शुक्रवार, 28 अक्तूबर 2016

प्रेमिका के बुलाने पर मिलने पहुंचा लड़का, लड़की के दूसरे प्रेमी ने किया ये हाल

प्रेमिका के बुलाने पर मिलने पहुंचा लड़का, लड़की के दूसरे प्रेमी ने किया ये हाल

प्रेमिका के बुलाने पर मिलने पहुंचा लड़का, लड़की के दूसरे प्रेमी ने किया ये हाल
बिलासपुर(छत्तीसगढ़).शुक्रवार को लापता एक्स स्टूडेंट लीडर की लाश अर्द्धनग्न हालत में झाड़ियों में मिली थी। जांच के बाद पता चला है कि इस वारदात में उसकी प्रेमिका के साथ दो लोग और शामिल थे। इसका मास्टरमाइंड लड़की का दूसरा प्रेमी ही था। हत्या के दिन लड़की ने ही प्रेमी को फोन कर अपने घर मिलने बुलाया था। पुलिस के मुताबिक लव ट्राएंगल में इस मर्डर को अंजाम दिया गया। सालों से चल रहा था दो लोगों से अफेयर...

- सोमवार को एसपी सदानंद कुमार ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि एक्स स्टूडेंट यूनियन प्रेसिडेंट और एबीवीपी लीडर विनय ठाकुर(22) बुधवार की रात से लापता था।

- फैमिली ने उसकी तलाश के बाद दूसरे दिन थाने में उसके लापता होने की सूचना दी। 21 अक्टूबर की दोपहर ग्राम अनिरूद्धपुर के पास झाड़ियों के बीच विनय की अर्धनग्न लाश मिली थी।

- विनय की लाश उसकी प्रेमिका अनिरूद्धपुर की सरवरी बानो के ही घर से कुछ दूरी पर पहाड़ी झाड़ियों के बीच पाई गई थी ।

- लाश औंधे मुंह पड़ी थी और गले में गमछा बंधा हुआ था। साथ ही आरोपियों ने उसके प्राइवेट पार्ट को भी बुरी तरह जख्मी किया था। जिससे पुलिस इसे लव अफेयर के एंगल से देख रही थी।

चार साल से दोनों से चल रहा था अफेयर

- पुलिस ने बताया कि विनय का सरवरी बानो से पिछले चार साल से अफेयर था।

- इस दौरान गांव के ही जय सिंह से भी उसका अफेयर चल रहा था। जय सिंह को जब इस बात का पता चला कि सरवरी का अफेयर विनय से भी चल रहा है तो वह उसे मारने की प्लानिंग करने लगा था।

- सरवरी के बुलाने पर विनय उससे मिलने पहुंचा था। जहां लड़की के दूसरे प्रेमी ने उसकी हत्या कर दी।

ऐसे दिया वारदात को अंजाम

- सरवरी बानो से जय सिंह ने साजिश के बारे में शाम करीब 4 बजे बातचीत की।

- इसके बाद जय के दोस्त जाकिर के मोबाइल से सरवरी ने विनय को रात 8.30 पर मिलने अपने घर बुलाया।

- विनय अपने दोस्तों दिनेश जितेन्द्र राम और दिनेश प्रजापति के साथ मिलने गया। दोनों दोस्त विनय को सरवरी के घर के पास छोड़कर वापस घर लौट आए।

- विनय सरवरी के घर गया और वहीं छुप कर बैठ गया। यह सब जय सिंह दूर से देख रहा था। उसे पकड़ने के लिए वह दौड़ा।

- विनय भागते वक्त जयसिंह के दोस्त देवनारायण के घर के पास गिर पड़ा। देवनारायण बाहर टार्च लेकर निकला तो वहां जय और विनय को देखा।

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