Lab Assistant ने कॉलेज में की खुदकुशी, सुसाइड नोट में पत्नी के लिए लिख गया ये बातें
इंदौर: धार रोड स्थित जगत गुरु दत्तात्रय कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी के एक लैब असिस्टेंट ने कॉलेज की तीसरी मंजिल पर जाकर लैब में ही फांसी लगा ली। वह खुद ही रस्सी लेकर आया था और मरने से पहले वहां के सीसीटीवी भी बंद करवा दिए थे। चंदन नगर पुलिस के मुताबिक ब्रजेश (30) इस कॉलेज में पिछले तीन साल लैब असिस्टेंट के पद पर कार्यरत था। ब्रजेश ने सुसाइड पत्नी व सालों की प्रताड़ना से तंग आकर किया। पुलिस के मुताबिक ब्रजेश की जेब से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। टीआई ने बताया सुसाइड नोट के आधार पर जांच की जा रही है। ये लिखा था सुसाइड नोट में 19 सितंबर को मैं अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहा हूं। मैं उन सभी लोगों से क्षमा चाहता हूं जिनका कभी दिल दुखाया हो। मम्मी, पापा, कान्हा, परी, सुषमा, राहुल और सुमन दी मुझे माफ करना, मैं आत्महत्या नहीं करता। मैं अपनी लाइफ से खुश था। 13 अप्रैल 2013 को मेरा विवाह निशा से हुआ। निशा मेरे घर में मम्मी, पापा, मेरे भाई-बहन को बुरा भला कहती और मां पर हाथ उठाने लगी थी। इसका विरोध किया तो मेरे साला गौरव, सास प्रभा देवी से बात की लेकिन वे भी निशा का ही पक्ष लेते रहे। वे मुझे मेरे मम्मी-पापा व परिवार से अलग करना चाहते हैं। जब मैंने मना किया तो सभी मिलकर मुझे दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा का केस लगवाकर पूरे परिवार को थाने में बंद करवाने की धमकियां देने लगे। मुझे मेरे ससुराल वाले प्रतिदिन कुछ न कुछ आरोप लगाते थे। मेरी पत्नी व साला मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। इसलिए जीना नहीं चाहता और आत्महत्या कर रहा हूं। हमारे कानून में महिला को घरेलू हिंसा करने के लिए सजा का प्रावधान हो तो निशा, गौरव व प्रभा देवी को सजा मिलनी चाहिए। मेरे मरने के बाद निशा को मेरे घर पर मेरे मम्मी-पापा के साथ न रखा जाए तथा मेरी बेटी परी की परवरिश के लिए मेरी मम्मी को नियुक्त किया जाए। ऐसी मेरी अंतिम इच्छा है। वहीं ब्रजेश के इस तरह से सुसाइड करने पर पूरा परिवार सदमे में है। बेटे का शव देख पिता आरएन श्रीवास फूट-फूट कर रो पड़े और बोले- बूढ़े कंधे पर जवान बेटे की अर्थी का बोझ कैसे उठाऊंगा। परिवार वालों ने ब्रजेश की पत्नी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
इंदौर: धार रोड स्थित जगत गुरु दत्तात्रय कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी के एक लैब असिस्टेंट ने कॉलेज की तीसरी मंजिल पर जाकर लैब में ही फांसी लगा ली। वह खुद ही रस्सी लेकर आया था और मरने से पहले वहां के सीसीटीवी भी बंद करवा दिए थे। चंदन नगर पुलिस के मुताबिक ब्रजेश (30) इस कॉलेज में पिछले तीन साल लैब असिस्टेंट के पद पर कार्यरत था। ब्रजेश ने सुसाइड पत्नी व सालों की प्रताड़ना से तंग आकर किया। पुलिस के मुताबिक ब्रजेश की जेब से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। टीआई ने बताया सुसाइड नोट के आधार पर जांच की जा रही है। ये लिखा था सुसाइड नोट में 19 सितंबर को मैं अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहा हूं। मैं उन सभी लोगों से क्षमा चाहता हूं जिनका कभी दिल दुखाया हो। मम्मी, पापा, कान्हा, परी, सुषमा, राहुल और सुमन दी मुझे माफ करना, मैं आत्महत्या नहीं करता। मैं अपनी लाइफ से खुश था। 13 अप्रैल 2013 को मेरा विवाह निशा से हुआ। निशा मेरे घर में मम्मी, पापा, मेरे भाई-बहन को बुरा भला कहती और मां पर हाथ उठाने लगी थी। इसका विरोध किया तो मेरे साला गौरव, सास प्रभा देवी से बात की लेकिन वे भी निशा का ही पक्ष लेते रहे। वे मुझे मेरे मम्मी-पापा व परिवार से अलग करना चाहते हैं। जब मैंने मना किया तो सभी मिलकर मुझे दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा का केस लगवाकर पूरे परिवार को थाने में बंद करवाने की धमकियां देने लगे। मुझे मेरे ससुराल वाले प्रतिदिन कुछ न कुछ आरोप लगाते थे। मेरी पत्नी व साला मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। इसलिए जीना नहीं चाहता और आत्महत्या कर रहा हूं। हमारे कानून में महिला को घरेलू हिंसा करने के लिए सजा का प्रावधान हो तो निशा, गौरव व प्रभा देवी को सजा मिलनी चाहिए। मेरे मरने के बाद निशा को मेरे घर पर मेरे मम्मी-पापा के साथ न रखा जाए तथा मेरी बेटी परी की परवरिश के लिए मेरी मम्मी को नियुक्त किया जाए। ऐसी मेरी अंतिम इच्छा है। वहीं ब्रजेश के इस तरह से सुसाइड करने पर पूरा परिवार सदमे में है। बेटे का शव देख पिता आरएन श्रीवास फूट-फूट कर रो पड़े और बोले- बूढ़े कंधे पर जवान बेटे की अर्थी का बोझ कैसे उठाऊंगा। परिवार वालों ने ब्रजेश की पत्नी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें