शनिवार, 5 नवंबर 2016

मानवता शर्मसारः खाेया मोबाइल ढूंढने के लिए तांत्रिक ने दे दी 4 साल की बच्ची की बलि!

मानवता शर्मसारः खाेया मोबाइल ढूंढने के लिए तांत्रिक ने दे दी 4 साल की बच्ची की बलि!
मानवता शर्मसारः खाेया मोबाइल ढूंढने के लिए तांत्रिक ने दे दी 4 साल की बच्ची की बलि!

नई दिल्लीः देश में अंधविश्वास की नई सीमाएं तोड़ता एक दर्दनाक मामला सामने आया है। असम में एक चार साल की आदिवासी लड़की की केवल इसलिए बलि चढ़ा दी गई, क्योंकि चार लोगों का मानना था कि इससे उनका एक खोया मोबाइल फ़ोन वापस आ जाएगा। ये भयानक घटना आदिवासियों की मेजॉरिटी वाले चराईद्यो ज़िले के रत्नपुर गांव में हुई। यहां एक भूत भगाने वाले तांत्रिक पर आरोप है कि उसने इस लड़की को न केवल टॉर्चर किया, बल्कि भगवान को लुभाने के लिए उसके हाथों को भी काट दिया।




अंधविश्वास में दी बलि

इस बलि की आज्ञा चार आरोपियों में से एक आरोपी हनुमान भुमीज ने दी थी। इस अंधभक्त को विश्वास था कि चार साल की इस लड़की की बलि चढ़ाने के बाद उसकी बेटी का खोया मोबाइल उसे वापस मिल जाएगा। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब 24 अक्टूबर को लापता हुई 4 साल की सुनु गोदबा की लाश मिली।




खास पूजा को दिया गया अंजाम

पुलिस को शक था कि शरीर से जिस तरह से अंगों को अलग किया गया है, वह पूरी तरह से एक बलि का ही उदाहरण है। शक तब यकीन में बदला, जब उन्हें पता चला कि हनुमान भुमिज के घर एक खास पूजा को अंजाम दिया गया है। पुलिस ने इस कांड काे अंजाम देने के अाराेप में आरीफउद्दीन अली और हनुमान भुमीज को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि गब्बर सिंह और आरीफ के भाई जलालुद्दीन की तलाश अभी जारी है।

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