पीलीबंगा नायब तहसीलदार घूस लेते गिरफ्तार
-पटवारी से तंग होकर गया नायब तहसीलदार के पास तो उसने भी मांगी घूस
-इंतकाल दर्ज करने के एवज में मांगी थी रिश्वत
पीलीबंगा . भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो श्रीगंगानगर की टीम ने गुरुवार को नायब तहसीलदार विनोद मीणा को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। उसने भूमि संबंधी मामले में इंतकाल दर्ज कराने के एवज में घूस मांगी थी। कार्रवाई की सूचना मिलने के बाद घटनास्थल के आसपास भीड़ जमा हो गई। आरोपित के कब्जे से दो हजार और पांच सौ रुपए के नए नोट बरामद किए गए।
एसीबी श्रीगंगानगर के एएसपी पृथ्वी सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत अयालकी के चक 17 जेआरके निवासी अमनदीप सिंह पुत्र बलविन्द्र सिंह कुम्हारसिख ने शिकायत दी कि उसकी पुश्तैनी जमीन चक 17 जेआरके में है। दादा का निधन हो चुका है। इसलिए जमीन के वसीयतनामे के बाद इंतकाल दर्ज करने के लिए पटवारी से बात की। उसने इस काम के बदले 35 हजार रुपए मांगे। इसके बाद नायब तहसीलदार विनोद मीणा से संपर्क किया तो उन्होंने इंतकाल के एवज में 10 हजार रुपए की घूस मांगी। आखिर में सौदा सात हजार रुपए में तय हुआ। शिकायतकर्ता ने एक हजार रुपए 20 नवम्बर को दे दिए। शेष छह हजार रुपए गुरुवार को वार्ड 15 स्थित चौबारे में देने थे। यहीं पर नायब तहसीलदार रहता है। शिकायत के सत्यापन के बाद एसीबी ने मीणा को दबोचने के लिए जाल फैलाया। जैसे ही अमनदीप सिंह ने नायब तहसीलदार मीणा को रंग लगे नोट थमाए एसीबी टीम ने उसे दबोच लिया और नकदी जब्त कर ली। टीम में हैड कांस्टेबल जगदीशचंद्र, संजीव, सुबोध, ओमप्रकाश व हनुमानगढ़ कार्यालय के हंसराज सिंह शामिल थे।
घूस में नए नोट
नायब तहसीलदार को घूस में दिए नोट नए थे। उनमें दो-दो हजार के दो नोट, पांच सौ के तीन नए नोट तथा सौ-सौ के पांच नोट थे। 20 नवम्बर को जो रिश्वत में हजार रुपए नायब तहसीलदार को दिए गए थे उनमें सभी नोट सौ-सौ के थे।
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