बाड़मेर धरना बना महिला की मौत का कारण।।
बाड़मेर अभी कलेक्टर परिसर के बाहर दर्दनाक हादसा हो गया ।किसी घर की बहु बच्चों की माँ और पति की पत्नी एक पल में जुदा हो गयी।ऐसा दर्दनाक हादसा इस स्थान पर पहली बार हुआ।।इस हादसे का जिम्मेदार बाहर चल रहा धरने को लोग मान रहे हैं। धरने के कारन एक साइड रोड पत्थर लगा के बन्द कर दी जिसके चलते ट्रैक चालक गलत साइड से निकल तो सामने से आ रही स्कूटी ट्रैक के एकाएक नीचे आ गयी।इस दर्दनाक हादसे के सेकड़ो लोग गवाह बने।उनकी आँखों के आगे यह हादसा हो गया और वो कुछ नही कर पाये।।धरना स्थल जिला प्रशासन ने तय कर रखा हैं मगर धरनार्थियों द्वारा रास्ते पत्थर रख के बन्द करने के बावजूद किसी ने उसे खुलवाने का प्रयास नही किया।।छोटे छोटे हादसे तो अमूमन होते हैं।मगर इस तरह का दर्दनाक हादसे ने एक बारगी प्रत्यक्षदर्शियों को अंदर तक हिला गया।।ये सबसे ज्यादा भीड़ भाड़ वाली जगह हैं।पंचायत समिति और कलेक्टर परिसर का मुख्य द्वार इसी तरफ बाहर निकलते हैं।।
धरना स्थल को लेकर जिला प्रशासन को एक बार पुनः सोचना चाहिए। पूर्व के आदेशों के मुताबिक शहर के भीतरी इलाकों में सुबह 9 से रात 9 बजे तक भारी वाहनों का प्रवेश निषेद्ध है। इस पर भी सवाल उठने चाहिए।
बाड़मेर अभी कलेक्टर परिसर के बाहर दर्दनाक हादसा हो गया ।किसी घर की बहु बच्चों की माँ और पति की पत्नी एक पल में जुदा हो गयी।ऐसा दर्दनाक हादसा इस स्थान पर पहली बार हुआ।।इस हादसे का जिम्मेदार बाहर चल रहा धरने को लोग मान रहे हैं। धरने के कारन एक साइड रोड पत्थर लगा के बन्द कर दी जिसके चलते ट्रैक चालक गलत साइड से निकल तो सामने से आ रही स्कूटी ट्रैक के एकाएक नीचे आ गयी।इस दर्दनाक हादसे के सेकड़ो लोग गवाह बने।उनकी आँखों के आगे यह हादसा हो गया और वो कुछ नही कर पाये।।धरना स्थल जिला प्रशासन ने तय कर रखा हैं मगर धरनार्थियों द्वारा रास्ते पत्थर रख के बन्द करने के बावजूद किसी ने उसे खुलवाने का प्रयास नही किया।।छोटे छोटे हादसे तो अमूमन होते हैं।मगर इस तरह का दर्दनाक हादसे ने एक बारगी प्रत्यक्षदर्शियों को अंदर तक हिला गया।।ये सबसे ज्यादा भीड़ भाड़ वाली जगह हैं।पंचायत समिति और कलेक्टर परिसर का मुख्य द्वार इसी तरफ बाहर निकलते हैं।।
धरना स्थल को लेकर जिला प्रशासन को एक बार पुनः सोचना चाहिए। पूर्व के आदेशों के मुताबिक शहर के भीतरी इलाकों में सुबह 9 से रात 9 बजे तक भारी वाहनों का प्रवेश निषेद्ध है। इस पर भी सवाल उठने चाहिए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें