शुक्रवार, 2 सितंबर 2016

बाड़मेर कांजी हाउस पे राजनीती।।दलालो को दूर करो व्यवस्था अपने आप सुधर जायेगी।



बाड़मेर कांजी हाउस पे राजनीती।।दलालो को दूर करो व्यवस्था अपने आप सुधर जायेगी।

बाड़मेर पिछले कुछ महीनो से नगर परिषद बाड़मेर द्वारा संचालित कांजी हाउस गौशाला की बेहद भयावह तस्वीरें सामने आ रही हे।।कांजी हाउस गौशाला बिना किसी ठोस योजना के संचालित हो रही हैं शुरू में गौशाला की कमान नगर परिषद से नक्कारा व्यक्तियो के हाथो सौंप दी।।गौशाला के नाम चांदी कुटी।।मनचाही दरो पर चारा ,बड़ेबन्दी,पानी आदि की व्यवस्था होती रही।मगर जब व्यवस्थित करने के लिए टेंडर प्रक्रिया की।इन दलालो की कमाई प्रभावित हुई।।आयुक्त ने कांजी हाउस के प्रति काफी संवेदनशीलता दर्शाई।कांजी हाउस की व्यवस्था के लिए सूखे और हरे चारे के टेंडर किये।।सभापति ने रोक दिए।आयुक्त करे तो क्या करे।आयुक्त आदेश करता हे सभापति कुंडली मर देते हैं। इनके बीच दलाल मजे ले रहे हैं मिडिया को इस्तेमाल कर ।कोई भी गौ शाला इस तरह से संचालित नही होती।।गौ शाला संचालन के लिए पूर्ण योजना बनानी पड़ती हैं।कांजी हाउस में जमीन काफी हैं।।परिषद इसके एक भाग में हरा चारा उगाने की योजना अमल में लाये और स्थाई समाधान करे।।पानी की व्यवस्था के लिए टांका बनाये।।इसका संचालित टपोरी लोगो के हाथ में देने की बजाय शहर के मौजिज लोगो के साथ परिषद और जिला प्रशासन की संयुक्त कमिटी बनाये।।गौ रक्षक नियुक्त करे।।परिषद लाखो रुपये खर्च करके भी बदनामी का ठीकरा अपने गले बाँध रही हैं। तो यह योजना के आभाव में हो रहा हैं। नासमझ और नक्कारा लोगो के हाथ में गौ शाला देंगे तो यही होगा।आखिर कार सभापति और आयुक्त खुद मोजिज लोगो के साथ बैठकर कांजी हाउस के निरंतर संचालित की योजना बनाये।।काम रोकने की बजाय काम को गति दे।।आयुक्त का यह कहना की उन्हें काम करने नही दिया जा रहा।।स्पस्ट रूप से सारी बाते समझ आ जानी चाहिए जनता और प्रशासन को।।गायो पे राजनीती और कमाई की धारणा छोड़ इसे सुचारू संचालित करने के लिए अनुभवी और सेवा भावी लोगो को साथ रखे।।गौ शाला जेसे बड़े कार्य आपसी लड़ाई में अव्यवस्थित होते हैं।।गायो का मरणा चारे का आभाव कारण नही हैं।।आवारा गायो के पेट में पोलितजिं बड़ा कारण हैं। तो पशुपालन विभाग का भी सहयोग उपचार के लिए लिया जाए।।गौ वंश के प्रति अपनी जवाबदारी निभाए।।या इसे बिलकुल बन्द कर दिया जाए।।चारे की कोई कमी नही।हरा चारा शुरू किया तो इसे सभापति ने बन्द क्यों किया।।सभापति गौ शाला का संचालन खुद अपने हाथ में ले।।दो टेक्सी लगाई जाए जो घर घर से गायो के लिए रोटी एकत्रित करे।।गौ शाला पे राजनीती की बजाय धरातल पर काम करने की जरुरत हैं। सभी विरोधात्मक रवैया अपना कर बयानबाज़ी में व्यस्त हैं।।आयुक्त स्व विवेक से निर्णय ले।।दलालो को दूर करे ।कमेटी के माध्यम से गौ शाला संचालित करे। BNT@##

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