राजस्थान के 5 जिलों में आतंक मचाने वाले कमाण्डो को SOG ने जान पर खेलकर यूं दबोचा
चूरू/सालासर/जयपुर. एसओजी ने नोटबंदी के चलते बुधवार दोपहर राजधानी में 25 हजार के इनामी कुख्यात को फिल्मी स्टाइल में दबोच लिया। आरोपित यहां पर एक भू-माफिया से वसूली करने आया था लेकिन नई करेंसी के चलते रकम नहीं मिल सकी। एसओजी की घेराबंदी देख कमाण्डो ने एसओजी की गाड़ी में टक्कर मार दी, जिसमें टीम बाल-बाल बची।
दो सिपाहियों की हिम्मत से कमाण्डो फायरिंग के पहले ही दबोच लिया। आरोपित 2014 में सालासर (चूरू) से दो सिपाहियों की एसएलआर लूटकर पुलिस अभिरक्षा से फरार हुआ था। हाल में उसने चूरू, बीकानेर, नागौर, उदयपुर, चित्तौडगढ़ और राजसमंद जिले में आतंक मचा रखा था।
एसओजी के आईजी दिनेश एम एन ने बताया कि गिरफ्तार सालासर के गांव खारिया कनीराम (चूरू) निवासी बहादुर सिंह उर्फ पहलवान उर्फ कमाण्डो और फलौदी, जोधपुर निवासी जालम सिंह उर्फ जालू है। कालवाड़ के गांव कापडिया बास से दोनों देशी पिस्टल, आठ कारतूस और एक लग्जरी के साथ बदोच हैं।
कमाण्डो के खिलाफ अलग-अलग जिलों में हत्या, हत्या का प्रयास, लूट के करीब 40 से अधिक मामले दर्ज हैं। चार से अधिक मामलों में उसे सजा भी हो चुकी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक करन शर्मा ने बताया कि चार दिन पहले कमाण्डो साथी जालिम के साथ कार से जयपुर आया था। यहां उसे एक भू-माफिया से चौथ वसूली करनी थी। नई करेंसी उसे रकम नहीं मिली। कमाण्डो जगह बदल कर शरण लेकर रह रहा था।
बुधवार दोपहर करीब दो बजे टीम के कालवाड़ के कापडिया बास में होने की भनक लगते ही कमाण्डो ने गाड़ी दौड़ा दी। रास्ता में एटीएस ने उसे घेरा तो उसने एटीएस की गाड़ी में टक्कर मार दी। इस दौरान सिपाही नरेंद्र और राजेंद्र और रामलाल ने हिम्मत दिखाई और उसकी गाड़ी पर लटक गए।
फायरिंग करने से पहले ही उसकी लोड देशी पिस्टल कब्जे में ले ली। फरारी में हत्या, लूट व डकैती की कई वारदातें की। जिसमें सालासर में भवानी सिंह की हत्या, सालासर मंहत पर फायरिंग, चित्तौडगढ़ में 02 करोड़ की डकैती, कुचामनसिटी के मंगलाना टोल पर 32 लाख की लूट सहित कई वारदातों शामिल हैं।
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