संबोधित करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार खरे ने बताया कि गरीब लोगों को स्व-रोजगार के लिए तैयार करना संभवतः गरीबी उन्मूलन का चिर स्थायी हल हो सकता है। विकसित एवं विकासशील दोनों तरह के देशों में आर्थिक संवृद्धि एवं विकास और गरीबी तथा बेरोजगारी उन्मूलन के लिए उद्यमिता को मुख्य उत्प्रेरक माना गया है। अतिरिक्त मुख्य न्यायाधीश सिम्पल शर्मा ने बताया कि उद्यमिता नवोन्मेष को बढ़ावा देती है। प्रतिस्पर्धात्मक लाभ और आर्थिक समृद्धि को बढ़ाती है और संपन्नता एवं नौकरी के अवसर प्रदान करती है जिसके परिणामस्वरूप व्यक्ति, उसके परिवार और समुदाय के जीवन-स्तर में सुधार होता है। इस अवशर पर न्यायिक मजिस्ट्रेट ललित कुमार डाभी ने बताया कि गरीबों एवं दबे-कुचले लोगों को सशक्त बनाने का एक प्रभावी ज़रिया है और इससे उन्हें गरीबी एवं दयनीयता की स्थिति से बाहर निकालने में मदद मिलती है। इस अवसर पर जिला पैनल अधिवक्ता अमित बोहरा, लीगल वोलेंटियर अधिवक्ता पन्नालाल,उधमी दरबार सिंह,पार्षद सुशीला देवी लौहार गाडोलिया लोहार संघ अध्यक्ष प्रकाश सोलंकी समेत कई लोग मौजूद थे।
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