14 साल की बेटी के सामने थाने में पुलिस ने कराई इस कपल की शादी, ये थी वजह
ग्वालियर। शादी के 3 साल बाद पति-पत्नी में झगड़े होने लगे। आखिरकार बेटी को साथ लेकर पत्नी मायके में रहने लगी। कोर्ट केस के बाद 2012 में दोनों के बीच तलाक हो गया। तलाक के बाद पति-पत्नी दोनों को पछतावा होने लगा तो पत्नी एडीशनल एसपी के पास पति से मिलवाने की गुहार लगाने पहुंची। पति भी पुलिस के पास पहुंच गया। दोनों के बीच समझौता हुआ और थाने में ही दोबारा शादी कर ली।यह है मामला....
- भिंड में रहने वाली वंदना की शादी 16 साल पहले वीरेंद्र वाटिका निवासी शशिकांत श्रीवास्तव के साथ हुई थी।
- शादी के बाद 2 साल आराम से कटे, एक बेटी का जन्म भी हो गया, लेकिन इसके बाद पारिवारिक कलह बढ़ी और दोनों अलग-अलग रहने लगे।
- शशिकांत ने पत्नी को लाने की कोशिश भी की, लेकिन लड़ाई के चलते वंदना उसके साथ घर वापस नहीं लौटी।
2012 में दोनों का तलाक हो गया
- अंत में शशिकांत ने तलाक की अर्जी लगा दी, और 2012 में तलाक का आदेश जारी हो गया।
- अदालत के आदेश पर शशिकांत, वंदना और उसकी बेटी को भरण-पोषण हेतु हर माह 2 हजार रुपये देने लगा।
- शशिकांत ने पुनर्विचार याचिका लगाई और 2014 में कोर्ट के निर्देश पर वंदना को भरण-पोषण भत्ता मिलना भी बंद हो गया।
- उधर मायके वालों ने भी हाथ खींच लिया, वंदना को 14 साल की बेटी के साथ गुजारा करना भी मुश्किल हो गया।
तंग आकर वंदना ने पुलिस की मदद ली
- जब वंदना की गुजर-बसर मुश्किल हो गई तो वह बेटी के भविष्य की खातिर एडीशनल एसपी अमृत मीणा के दफ्तर पहुंच गई।
-वंदना का कहना था कि उसके पास कोई इनकम नहीं है। पति से बेटी के भविष्य के लिए कुछ समझौता कराया जाए।
-वंदना की कहानी सुनने के बाद ASP मीणा ने वंदना के पति शशिकांत को भी ऑफिस में बुला लिया।
- शशिकांत आया तो ASP ने बेटी के भविष्य की बात कही और उससे पूछा कि उनके झगड़े में बेटी का क्या कुसूर है।
- मीणा की लंबी काउंसिलिंग के बाद शशिकांत बेटी की खातिर वंदना को दोबारा साथ रखने के लिए तैयार हो गया।
दोबारा थाने में ही शादी करा दी एडीशनल एसपी ने
- समझौते के बाद ASP अमृत मीणा ने शशिकांत और वंदना को दोबारा शादी करने की नसीहत दी।
- ऑफिस में हीं 2 मालाएं मंगाई गईं और सबके सामने एक दूसरे को माला पहना कर शशिकांत और वंदना से शादी कर ली।
ग्वालियर। शादी के 3 साल बाद पति-पत्नी में झगड़े होने लगे। आखिरकार बेटी को साथ लेकर पत्नी मायके में रहने लगी। कोर्ट केस के बाद 2012 में दोनों के बीच तलाक हो गया। तलाक के बाद पति-पत्नी दोनों को पछतावा होने लगा तो पत्नी एडीशनल एसपी के पास पति से मिलवाने की गुहार लगाने पहुंची। पति भी पुलिस के पास पहुंच गया। दोनों के बीच समझौता हुआ और थाने में ही दोबारा शादी कर ली।यह है मामला....
- भिंड में रहने वाली वंदना की शादी 16 साल पहले वीरेंद्र वाटिका निवासी शशिकांत श्रीवास्तव के साथ हुई थी।
- शादी के बाद 2 साल आराम से कटे, एक बेटी का जन्म भी हो गया, लेकिन इसके बाद पारिवारिक कलह बढ़ी और दोनों अलग-अलग रहने लगे।
- शशिकांत ने पत्नी को लाने की कोशिश भी की, लेकिन लड़ाई के चलते वंदना उसके साथ घर वापस नहीं लौटी।
2012 में दोनों का तलाक हो गया
- अंत में शशिकांत ने तलाक की अर्जी लगा दी, और 2012 में तलाक का आदेश जारी हो गया।
- अदालत के आदेश पर शशिकांत, वंदना और उसकी बेटी को भरण-पोषण हेतु हर माह 2 हजार रुपये देने लगा।
- शशिकांत ने पुनर्विचार याचिका लगाई और 2014 में कोर्ट के निर्देश पर वंदना को भरण-पोषण भत्ता मिलना भी बंद हो गया।
- उधर मायके वालों ने भी हाथ खींच लिया, वंदना को 14 साल की बेटी के साथ गुजारा करना भी मुश्किल हो गया।
तंग आकर वंदना ने पुलिस की मदद ली
- जब वंदना की गुजर-बसर मुश्किल हो गई तो वह बेटी के भविष्य की खातिर एडीशनल एसपी अमृत मीणा के दफ्तर पहुंच गई।
-वंदना का कहना था कि उसके पास कोई इनकम नहीं है। पति से बेटी के भविष्य के लिए कुछ समझौता कराया जाए।
-वंदना की कहानी सुनने के बाद ASP मीणा ने वंदना के पति शशिकांत को भी ऑफिस में बुला लिया।
- शशिकांत आया तो ASP ने बेटी के भविष्य की बात कही और उससे पूछा कि उनके झगड़े में बेटी का क्या कुसूर है।
- मीणा की लंबी काउंसिलिंग के बाद शशिकांत बेटी की खातिर वंदना को दोबारा साथ रखने के लिए तैयार हो गया।
दोबारा थाने में ही शादी करा दी एडीशनल एसपी ने
- समझौते के बाद ASP अमृत मीणा ने शशिकांत और वंदना को दोबारा शादी करने की नसीहत दी।
- ऑफिस में हीं 2 मालाएं मंगाई गईं और सबके सामने एक दूसरे को माला पहना कर शशिकांत और वंदना से शादी कर ली।
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