बुधवार, 14 सितंबर 2016

बाड़मेर पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो नई दिल्ली ने पुलिस, कारागार प्रषासन, अपराध शास्त्र तथा न्यायालयिक विज्ञान पर पण्डित गोविन्द वल्लभ पंत पुरस्कार हेतु प्रविष्टियां आमंत्रित बाबत



बाड़मेर पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो नई दिल्ली ने पुलिस, कारागार प्रषासन, अपराध शास्त्र तथा न्यायालयिक विज्ञान पर पण्डित गोविन्द वल्लभ पंत पुरस्कार हेतु प्रविष्टियां आमंत्रित बाबत




डाॅ. गगनदीप सिंगला जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर ने जानकारी देते हुए बताया कि श्रीमान अतिरिक्त महानिदेषक पुलिस अपराध शाखा राजस्थान जयपुर(जन सम्पर्क प्रकोष्ठ) के आदेषानुसार पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो गृह मंत्रालय, नई दिल्ली ने न्यायलयिक विज्ञान,पुलिस, कारागार, पुलिस प्रषासन, अपराध शाखा, पुलिस अन्वेषण, अंगुली छाप से सम्बन्धित विषयों पर हिन्दी में प्रकाषित पुस्तकों के लेखकों को पण्डित गोविन्द वल्लभ पंत पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए प्रविष्टियां मांगी है।

अतिरिक्त महानिदेषक पुलिस, (अपराध शाखा) श्री पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो नई दिल्ली द्वारा वर्ष 1982 से हिन्दी में उत्कृष्ट लेखन व सृजनषीन लेखकों को बढावा देने व हिन्दी में पुस्तकों के अनुवाद को बढावा देने के लिए पं0 गोविन्द वल्लभ पंत पुरस्कार योजना चलाई जा रही है ।

श्री सिंह ने बताया कि पुलिस से सम्बन्धित विषयों पर हिन्दी में प्रकाषित पुस्तकों पर 30-30 हजार रूपये तक के पांच पुरूस्कार दिये जायेगें, इनमें एक पुरस्कार महिला वर्ग के लिए आरक्षित है।

श्री सिहं ने बताया कि अनुवादकों की अनुदित हिन्दी में प्रकाषित पुस्तकों के लिए 14-14 हजार रूपये तक दो पुरस्कार दिये जायेगे, इनमें एक महिला वर्ग के लिए आरक्षित है।

उन्होंने बताया कि पुलिस अनुसंधान एवं ब्यूरो, नई दिल्ली द्वारा पुलिस से सम्बन्धित किसी विषय पर पुस्तक लिखवाने के लिए प्रतिवर्ष 40 हजार रूपये तक का एक पुरस्कार प्रदान करता हैं। इस वर्ष का विषय इस श्रेणी में ’’स्मार्ट पुलिसिंग ......समस्या एवं समाधान’’ पर 40 हजार रूपये का पुरस्कार महिला वर्ग के लिए आरक्षित है।

इस श्रेणी में ’’अपराधों के बदलते स्वरूप में पुलिस की भूमिका’’ विषय पर पुस्तकें आमन्त्रित की जा रही है। इस पुरस्कार योजना में भारत के सभी नागरिक भाग ले सकते है। योजना के प्रथम भाग में वे सभी पुस्तके शामिल की जायेगी जो 31 दिसम्बर,2015 तक प्रकाषित हुई है।

पुस्तकों /पांडुलिपियों की तीन तीन प्रतियाॅं निर्धारित प्रपत्र के साथ पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो, गृह मंत्रालय नई दिल्ली को भेजनी होगी । ये पुस्तकें/पाडंुलिपियां वापिस नहीं की जाती है । पुस्तकंे लगभग 100 पृष्ठों की अवष्य होनी चाहिये । विस्तृत जानकारी के लिये मोबाईल नं0 9013074058 व ब्यूरो की वेबसाईट ूूूwww.bprd.nic.in  से ली जा सकती है । श्




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