6 जिलों के 11 हजार विद्यार्थियों को मिला ‘प्रोजेक्ट उत्कर्ष’ का लाभ
राजकीय विद्यालयों में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी से शिक्षण की पहल
जयपुर, 3 नवम्बर। प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में सूचना प्रौद्योगिकी एवं प्रष्नोत्तरी आधारित अधिगमन प्रणाली के तहत विद्यार्थियों में सीखने की प्रवृति के बेहतर विकास के लिए ‘प्रोजेक्ट उत्कर्ष’ की पहल की गई है।
शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि आरंभ में राज्य के आईसीटी सुविधायुक्त 6 जिलों के राजकीय विद्यालयों में इस परियोजना को क्रियान्वित किये जाने की पहल हुई है। उन्होंने बताया कि परियोजना की सफलता पर चरण बद्ध रूप से इसे प्रदेष के सभी राजकीय विद्यालयों में लागू किए जाने का प्रयास किया जाएगा।
प्रो. देवनानी ने बताया कि इस समय उदयपुर जिले के 316, झालावाड़ के 127, जोधपुर के 103, सवाईमाधोपुर के 110, अजमेर के 220 तथा पाली के 121 विद्यालयों में प्रोजेक्ट उत्कर्ष के तहत इनमें अध्ययनरत 11 हजार से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके तहत खेल-खेल में सरल व सुरूचिपूर्ण तरीके से सूचना प्रौद्योगिकी के सहारे पढाई करवाई जाती है। साथ ही क्यूज एकेडमी पोर्टल पर उपलब्ध स्कूली शिक्षा से संबंधित एनसीईआरटी (हिन्दी माध्यम) की टेक्स्ट बुक्स, गणित, विज्ञान के प्रयोग, एनीमेषन, विडियो-आॅडियो आदि का उपयेाग स्मार्ट शिक्षा के तहत किया जाता है।
शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की पहल पर प्रोजेक्ट उत्कर्ष का क्रियान्वयन सभी संबंधित जिलों के जिला कलक्टर के मार्गदर्षन में, माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा स्थानीय भामाषाहों, काॅरपोरेट संस्थानों द्वारा स्थानीय सीएसआर के सहयोग से किये जाने के निर्देष दिए गए हैं।
विद्यालयों में ‘उत्कृष्ट प्रोजेक्ट’ के तहत स्मार्ट क्लास हेतु क्विज एकेडमी साॅफ्टवेअर सैटअप, शिक्षक-प्रशिक्षण, छात्र-अभिमुखीकरण, आॅनलाईन टेस्ट व परिणाम विष्लेषण, रिमोट माॅनिटरिंग, विद्यालय निरीक्षण आदि नियमित गतिविधियां आयोजित की जाती है। सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ आधुनिक तरीकों से शिक्षण की दिषा में यह अभिनव पहल है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें