राजस्थान पुलिस की एटीएस एवं एसओजी की बड़ी कार्रवाई
राजू ठेठ गिरोह के कुख्यात ईनामी अपराधी भंवरलाल उर्फ भंवर छपरा व मनोज ओला जयपुर में गिरफ्तार
भंवर पर 50 हजार व मनोज पर था 5 हजार का ईनाम
जयपुर, 07 अक्टूबर। राजस्थान पुलिस के आंतकवाद निरोधी दस्ते(एटीएस षाखा) ने एसओजी के साथ समन्वय रखते हुये राजू ठेठ गिरोह के 50000 रुपये ईनामी भंवरलाल छपरा व 5000 रुपये के ईनामी मनोज ओला को जयपुर में गिरफतार कर उनके कब्जे से 8 मोबाईल, जाली नम्बरों वाला स्र्कोपियो वाहन व 4 जाली पहचान पत्र बरामद करने में सफलता प्राप्त की है।
अति0 महानिदेषक पुलिस, एटीएस व एसओजी श्री उमेश मिश्रा ने एटीएस मुख्यालय में संवाददाताओं को बताया कि आनन्दपाल सिंह व राजू ठेठ के गिरोह के मध्य वर्चस्व की लड़ाई होने के कारण पूर्व से ही रंजिष थी जिसके कारण बीकानेर जेल में वर्ष 2013 में हुए हत्याकाण्ड में वांछित अपराधी भंवरलाल छपरा की तलाष की जा रही थी ।
श्री मिश्रा ने बताया कि इस कार्य हेतु एटीएस पुलिस अधीक्षक विकास कुमार सिंह के निर्देषन में पिछले तीन महिने से एटीएस एवं एसओजी के पुलिस अधीक्षक श्री संजय क्षोत्रिय की टीमें विभिन्न जिलों में भिजवाई गई थी व तकनीकी विष्लेषण किया गया। जिसमें एटीएस की एक टीम नागौर व दूसरी टीम को सीकर झुन्झुनु भेजा गया जिस पर टीम ने भंवरलाल व मनोज ओला के छिपने व ठहरने के स्थान, वाहन वगैरहा की पहचान की गई व कल 6 अक्टूबर को नागौर में गई टीम की सूचना पर कानि0 श्री राजेष, नरेष व सुनील शर्मा को उक्त अभियुक्तों के आने वाले स्थान जयपुर स्थित जायका रेस्टोरेंट पर लगा कर निगरानी की गई व इस टीम की सपोर्ट के लिए दो टीमें और लगाई व एसओजी की टीम भी बैकअप के लिए मौके पर उपस्थित थी तभी नागौर टीम द्वारा बताए हुए हुलिये की स्कार्पियो मेे से दो लडकों मे से मनोज ओला उतरकर मोटरसाइकिल पर बैठने लगा एक मुखबिर के हाथ से इषारा करने पर कानि0 श्री नरेष ने मनोज ओला को हाथापाई करके पकडा व स्कार्पियो पर बैठे व्यक्ति के दोनों तरफ गेट पर लटक कर कानि0 श्री राजेष व सुनील शर्मा ने मुष्किल से रोका व तभी सपोर्ट करने वाली एटीएस की टीमों ने घेर कर पकड कर हिरासत में ले लिया।
उन्होंने बताया कि पूछताछ में भंवर छपरा ने बताया कि वे विरोधी पक्ष के अपराधियों को मारने व राजू ठेठ के बताये अनुसार कोचिंग सेंटरों से रुपये वसूलने के लिये हथियार लेने जयपुर आये थे व उसका बीकानेर जेल में हथियार पहंुचाने व अहम रोल रहा है। छपरा के खिलाफ 7 मुकदमे हत्या सहित अन्य जघन्य अपराध के दर्ज है।
उन्होंने बताया कि मनोज ओला ने पूछताछ में राजू ठेठ के लिए विवादित जमीनों पर हस्तक्षेप करके रुपये ऐंठने का काम करना कबूल किया है व नीमकाथाना के भूतपूर्व फौजी द्वारा जमीनों के विवाद को सुलझाने के बावजूद रुपये नही देने पर धमकाने का अपराध स्वीकार किया है। अभियुक्त मनोज के विरुद्ध करीब 12 मुकदमे हत्या सहित विभिन्न जघन्य अपराधों में राजस्थान के विभिन्न जिलों में दर्ज है। मनोज ओला के भांजे पंकज कुमार झुरिया से भी पूछताछ की जा रही है। उक्त दोनों ईनामी अपराधीयों से तफतीष जारी है।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक, एटीएस श्री विकास कुमार, पुुुलिस अधीक्षक एसओजी श्री संजय क्षोत्रिय एवं राजू ठेठ गैंग से जुड़े अभियुक्तों के प्रकरणों की तफ्तीष से जुड़े अन्य अधिकारी उपस्थित थे ।
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