पंजाब में पहली बार हुई एेसी शादी,पढ़ कर अाप भी करेंगे लड़की को Appreciate
रूपनगर : जिला जेल में बंद एक हवालाती का जिला व सत्र न्यायाधीश बलविन्द्र सिंह संधू के निर्देशों पर पूरे रीति-रिवाजों के साथ विवाह करवाया गया।
जानकारी के अनुसार युवक बलविन्द्र पाल (26 ) पुत्र हुसन लाल निवासी गांव बिलगा नीलों वाली पट्टी जिला जालंधर को 23-9-2016 को एक लूटपाट के मामले में गिरफ्तार करने के बाद रूपनगर जेल लाया गया था।
उक्त हवालाती की शादी अाज केदिन तय थी इसलिए हवालाती ने जिला व सैशन जज की अदालत में 25 अक्तूबर को अपनी जमानत के लिए एक याचिका दायर की थी लेकिन जिला व सत्र न्यायाधीश द्वारा उक्त हवालाती को जमानत देने की बजाए 1 नवम्बर को जिला जेल अधिकारियों को निर्देश जारी किए कि उसकी शादी की व्यवस्था जेल में ही कर दी जाए।
वर्णनीय है कि विवाह के दौरान वर व वधु पक्ष से सिर्फ 5-5 अतिथि ही शादी में शामिल हो सकते थे। इस दौरान पूरे धार्मिक रीति रिवाजों के अनुसार उक्त हवालाती का विवाह नीरू पुत्री अमरचंद निवासी ऊना के साथ सम्पन्न हुआ।
शादी समारोह के बाद बलविन्द्रपाल तथा नीरू ने गुरुद्वारा साहिब से लावां लेने के बाद बाहर आकर बरामदे में एक दूसरे को नाई । इस अवसर पर लड़के के पिता हुसन लाल ने कहा कि उन्होंने लड़के की शादी की तिथि लगभग चार माह पूर्व तय परंतु एक लूयपाट मामले में उसका नाम अा गया । उन्होंने बताया कि उनका लड़का ऊना में डी.एडीक्शन सैंटर चलाता था और लड़की नीरू बतौर टीचर ऊना में सरकारी नौकरी कर रही है।
जानकारी के अनुसार जिला जेल में शादी का आयोजन जिला व सत्र न्यायाधीश बी.एस. संधू के निर्देशों पर जिला जेल प्रशासन द्वारा किया गया, जिसकी देखरेख जिला जेल सुपरिंटेंडेंट गुरपाल सिंह सरोआ स्वयं कर रहे थे। इस अवसर पर पता चला है कि इस प्रकार की शादी पहले पंजाब की किसी भी जेल में नहीं हुई है। इस अवसर पर जेल के एक कर्मचारी ने बताया कि वह 31 वर्ष से जिला जेल की डयूटी करते आ रहे हैं लेकिन उन्होंने पहली बार जिला जेल में किसी जोड़े की शादी देखी है।
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